11. 2 Bags of Urea कच्चे तेल के 100 लीटर जलन
िविशाल ऊर्जार्जा भागीदारी
तेल की प्रतित बैरल (159 लीटर) = $ 164,000 अमरीकी डालर
तेल की एक एकल बैरल = ऊर्जार्जा 23,000 मानवि श्रम घंटे के बराबर = 12 विषो (40 घंटे / सप्ताह)
12. 1 12
कब ?
फसल की कटाई हो जाने अथवा परिरिपरक्व खड़ी फसल में।
प्रत्येक तीन वष र्ष में फसल मौसम शुरू होने से परूर्वर्ष एक बारि।
भूर्िम में नमी की मात्रा कम से कम हो।
13. 1 13
कयो ?
सघन खेती के कारिण खेत की
िमट्टी में उत्परन्न िवकारिो की
जानकारिी।
िमट्टी में िविभन्न परोष क तत्वो
की उपरलब्धता की दशा का
बोधक।
बोयी जाने वाली फसल के िलए
परोष क तत्वो की आवश्यकता
का अनुमान।
संतुिलत उवर्षरिक प्रबन्ध द्वारिा
अिधक लाभ।
14. 1 14
• मृदा का नमूर्ना इस तरिह से लेना चािहए िजससे वह परूर्रिे खेत की मृदा का प्रितिनिधत्व करिें। जब एक ही
खेत में फसल की बडवारि में या जमीन के गडन में, रिंग व डलान में अंतरि हो या फसल अलग-अलग बोयी
जानी हो या प्रबंध में अंतरि हो तो हरि भाग से अलग नमूर्ने लेने चािहए। यिद उपररिोक्त सभी िस्थित खेत
में एक जैसी हो तब एक ही नमूर्ना िलया जा सकता है। ध्यान रिहे िक एक तमूर्ना ज्यादा से ज्यादा दो
हैकटेयरि से िलया जा सकता है।
• मृदा का नमूर्ना खाद के डेरि, परेडो, मेडो, डलानो व रिास्तो के परास से तथा एैैसी जगहो से जो खेत का
प्रितिनिधत्व नहीं करिती है न लें।
• मृदा के नमूर्ने को दूर्िष त न होने दें। इसके िलए साफ औजारिो से नमूर्ना एकत्र करिें तथा साफ थैली में
डालें। अैेसी थैली काम में न लाएं जो खाद एवं अन्य रिसायनो के िलए प्रयोग में लाई गई हो।
• मृदा का नमूर्ना बुआई से लगभग एक माह परूर्वर्ष कृिष िवकास प्रयोगशाला में भेज दें िजससे समय पररि मृदा
की जांच िरिपरोट िमल जाएं एवं उसके अनुसारि उवर्षरिक एवं सुधारिको का उपरयोग िकया जा सके।
• यिद खडी फसल में परोष क तत्वो की कमी के लक्षण िदखाई दें औरि मृदा का नमूर्ना लेना हो तो फसल की
कतारिो के बीच से नमूर्ना लेना चािहए।
• िजस खेत मे कंपरोस्ट, खाद, चूर्ना, िजप्सम तथा अन्य कोई भूर्िम सुधारिक तत्काल डाला गया हो तो उस
खेत से नमूर्ना न लें।
सावधािनयां
16. 1 16
डी.ए.पी
(DAP)
िकिसान भाइयों डी.ए.पी.किे किुछ दानों किो हाथ में लेकिर तम्बाकिू किी
तरह उसमें चूना िमलाकिर मलने पर यिद उसमें से तेज गन्ध िनकिले
िजसे सूंघना मुिश्किल हो जाये तो समझें िकि ये डी.ए.पी. असली है ।
िकिसान भाइयों डी.ए.पी.किो पहचानने किी एकि और सरल िविधिध है ।
यिद हम डी.ए.पी. किे किुछ दाने धीमी आंच पर तविधे पर गमर्म किरें यिद
ये दाने फू ल जाते है तो समझ लें यही असली डी.ए.पी. है िकिसान
भइयों डी.ए.पी. किी असली पहचान है। इसकिे किठोर दाने ये भूरे
किाले एविधं बादामी रंग किे होते है। और नाखून से आसानी से नहीं टूटते
हैं।
यूिरया (Urea) िकिसान भाइयों यूिरया किी असली पहचान है इसकिे सफे द चमकिदार
लगभग समान आकिार किे किड़े दाने इसकिा पानी में पूणतर्मतया घुल जाना
तथा इसकिे घोल किो छूने पर शीतल अनुभूित होना ही इसकिी असली
पहचान है। िकिसान भाइयों यूिरया किो तविधे पर गमर्म किरने से इसकिे
दाने िपघल जाते है यिद हम आंच तेज किर दें और इसकिा किोई
अविधशेष न बचे तो समझ लें यही असली यूिरया है।
सुपर फास्फे ट (SSP) िकिसान भाइयों सुपर फास्फे ट किी असली पहचान है इसकिे सख्त दाने
तथा इसकिा भूरा किाला बादामी रंग। िकिसान भाइयों इसकिे किुछ दानों
किो गमर्म किरें यिद ये नहीं फू लते है तो समझ लें यही असली सुपर
फास्फे ट है ध्यान रखें िकि गमर्म किरने पर डी.ए.पी. विध अन्य किाम्प्लेक्स
किे दाने फू ल जाते है जबिकि सुपर फास्फे ट किे नहीं इस प्रकिार इसकिी
िमलाविधट किी पहचान आसानी से किी जा सकिती है। िकिसान फाइयों
सुपर फास्फे ट नाखूनों से आसानी से न टूटने विधाला उविधर्मरकि है। िकिसान
भाइयों ध्यान रखें इस दानेदार उविधर्मरकि में िमलाविधट बहुधा डी.ए.पी.
विध एन.पी.किे. िमक्स्चर उविधर्मरकिों किे साथ किी जान ए सम्भाविधना बनी
रहती है।
असली खाद किे पहचान किी घरेलू िविधिध
17. 1 17
पोटाश िकिसान भाइयों पोटास किी असली पहचान है इसकिा सफे द
किड़ाकिा इसे नमकि तथा लाल िमचर्म जैसा िमश्रणत िकिसान
भाइयों पोटाश किे किुछ दानों किो नम किरें यिद ये आपस में
नही िचपकिते है तो समझ लें किी ये असली पोटाश है।
िकिसान भाइयों एकि बात और पोटाश पानी में घुलने पर
इसकिा लाल भाग पानी में ऊपर तैरता रहता है।
िजकि सल्फे ट िकिसान भाइयों िजकि सल्फे ट किी असली पहचान ये है िकि
इसकिे दाने हल्किे सफे द पीले तथा भूरे बारीकि किणत किे आकिार
किे होते है। िकिसान भाइयों िजकि सल्फे ट में प्रमुख रूप से
मैगनीिशयम सल्फे ट किी िमलाविधट किी जाती है। भौतितकि रूप
से सामान्य होने किे किारणत इसकिे असली विध नकिली किी
पहचान किरना कििठन होता है। िकिसान भाइयों एकि बात
और डी.ए.पी. किे घोल मे िजकि सल्फे ट किा घोल िमलाने पर
थक्केदार घना अविधशेष बनाया जाता है। जबिकि डी.ए.पी. किे
घोल में मैगनीिशयम सल्फे ट किा घोल िमलाने पर ऐसा
नही होता है। िकिसान भाइयों यिद हम िजकि सफे ट किे घोल
मे पलती किािस्टकि किा घोल िमलायें तो सफे द मटमैला मांड
जैसा अविधशेष बनता है। यिद इसमें गाढ़ा किािस्टकि किा घोल
िमला दें तो ये अविधशेष पूणतर्मतया घुल जाता है। िकिसान
भाइयों इसी प्रकिार यिद िजकिं सल्फे ट किी जगह पर
मैगनीिशयम सल्फे ट किा प्रयोग िकिया जाय तो अविधशेष नहीं
घुलता है।
Note: This material is not intended to be read as a script. Please do not feel constrained by it—we provide it merely as a guide to assist you in using this presentation.
Slide One—Introduction
At Monsanto, we believe there is a deep bond between human well-being and the natural processes that sustain our earth. We are dependent on our environment to provide clean air and water, productive soils and a rich diversity of plant and animal life. Without these things, the quality of life for ourselves and for our children is in jeopardy.
A funny slide to breakup the class. This could be an Iraqi surface to air missile.