लोकतंत्र क्या है
• आज सारे विश्व भी मे लोक तंत्र की अपनी अलग पररभाषा है इनमे सबसे सटीक
और जवटल पररभाषा पूिव राष्ट्र पवत अब्राहम वलंकलन द्वारा दी गयी वलंकलन क
े
अनुसार जनता क
े द्वारा, जनता का शासन एिं जनता क
े वलए शासन ही प्रजातंत्र है।
इस व्यिस्था में ताकत वकसी एक आदमी क
े पास न होकर जनता क
े पास होती
है। लोकतंत्र का जन्म भारतिषव में हुआ था जहााँ प्राचीन जनपद में राजा और जनता
क
े बीच चुनाि हुआ था। इसक
े अलािा प्राचीन यूरोप क
े क
ु छ देशों में संसद क
े
सदस्ों का चुनाि जनता द्वारा हुआ करता था परंतु इन वनयमों से राजा िंवछत रहता
था।आधुवनक काल में लोकतंत्र की पूर्व स्थापना अमेररका क
े वकसी राज्य में हुई।
भारतीय लोकतंत्र
• भारतीय लोकतंत्र भारतीय जनता क
े हेतु, भारतीय जनता द्वारा वनिाववचत
जनता का शासन है। इसवलए भारतीय लोकतंत्र भारतीय लोक
े च्छा और
लोक-कल्यार् का प्रतीक है। जब-जब जनता ने क
े न्द्रीय या प्रांतीय सत्ता
को पसंद नहीं वकया, उसे उसने सत्ता से खाररज कर वदया।
• हर धमव, जावत, रंग, वशक्षा आवद क
े वलए धन का मूल्य एक ही है।
लोकतंत्र भारत क
े कल्याण क
े र्लए
• भारतीय लोकतंत्र महान भारत क
े कल्यार् क
े वलए िचनबद्ध है। प्रधानमंत्री
चाहे जिाहरलाल नेहरू रहे हों या इन्दिरा गााँधी, मोरार जी भाई देसाई रहे हों
या विश्वनाथ प्रतापवसंह, सबने अपने-अपने दृवष्ट्कोर् क
े अनुसार जन-कल्यार्
और देशोत्थान क
े कायव वकए। यही कारर् है वक आज देश औद्योवगक दृवष्ट् से
बहु-विकवसत, िैज्ञावनक दृवष्ट् से बहुत आगे, टेक
् नोलोजी ऋल दृवष्ट् से विवशष्ट्
और राजनोवतक दृवष्ट् से न्दस्थर है। देश का चहुाँमुखी विकास भारतीय लोकतंत्र
की जीिंत उपलन्दि है।
लोकतंत्र क
े स्तम्भ
• लोकतंत्र क
े चार स्तम्भ हैं
• न्यायपावलका,
• कायवपावलका,
• विधावयका
• और समाचार- पत्र।
• इन चारों स्तम्भों की स्वतंत्र सत्ता है, इन्हें स्वायत्तता प्राप्त है। लोकतांवत्रक
भारत (डेमोक्र
े ट इंवडया) में चारों स्तम्भों का सुचारु रूप से संचालन भारतीय
लोकतंत्र की पााँचिीं विशेष उपलन्दि है।
भारत र्में लोकतंत्र की स्थापना
• 15 अगस्त 1947 क
े बाद संविधान सवमवत बनाई गयी और 26
जनिरी 1950 को संविधान पूरे देशभर में लागू हुआ। संविधान में
लोकतंत्र को संपूर्व रूप से समझाया गया है और साथ ही साथ ये
दुवनया का सबसे लंबा वलन्दखत संविधान है। आज भारत विश्व का
सबसे बडा लोकतांवत्रक देश है। लोकतंत्र का वनमावर् यह मद्दे नज़र
रख कर बनाया गया वक समाज की सारी बुराइयााँ जैसे रंग, जावत,
आवद को वमटाया जा सक
े और सभी को एक बराबर का दज़ाव
वमले। दू सरे देशों से बेहतर संबंध बनाने क
े वलए एिं एक सफल राष्ट्र
का वनमावर् करने क
े वलए लोकतंत्र का पालन महत्वपूर्व है
भारतीय लोकतंत्र दू सरे देशो से र्कस प्रकार अलग है
• सऊदी अरब में औरतो को िोट देने का अवधकार नहींI
• एस्टोवनया ने अपने यहााँ नागररकता क
े क
ु छ इस तरह से वनयम बनाये है
अल्पसंखयक समाज क
े लोगो को मतदान देने का अवधकार नहीं है
• वफजी की चुनाि प्रर्ाली में िहां क
े मूल िावसयो क
े िोट का महत्त्व दू सरे देश
क
े मूल वफजी नागररको क
े िोट से ज्यादा है
• पावकस्तान में भी लोकतंत्र से बनी सरकार है लेवकन लोगो द्वारा चुने गए
प्रवतवनवध को अंवतम वनर्वय लेने का हक़ नहीं यह हक़ सेना प्रमुख को होता है