This short Hindi article is meant for family members, friends, and colleagues who want to someone with dementia but don't know what they should do. The article provides a simple and helpful introduction on how to approach the overwhelming role of a dementia caregiver. इस संक्षिप्त लेख में डिमेंशिया (मनोभ्रंश) से ग्रस्त व्यक्ति की देखभाल का एक सरल व उपयोगी परिचय है.
देखभाल के अनेक पहलू हैं. इनपर विस्तृत चर्चा के लिए इस लिंक पर अनेक पृष्ठ देखें: http://dementiahindi.com/caregivers/
Dementia introduction slides by swapnakishore released cc-by-nc-sa
Hindi: Caring for someone with dementia
1. डिमेंशिया से ग्रस्त व्यक्तत की देखभाल
-- स्वप्ना किशोर (Swapna Kishore)
जब किसी व्यक्ति िो डिमेंशशया (मनोभ्रंश) हो जािा है, िो पररवार वाले, शमत्र, सहिमी, और
अन्य शुभच ंिि उस व्यक्ति िी मदद िरना ाहिे हैं, पर समझ नह ं पािे कि तया िरें
और तया न िरें. इस लेख में डिमेंशशया देखभाल िा एि छोटा व उपयोगी परर य है.
पहले यह समझें कक डिमेंशिया के कारण व्यक्तत क ककस ्रककार की िदतकतें ह रही हैं
अचििांश लोग सो िे हैं कि डिमेंशशया अन्य बढ़िी उम्र िी ििल फों जैसा है. इसमें
खास तया है? आखखर सभी बुज़ुगग िो यह भूलिे रहिे हैं कि ाबी िहााँ रखी है, और हहसाब
िरने में उन्हें पहले से ज्यादा समय लगिा हैं. आमिौर पर लोग यह नह ं पह ानिे कि
डिमेंशशया िे लक्षण सामान्य बुढ़ापे से फिग हैं और मक्स्िष्ि िे किसी रोग िे िारण होिे हैं.
वे यह नह ं जानिे कि डिमेंशशया िा असर व्यक्ति िी क्षमिाओं पर सामान्य बुढ़ापे से िह ं
ज्यादा गंभीर और च ंिाजनि होिा है.
डिमेंशशया से सो ने-समझने और िाम िरने िी क्षमिा िम हो जािी है. व्यक्ति िो
सामान्य, दैननि िायग िरने में भी हदतिि होने लगिी है. बेट दोपहर िा खाना बना िर
रख गयी है, पर अम्मा िो याद नह ं रहिा कि खाना िैयार रखा है, इसशलए वे भूखी रह
जािी हैं. खाना देख भी लें, िो उन्हें यह नह ं याद कि उसे िै से गरम िरें और िै से परोसें.
एि िोखेबाज दादाजी िी सार जमा पूाँजी हड़प िर लेिा है तयोंकि डिमेंशशया िे िारण
दादाजी पैसों से संबंचिि बािें नह ं समझ पािे और बबना पढ़े फॉमग पर दस्िखि िर देिे हैं.
पापा घर िा पिा और रास्िा भूल जािे हैं. नानी िो याद नह ं कि बाथरूम िा नल िै से
खोलें. पररवार वाले इस बदले और अजीब व्यवहार िो आलस या लापरवाह समझिे हैं
तयोंकि वे यह नह ं जानिे कि यह व्यवहार समझने और िाम िरने िी क्षमिाओं िी
चगरावट िी वजह से है. उलटा जब अम्मा शमलने-जुलने में संिो िरने लगिी हैं िो पररवार
वाले सो िे हैं कि अम्मा निारात्मि हो गयी हैं, उन्होंने क्जंदगी से हार मान ल है. और
यहद अम्मा उत्िेक्जि हो जािी हैं या िु छ क्ज़द्द िरिी हैं िो वे सो िे हैं कि अम्मा िो उम्र
िे साथ सनिी और स्वाथी हो गयी हैं, और उनिा स्वभाव रूखा हो गया है.
परन्िु जब पररवार वाले समझ पािे हैं कि शायद यह डिमेंशशया िा असर है, िब वे
व्यक्ति िी मदद िे शलए उच ि और िारगर िर िे ननिाल पािे हैं. अजीबोगर ब व्यवहार से
परेशान नह ं होिे, बक्कि वे इस व्यवहार िे जररये व्यक्ति िो हो रह हदतििों िा अंदाज़ा
लगा पािे हैं.