5. ज्ञानात्मक उद्देश्य :
1.छात्र
विमिन्न चट्टानों में अांतर कर
पाएँगे
• 2. उन्हे यह ज्ञात होगा कक ये
चट्टानें कै से बनती है ि कहाँ
पाई िाती है
बोधात्मक उद्देश्य :-
.
1.छात्र विमिन्न चट्टानों कक
सांरचना को समझ पाएँगे
2..उद्धरण िे सकें गे!
3.िे विमिन्न प्रकार की चट्टानों
मे अांतर समझ सकें गे
प्रयोगात्मक उदेश्य :-
1.िे
विमिन्न चट्टानों मे अांतर एिम
तुलना कर सकें गे
2. िे
विमिन्न प्रकार की चट्टानों की
पहचान कर सकें गे
• कौशलात्मक उद्देश्य :-
•
1. िे चट्टानों के अजिित ज्ञान को
पुन: स्मरण कर पाएँगे ि िविमिन्न
चट्टानों की पहचान कर पाएँगे !
•
7. छात्रों को पृथ्िी के विषय में ज्ञान होगा!
छात्रों को पृथ्िी की परतों क ज्ञान होगा!
8. 1.प्यारे बच्चों यह बताओ ऐसा कौन सा गृह है जिस पर
िीिन है ?
2.पृथ्िी को नीला गृह क्यों कहते है ?
3.पृथ्िी ककन ककन पिार्थों की बनी होती है ?
4.पृथ्िी की परतों के बारे में बताओ ?
9. अच्छा बच्चों! प्यारे बच्चों आि हम
पृथ्िी पर पायी िाने िाली विमिन्न चट्टानों के विषय में
िानेगे
10. शशक्षण
बबिंदु
छात्रा अध्यापिका क्रियाए छात्र
क्रियाए
श्यामिट
क्रियाए
चट्टान चट्टानों क़े विषय मे आपको क्या पता हैं मिन्न-2
उत्तर :
पत्र्थर,
ममट्टी,इत्या
दि
--------------
-
चट्टान का
अर्थि
(अध्यावपका
द्िारा)
पृथ्िी की ऊपरी परत या िू-पटल (क्रस्ट) में ममलने
िाले पिार्थि चाहे िे ग्रेनाइट तर्था बालुका पत्र्थर की
िाांतत कठोर प्रकृ तत के हो या चाक या रेत की िाांतत
कोमल; चाक एिां लाइमस्टोन की िाांतत प्रिेश्य हों या
स्लेट की िाांतत अप्रिेश्य हों, चट्टान अर्थिा शैल
छात्र ध्यान
पूििक सुन
एिां मलख रहे
है
छात्राआध्य
वपका ने
तीन िेि
एिां
उिाहरण
11. शशक्षण बबिंदु छात्रा अध्यापिका क्रियाए छात्र
क्रियाए
श्यामिट
क्रियाए
चट्टानों के
प्रकार
चट्टानें तीन प्रकार की होती है –
1. आग्नेय
2. अिसािी
3. कायाांतररत
छात्र ध्यान
पूििक सुन एिां
मलख रहे है
छात्राआध्यवपका
ने िेि एिां
उिाहरण
श्यामपट पर
मलखे एिम चाटि
की सहायता से
इसे स्पष्ट ककया
आग्नेय चट्टान (1.) आग्नेय चट्टाने: आग्नेय शब्ि लैदटन
िाषा के ‘इजग्नस’ से मलया गया है, जिसका
सामान्य अर्थि अजग्न होता है।
आग्नेय चट्टान स्र्थूल परतरदहत, कठोर
सांघनन एिां िीिाश्मरदहत होती हैं।
छात्र ध्यान
पूििक सुन एिां
मलख रहे है
छात्राआध्यवपका
ने िेि एिां
उिाहरण
श्यामपट पर
मलखे
12. शशक्षण बबिंदु छात्रा अध्यापिका क्रियाए छात्र
क्रियाए
श्यामिट
क्रियाए
अिसािी चट्टान (2). अवसादी चट्टाने: अिसािी चट्टान से
तात्पयि है कक, प्रकृ तत के कारकों द्िारा तनममित
छोटी-छोटी चट्टानें ककसी स्र्थान पर िमा हो
िाती हैं, और बाि के काल में िबाि या
रासायतनक प्रततकक्रया या अन्य कारकों के द्िारा
परत िैसी ठोस रूप में तनममित हो िाती हैं। इन्हें
ही ‘अिसािी चट्टान’ कहते हैं। अिसािी शैलों का
तनमािण िल, िायु या दहमानी, ककसी िी कारक
द्िारा हो सकता है। इसी आधार पर अिसािी
शैलें ‘िलि’, ‘िायूढ़’ तर्था ‘दहमनिीय’ प्रकार की
होती हैं। बलुआ पत्र्थर, चुना पत्र्थर, स्लेट,
सांगमरमर, मलग्नाइट, एन्रासाइट ये अिसािी
चट्टाने है।
छात्र ध्यान
पूििक सुन
एिां मलख
रहे है
छात्राआध्यवप
का ने िेि
एिां उिाहरण
श्यामपट पर
मलखे
13. शशक्षण बबिंदु छात्रा अध्यापिका क्रियाए छात्र क्रियाए श्यामिट
क्रियाए
कायाांतररत
चट्टाने (शैल)
आग्नेय एिां अिसािी शैलों में ताप और िाब
के कारण पररिितन या रूपान्तरण हो िाने
से कायाांतररत शैल (metamorphic rock) का
तनमाणि होता हैं। रूपाांतररत चट्टानों
(कायाांतररत शैल) पृथ्िी की पपड़ी के एक
बड़े दहस्सा से बनी होती है और बनािट,
रासायतनक और खतनि सांयोिन द्िारा
इनको िगीकृ त ककया िाता है|
अवसादी चट्टानों के कु छ उदाहरण
शैल – स्लेट
चुना पत्र्थर – सांगमरमर
मलग्नाइट-एन्रासाइट
स्लेट – फाइलाइट
छात्र ध्यान पूििक
सुन एिां मलख रहे
है
छात्राआध्यवप
का ने िेि
एिां उिाहरण
श्यामपट पर
मलखे
14. १.चट्टानें क्या होती है?
२. चट्टाने ककतने प्रकार की होती है?
३.आग्नये चट्टानें कौन सी होती है?
४.आग्नये एिां अिसािी चट्टानों से कौन सी चट्टानें
बनती है?