3. हेल्त शरीर की दक्षता वा क्षमता
को दशााता है.
स्वस्थ शरीर को एक हेल्त ट्राइंगल
के मध्यम से दशााया जाता है.
हेल्त ट्राइंगल तीन चीजो से
ममलकर बनता है जो की इस प्रकार
है- फिजजकल, सोमशयल, और मेंटल
हेल्थ
स्वास््य त्रिकोण
4. फिजजकल हेल्थ शरीर की
काया करने की क्षमता को
दशााता है.
फिजजकल हेल्थ पर कई
चीजो का प्रभाव पड़ता है
जैसे की: व्यायाम, पोषण,
नींद, आल्कोहॉल और
नशा, और वजन.
फिज़िकल हेल्थ
5. व्यायाम वो फिया है जजससे की
शरीर की माषपेमशयो को
फिजजकली फिट रखने मे मदद
ममलती है.
व्यायाम शरीर को जाड़ा उजाा देने
का कम करता है, वजन
ननयंत्रित रखता है, खुद पर
भरोसे को बढ़ता है, और जटटल
बीमाररयो से लड़ने की शजतत
देता है.
फिज़िकल हेल्थ - एक्ससााइ़ि
6. सही और संतुमलत आहार
एक अछा जीवन जीने के
मलए बहुत ही आवश्यक है.
पोशाक भोजन हमारे खाने
और हमारा शरीर को उस
भोजन को उपयोग मे लाने
के बीच एक संतुलन बनता
है.
शारीररक स्वास््य - पोषण
7. एक व्यजतत को टदन मे
औसतन 8 घंटे की नींद
लेनी चाटहए.
मानव शरीर को ननयममत
रहना पसंद है और इसीमलए
मलहे हमे सोने और जागने
के समय को ननर्ााररत करके
उसका पालन करना चाटहए..
फिज़िकल हेल्थ-स्लीप
8. आल्कोहॉल और अन्य नशीले
पदाथा टदमाग़ के संदेशो को र्ीरे
कर देते है समझने की शजतत
पर भी असर डालते है.
इस तरह के पदाथो के सेवन से
दुघाटनाए, कार दुघाटनाए,
कानूनी टदतकते, अनचाहे गभा,
आंड और झगड़े बढ़ जाते है.
फिज़िकल हेल्थ : आल्कोहॉल और ड्रग्स
9. संतुमलत वजन रखने से कई तरह की बीमाररयो
जैसे की हृदय रोग और मर्ुमेह से बचने मे मदद
ममलती है.
व्यायाम और आचे पोषण से हमे अपने वजन को
संतुमलत रखने मे मदद ममलती है.
फिज़िकल हेल्थ: वेट मॅनेज्मेंट
10. हम कै से सोचते है, तया
महसूस करते है और रोजमराा
की समस्याओ को कै से हेंडल
करते है ये हमारे मानमसक
स्वास््या पर ननभार करता है.
मानमसक स्वस्तया के अंतगात
सीखने की क्षमता, तनाव
प्रबंर्न और मानमसक
तकलीफ़ शाममल है.
मानससक स्वास््य
11. सीखना अपने ज्ञान, व्यवहार
और जस्कल्स को ववकमसत
करने की फिया होती है.
सीखें से आत्म-ववश्वास,
जागरूकता और खुद की
समझ बढ़ती है.
ये मुजश्कलो से ननपटने मे भी
सहायक होता है.
मानससक स्वास््य सिक्षण
12. तनाव हमारे रोजमराा के जीवन
हुए बदलाव और हमारे श्रीर पर
पड़ने वेल प्रभाव और श्रीर के
व्यवहार को दशााता है.
ये आवश्यक है की तनाव सो
सही तरीके से काबू मे लाया जाए
अन्यथा अत्यधर्क तनाव से
व्यजतत अवसाद या डडप्रेशन का
भी मशकार हो सकता है.
मेंटल हेल्थ : स्रेस मॅनेज्मेंट
13. स्कू ल मे होने वाली समस्याओ
और तनाव, दोस्तो और
पररवार के कारण हुए
अत्यधर्क तनाव आटद से
मानमसक रोग हो सकता है.
मानमसक रोगो मे: डडप्रेशन,
बाइपोलार डडसॉडार,
स्चीजोफ्रे ननया, और दर
शाममल है.
मानससक स्वास््य मानससक ववकारों
14. फकसी माहौल मे लोगो के
प्रनत हमारे बतााव से हमारे
सामाजजक स्वास््या का
पता चलता है.
इसमे पजललक हेल्त,
पररवाररक ररश्ते, और
साधथयो से संबंर् शाममल
है.
सामाजिक स्वास््य
15. पजललक हेल्थ मे बीमाररयो
की रोकथाम और सही
ननणायों से आचे स्वास््या
को बढ़ावा देना शाममल है.
खुद को सुरक्षक्षत और
स्वास््य रखना पूरे समाज
के मलए लाभकारी होता है.
सामाजिक स्वास््य सावािननक स्वास््य
16. एक स्वस्थ पररवाररक संबंर् वो
होता है जजसमे एक दूसरे के प्रनत
सहयोग,प्रेम और जजम्मेदारी की
भावना हो.
ये प्रयास फकया जाना चाटहए की
पररवार से तनाव और समयाओ को
डोर फकया जाए और हसी खुशी का
माहौल बनाया जाए..
सामाजिक स्वास््य पररवार के ररश्तों
17. एक हेल्थ ट्राइंगल के टीन
मुख्या भाग है: शारीररक,
मानमसक और सामाजजक.
आचे स्वास्थे के चुनाव और
सही ननणायो से बीमाररयो का
ख़तरा कम होता है और एक
अछा माहौल बनता है
स्वास््य त्रिकोण की समीक्षा
19. हाइजीन की पररभाषा मे स्वास््य से जुड़ी अच्छी
आदते जैसे की स्नान, मूह की सिाई, त्वचा को
सुया से बचना खाने से पहले हाथ र्ोना शाममल है.
हाइिीन
20. अच्छे और बुरे हाइजीन के अंतर इस प्रकार है:
अच्छे हाइजीन मे कीटाणुओ और सूयाा की
ख़तरनाक पैरबेंगनी फकणो से बचाव शाममल है.
बुरे हाइजीन मे इन सभी चीजो से बचाव शाममल
नही होता है और बीमार होने का ख़तरा बढ़ जाता
है.
अच्छे और बुरे स्वच्छता
21. सेंटसा िॉर डडसीज कं ट्रोल ऐंड प्रेवेन्षन के अनुसार,
ववद्यालायो मे कीटाणुओ के िै लाव को रोकने के मलए कदम
उठाना बहुत आवश्यक है जजससे की हमारे बचे और युवा
स्वस्थ रह सके और अंत मे पूरा राष्ट्ट्र अच्छे स्वास््य को
प्राप्त करे.
गुड हाइजीन से कीटाणुओ को िै लने से रोका जा सकता है.
ये दूसरो पर अच्छा प्रभाव डालने मे भी सहयोगी है.
अच्छे स्वास््य के लाभ
22. बुननयादी आवश्यकताओं
• घर के आस पास की
स्वचता
• घर के अंदर की स्वचता
आसपास
की सिाई
• मच्छर-मजक्ियों से बचाव
• डेंग और मलेररया से बचाव
• िल-िननत बीमाररयों से बचाव
–िॉ ंडडस, टाइिाइड, कॉलरा…
उचचत िल
भंडारण
महत्ता
23. रोगाणु ननज््लखित तरीकों से िै लते हैं:
िब हाथ सॉि ना हो
िााँसी या ऩिला होने पे, हवा या प्रदूवित
वस्तुओं दवारा
प्रदूवित वस्तुओं दवारा
बीमार व्यजक्त के संपका में आने से (बॉडी
फ्लूईड)
कीटाणुओं के पारेिण
24. सेंटसा िॉर डडसीज कं ट्रोल (सीडीक) के अनुसार स्कू ल
के 22 मममलयन टदन के वल सदी की टदतकत के
चलते बबााद हो जाते है .
कु छ वाइरस और बॅतटीररया 20 मीं से लेकर दो घंटे
तक जीववत रह सकते है, जजनकी मुख्या जगह
कॅ िे टीररया टेबल, दरवाजे के कुं डे, और मेजो की
सतह शाममल है.
स्वस्थ त्वचा : हाथ धोने
26. हल्के गुनगुने पानी से हाथ र्ोए.
साबुन का इस्तेमाल.
हाथो को नाखूनओ के नीचे कम से कम 15-20
सेकें ड्स तक रगडे.
हाथो को ऑटोमॅटटक हॅंड ड्राइयर या साि कपड़े
या पेपर टवल से सुखाना चाटहए.
हाउ टू वॉि युवर हेंड्स
27. मूह की सॉि सिाई और सेहत भी बहुत आवश्यक
है, अगर आप ब्रश या फ्लॉस नही करते है तो-
कॅ ववटीस (होल्स इन युवर टीत) हो सकती है.
मूह से दुगंर् आ सकती है.
जीवन मे आगे चलकर कोई सीरीयस बीमारी हो
सकती है जैसे की हृदय रोग, लकवा और मर्ुमेह.
स्वस्थ दांतों और मसूडों
28. आपके मूह के बॅतटीररया शतकर से बढ़ते है.
बाहर का जंक िु ड जजतना कम खाए उतना अछा.
=कॅं डी, चॉतलेट, और दूसरी ममठाइया.
सोडा और मीठी छाई अवाय्ड करे.
अगर इन सब चीजो का सेवन करते है तो आपको इनके
सेवन के तुरंत बाद ब्रश करना चाटहए.
िाद्य पदाथों से बचने
29. BMI एक व्यजतत की बॉडी का उसके मास और हाइट
का ररलेटटव मेषर होता है.
BMI एक जनरल आइडडया देता है की एक नॉमाल
इंसान की बॉडी से उस इंसान की बॉडी का फकतना
वॅरीयेशन है.
BMI कॅ ल्क्युलेिन-
बी एम आई (बॉडी मास इंडेक्स)
31. िनरल हाइिीन
•रेग्युलली स्नान करना.
•नाइल्स छोटे रखना.
•हाथो को ढोते रहना.
•पूरी नींद लेना.
•रेग्युलली बेड शीट्स की र्ुलाई.
•पानी की बॉटल्स की रेग्युलली सिाई.
•बतान र्ोने के मलए डडटरजेंट का इस्तेमाल.
आम स्वच्छता
33. ढाबे/सड़क फकनारे के स्टॉल्स.
फ्लोर ममल्स.
िलो के जूस की दुकाने.
संवेदनिील क्षेि
34. अपने ख़ान पान और सॉि
सिाई के प्रनत लोगो को ज्ञान
होना बहुत ही आवश्यक है
जजससे की वो इनसे होने वाली
बीमाररयो और दुष्ट्प्रभाव से बच
सके .
साथ ही ये भी जरूरी है की
वो इस ज्ञान को अपने तक
सीममत ना रखकर दूसरो मे
बाते जजससे एक बेहतर समाज
का ववकास हो.
ननष्किा