PersonalityDevelopment
Every man is unique …… हर मनुष्य का अपना एक व्यक्तििव होिा
हैं ! वही मनुष्य की असली पहचान होिी हैं ! मनुष्य क
े गुणों एवं
दूरगुणों से ही वयक्ति की personality बनिी हैं !
उसक
े दूरगुणों को उसकी personality से आप दूर नहीं रख सकिे हैं
!
ककसी भी मनुष्य की personality को आप दूसरों की पर्सनााललटी से
कभी भी compare नहीं कर सकिे हैं ! you are incomparable
इस संसार में आप अिुलनीय हो ! पर्सनााललटी डेव्लपमेंट जन्म से
मृत्यु िक यह अपने समय , उम्र , आसपास क
े वािावरण , क
े
अनुसार develop होिा हैं !
तया डडवैलप होिा हैं ? जौ हमें जन्म से ही लमल हैं ! जैसे र्सवभाव /
Behavior , चचन्िा धारा / Thought , भावुकिा / Emotions ,
इन्ही िीनों चीजों को हम क् ंदगी भर िराशिे हैं !
यह िीनों चचजे एक दम wield होिी हैं , हमारे जन्म से / पैदाईशी !
हमे समय , सोसाइटी , समाज क
े हहसाब से इसे सजाना और
बडिया बनाना पििा हैं ! well dress up करना पििा हैं ! अपने
आप को उसी िरह ट्रैंड करना पििा हैं ! समाज सोसाइटी हमें
र्सवीकार करे उस रूप में हमें अपने आपको िैयार करना पििा हैं !
It is never ending process ...... जैसे जैसे हम इसे िराशिे हैं !
वह अपने आप आपक
े व्यक्तििव को और ज़्यादा ननखारने लगिा हैं !
उसी समय लोग भी , सोसाईटी भी अपनी अपनी द्रक्ष्ट क
े अनुसार
आपकी पर्सनााललटी को आकने लगिे हैं ! वही आपकी पहचान या
पर्सनााललटी कहलाने लगिी हैं !
धन्यबाद
वीरेंद्र श्रीवार्सिव
11/06/2021