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हल्दी के स्वास््य लाभ
दोस्तों में सुरेश भट्ट आपकी सेवा में एक साधारण ,पर गुणों से भरपूर दैनिक जीवि में काम आिे वाली हर धर की रसोई में
पायी जािे वाली हल्दी के उपयोग और उससे उपचार को लेकर आया हूूँ उम्मीद है आप सब लोग इसका लाभ उठाएंगे -इससे
अधधक जािकारी के ललए आप मुझसे संपकक कर सकते है ---९१-9888711424
१ .हल ्दी ि के वल एक मसाला है, बल्ल्क इसमें कई औषधीय गुण भी हैं। सौंदयक प्रसाधिों में भी इसका इस ्तेमाल ककया जाता
है। त ्वचा, पेट और आघात आदद से उबरिे में हल ्दी अत ्यंत उपयोगी होती है।
२ लीवर संबंधी समस ्याओ ं में लाभकारी
लीवर की तकलीफों से निजात पािे के ललए हल ्दी बेहद उपयोगी होती है। यह रक्त दोष दूर करती है। हल ्दी िैसधगकक तौर पर
ऐसे एि ्जाइम ्स का उत ्पादि बढ़ाती है ल्जससे लीवर से ववषैले पदार्थों को बाहर निकालिे में मदद लमलती है।
३ .दाग-धब ्बों से छु टकारा
दाग-धब ्बे और झाइयां हटािे में हल ्दी का कोई सािी िहीं। हल्दी और काले नतल को बराबर मात्रा में पीसकर पेस्ट बिाकर
लगािे से त ्वचा साफ और निखरी हो जाती है। हल ्दी और दूध से बिा पेस ्ट भी त ्वचा का रंग निखरिे और चेहरे को खखला-
खखला रखिे के ललए बहुत असरदार होता हैं।
४ .मजबूत इम ्यूि लसस ्टम
शरीर की रोग प्रनतरोधक क्षमता में इजाफा करती है हल ्दी। इससे शरीर कई बीमाररयों से बचा रहता है। हल ्दी में पाया जािे
वाला ललपोपोललसेकराईड तत ्व हमारे इम ्यूि लसस ्टम को मजबूत बिाकर बीमाररयों से हमारी रक्षा करता है। सार्थ ही इसमें
एि ्टी बैक्टीररयल, एंटी वायरल और एंटी फं गल गुण भी ववशेष रूप से पाए जाते है।
५ .अिचाहे बाल हटाएं
अगर आप अिचाहे बालों से परेशाि है तो हल ्दी का प्रयोग करें। अिचाहे बालों को हटािे के ललए हल्दी पाउडर को गुिगुिे
िाररयल तेल में लमलाकर पेस्ट बिा लें। अब इस पेस्ट को अिचाहे बालों पर लगाएं। इस उपाय से शरीर के अिचाहे बाल धीरे-
धीरे हट जाते हैं और त ्वचा कोमल हो जाती हैं।
६ .दूर करें सिबिक
हल ्दी सिस ्क्रीि लोशि की तरह काम करता है। अगर धूप के कारण आपकी त ्वचा में टैनिंग हो गई है तो टैि से निजात पािे
के ललए बादाम पेस ्ट, हल्दी व दही लमला उसे त्वचा पर लगाकर छोड़ दें और कफर पािी से धो लें। इससे टैनिंग खत्म हो
जाएगी। सार्थ ही त ्वचा में निखार भी आएगा।
७ .संक्रमण से बचाएं
हल्दी में पाया जािे वाले करक्यूलमि िामक तत ्व के कारण कै र्थेललसाइडडि एंटी माइक्रोबबयल पेप्टाइड (सीएएमपी) िामक
प्रोटीि की मात्रा बढ़ती है। सीएएमपी प्रोटीि शरीर की प्रनतरोधक क्षमता बढ़ाता है। यह प्रोटीि बैक्टीररया और वायरस से लड़िे
में शरीर की मदद करता है।
८ .पेट की समस ्याओ ं में लाभकारी
मसाले के रूप में प्रयोग की जािे वाली हल ्दी का सही मात्रा में प्रयोग पेट में जलि एवं अल ्सर की समस ्या को दूर करिे में
बहुत ही लाभकारी होता है। हल्दी का पीला रंग कु रकलमि िामक अवयव के कारण होता है और यही धचककत्सा में प्रभावी होता
है। धचककत्सा क्षेत्र के मुताबबक कु रकलमि पेट की बीमाररयों जैसे जलि एवं अल्सर में काफी प्रभावी रहा है।
९ .दंत रोगों में गुणकारी
दांतों की स ्वस ्र्थ और मसूड़ों को मजबूत बिािे के ललए हल ्दी का प्रयोग करें। इसके ललए र्थोड़ी सी हल ्दी, िमक और सरसों का
तेल लेकर लमला लें। अब इस लमश्रण से दांतों और मसूड़ों में अच्छे से मसाज करें। इस उपाय से सूजि दूर होती है और दांत के
कीड़े खत्म हो जाते हैं।
-१० .अंदरूिी चोट में सहायक
चोट लगिे पर हल ्दी बहुत फायदा करती है। मांसपेलशयों में खखंचाव होिे पर या अंदरूिी चोट लगिे पर हल ्दी लमला गमक दूध
पीिे से ददक और सूजि में तुरि ्त राहत लमलती है। चोट पर हल्दी और पािी का लेप लगािे से भी आराम लमलता है।