पशुपालन कृषि विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत पालतू पशुओं के विभिन्न पक्षों जैसे भोजन, आश्रय, स्वास्थ्य, प्रजनन आदि का अध्ययन किया जाता है। पशुपालन का पठन-पाठन विश्व के विभिन्न विश्वविद्यालयों में एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में किया जा रहा है।भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि एवं पशुपालन का विशेष महत्व है। सकल घरेलू कृषि उत्पाद में पशुपालन का 28-30 प्रतिशत का योगदान सराहनीय है जिसमें दुग्ध एक ऐसा उत्पाद है जिसका योगदान सर्वाधिक है। भारत में विश्व की कुल संख्या का 15 प्रतिशत गायें एवं 55 प्रतिशत भैंसें है और देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 53 प्रतिशत भैंसों व 43 प्रतिशत गायों से प्राप्त होता है। भारत लगभग 121.8 मिलियन टन दुग्ध उत्पादन करके विश्व में प्रथम स्थान पर है जो कि एक मिसाल है और उत्तर प्रदेश इसमें अग्रणी है। यह उपलब्धि पशुपालन से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे मवेशियों की नस्ल, पालन-पोषण, स्वास्थ्य एवं आवास प्रबंधन इत्यादि में किए गये अनुसंधान एवं उसके प्रचार-प्रसार का परिणाम है। लेकिन आज भी कुछ अन्य देशों की तुलना में हमारे पशुओं का दुग्ध उत्पादन अत्यन्त कम है और इस दिशा में सुधार की बहुत संभावनायें है।
छोटे, भूमिहीन तथा सीमान्त किसान जिनके पास फसल उगाने एवं बड़े पशु पालने के अवसर सीमित है, छोटे पशुओं जैसे भेड़-बकरियाँ, सूकर एवं मुर्गीपालन
2. जनवरȣ माह मɅजनवरȣ माह मɅजनवरȣ माह मɅजनवरȣ माह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• खुर-मुँह रोग के बचाव का टȣका लगवायɅ ।
• पेट के कȧड़ɉ कȧ दवाई िनयिमत दɅ
• बछड़ɉ को बैल बनाने के िलए 6 माह कȧ आयु के बाद बिधया करवायɅ ।
• दुधाǽ पशु के थनैला रोग से बचाव के उपाय करɅ ।
• पशुओ को साफ व ताजा पानी ǒपलायɅ ।
• पशुओं का ǒबछावन समय–समय पर बदलवाते रहɅ ।
• पशुओं को ठंड लगने पर नज़दȣक के पशुिचǑक×सक से सलाह लɅ ।
• अिधक बरसीम ǔखलाने से पशु को अफारा हो सकता है, अफारा होने पर 500
माम सरसɉ के तेल मɅ 60 माम तारपीन का तेल िमला कर दɅ ।
• पशु के सàपूण[ ǒवकास के िलए खिनज िमौण 50-60 माम दɅ ।
फरवरȣ माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[फरवरȣ माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[फरवरȣ माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[फरवरȣ माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[
• पशुशाला व पशुओं कȧ सफाई िनयिमत करɅ ।
• गाय व भɇस के ताव मɅ आने पर उƣम नःल के साँड़ व झोटे से समय पर
गािभन करवायɅ ।
• गाय व भɇस के दो से तीन माह Ǒक गािभन होने पर पश-िचǑक×सक से गभ[ का
परȣ¢ण(चैक)अवँय करवाएँ।
• Þयाँने वाले पशुओं का ǒवशेष Úयान रखते हुए अÛय पशुओं से अलग रखɅ ।
• नवजात बÎड़े-बछǑड़यɉ व कटड़े-कटǑड़यɉ को अÛत:परजीवीनाशक दवाई
पशुिचǑक×सक कȧ सलाह अनुसार िनयिमत दɅ ।
• दुधाǽ पशुओं को थनैला रोग से बचाने के िलए दूध पूरा व मुÓठȤ बांध(फु ल
िमǔãकं ग) कर िनकालɅ ।
3. • बरसीम फसल कȧ आवँयकतानुसार िसंचाई करɅ ।
• बरसीम व जई फ़सल कȧ सहȣ अवःथा पर चारे के िलए कटाई करते
रहɅ ।
माच[ माह मɅ पशुधनमाच[ माह मɅ पशुधनमाच[ माह मɅ पशुधनमाच[ माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• Þयाँने वाले पशुओं को ूसूित बुखार से बचाने के िलए खिनज िमौण 50-60 माम
ूितǑदन दɅ ।
• पशु Þयाँने के 1-2 घÛटे के अÛदर नवजात बछड़े-बछǑड़यɉ को खीस अवँय ǒपलायɅ
।
• नवजात बछङɉ-बछǑडयɉ को 10-15 Ǒदन कȧ आयु पर सींगरǑहत करवायɅ ।
• पशुओं को बाहय परजीǒवयɉ से बचाने के िलए पशुिचǑक×सक कȧ सलाह अनुसार
उपयुƠ दवाई का िछड़काव िनयिमत करɅ ।
• पशुओं को संबामक रोगɉ के रोगरोधी टȣके समय- समय पर अवँय लगवाएं ।
• बरसीम फसल कȧ िसंचाई अिधक गमȸ होने पर सायंकाल मɅ करɅ ।
• हरे बारे कȧ फसऴ से अिधक उ×पादन लेने के िलए उÛनत Ǒकःम के बीज का
ूयोग करɅ ।
• खरȣफ मɅ हरा चारा लेने के िलए Ïवार एवं मÈका कȧ ǒबजाई करɅ ।
अूैल माह मɅअूैल माह मɅअूैल माह मɅअूैल माह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• गाय व भɇस के ताव मɅ आने पर समय से गािभÛन करवायɅ ।
• पशुओं को बरसीम अिधक ǔखलाने से आफारा हो जाये तो पशु को 50 से 100
िम. िल., तारपीन के तेल मɅ आधा Ǒकलो सरसɉ का तेल िमला कर दɅ पशु को तेज
धूप से बचायɅ ।
• पशुओं को मुँह-खुर रोग का टȣका यǑद नहȣं लगवाया तो अवँय लगवाएं ।
• दूध का अिधक मूãय लेने के िलए दुÊध पदाथ[ बना कर बेचɅ ।
4. • गेहूँ के भूसे कȧ पौषकता बढ़ाने के िलप यूǐरया से उपचाǐरत करɅ ।
• पशु कȧ अÍछȤ सेहत तथा दूध बढ़ाने के िलए 50-60 माम खिनज
िमौण अवँय दɅ ।
• गिम[यɉ मɅ हरा चारा लेने के िलए गेहूँ कटाई के बाद Ïवार और मãका व लोǒबया
कȧ ǒबजाई करɅ ।
• भेड बकǐरयɉ को अÛत: परजीवीनाशक दवाई पशुिचǑक×सक कȧ सलाह अनुसार
समय-समय पर दɅ।
मई माह मɅमई माह मɅमई माह मɅमई माह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• गाय व भɇस से असली नःल के बÍचे लेने के िलए उÛहɅ अÍछȤ नःल के सांड़ से
गािभन करवायɅ ।
• पशुओं को गलघोटू रोग से बचाव का टȣका लगवायɅ ।
• पशुओं को सÛतुिलत आहार दɅ ǔजससे उनकȧ दुÊध उ×पादन ¢मता बनी रहे ।
• िचिचड़यɉ व पेट के कȧड़ɉ से बचाव का उिचत ूबÛध करɅ।
• दुधाǽ पशुओं का थैनेला रोग से बचाव करɅ।
• चारे कȧ फसल से असली पैदावार लेने के िलए कृ ǒष ǒवशेष£ कȧ सलाह अनुसार
उÛऩत Ǒकःम के बीज का ूबÛध करɅ ।
• गिम[यɉ मɅ हरे चारे के िलए Ïवार, मÈका व लोǒबया कȧ ǒबजाई करɅ।
• पशुओं का लू से बचाव करɅ।
• बछड़े को बैल बनाने के िलए छ: मास कȧ आयु पर बिधया करवायɅ ।
5. जूजूजूजून माह मɅन माह मɅन माह मɅन माह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• पशुओं को Þलैक-Èवाट[र रोग से बचाव का टȣका अवँय लगवायɅ।
• पशुओं को 50-60 माम खिनज िमौण व 20 माम नमक रोजाना दɅ।
• पशुओं को गलघोटू रोग का टȣका यǑद नहȣं लगवाया तो अवँय लगवायɅ।
• पशुओं को पशु िचǑक×सक कȧ सलाह अनुसार पेट के कȧड़ɉ कȧ दवाह[ समय- समय
पर देते रहɅ ।
• गिम[यɉ के मौसम मɅ पैदा कȧ गई Ïवार मɅ जहरȣला पदाथ[ हो सकता है, जो पशुओं
के िलए हािनकारक है अूैल मɅ ǒबजाई कȧ गई Ïवार के ǔखलाने से पहले 2-3 बार
पानी अवँय दɅ।
• बरसात के मौसम मɅ चारे कȧ अÍछȤ पैदावार लेने िलए Ïवार व मÈका कȧ ǒबजाई
करɅ ।
जुलाई माह मɅजुलाई माह मɅजुलाई माह मɅजुलाई माह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• माह के मÚय तक भैसɉ का Þयांत शुǾ हो जाता है इसिलए ÞयानɅ वाले पशु का
ǒवशेष Úयान रखɅ।
• गाय व भɇस का बÍचा पैदा होते हȣ बÍचे कȧ नाल को 1.5 से 2.0 इंच पर धागे से
बांध कर नये Þलेड से काट कर Ǒटंचर आयोडȣन लगायɅ।
• पशु ÞयानɅ के दो घंटे तक बÍचɉ को खीस अवँय ǒपलायɅ।
• अिधक दुध देने बाले पशुओं के ÞयानɅ के 7-8 Ǒदन तक दुÊध एवर(िमãक
Ǒफवर)होने कȧ सàभावना अिधक होती है इसिलए पशु को कै ǔãशया फाःफोरस का
घोल 70 से 100 माम ूितǑदन ǒपलायɅ तथा 8-10 Ǒदन तक पूरा दूध िनकालɅ।
• पशुओं के पेट कȧड़ɉ कȧ रोकथाम करने के िलए बÍचा पैदा होने के 7 Ǒदन, 25
Ǒदन, 3 माह और 6 माह के अÛतराल पर कȧड़े नाशक दवाई कȧ खुराक पशु
6. िचǑक×सक कȧ सलाह के अनुसार दɅ और इस के बाद ू×येक 4 माह के
अंतराल पर अवँय देते रहɅ।
• चारे के िलए मÈका कȧ दूसरȣ फसल बोने का उिचत समय है। बीज कȧ
माऽा ूित एकड़ 30 Ǒकलोमाम ूयोग करनी चाǑहए।
• चारे के िलए Ïवार कȧ उƣम ǑकःमɅ पी. सी-9, एच.सी . 171 व एस. एल.-44 कȧ
ǒबजाई माह के मÚय तक पूरȣ कर लɅ । बीज कȧ माऽा ूित एकड़ 20-25 Ǒकलोमम
ूयोग करनी चाǑहए।
• सÛतुिलत पशु-चारे के िलए मÈका, Ïवार बाजरे को लोǒबया व Êवार के साथ िमला
कर ǒबजाई करɅ पशुओं को सÛतुिलत चारा ǔखलाने से पशु के शरȣर का समय पर
ǒवकास और दुÊध उ×पादन मɅ वृǒƨ होती है।
अगःतअगःतअगःतअगःत माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[
• वषा[ ऋतु मɅ पशुओं मɅ गलघोटू Þलैक-Èवाट[र जैसे छू त के रोग अिधक फै लते हɇ यǑद
इन रोगɉ के ूितरोधक टȣके नहȣं लगवायɅ हɉ तो अवँय लगवा लɅ।
• बरसात के मौसम मɅ पशुघरɉ को सूखा रखɅ एवं मÈखी रǑहत करने के िलए
Ǒफ़नाईल का िछडकाव करते रहे ।
• पशुओं को खिनज िमौण 50 माम से 60 माम ूितǑदन दɅ ǔजसे पशु कȧ दुÊध और
शारȣǐरक ¢मता बनी रहे।
• पशुओं को जुएँ व िचचड़ से बचाव के िलए समय-समय पर पशु िचǑक×सक कȧ
सलाह अनुसार जुएँᅠव िचचड़ नाशक दवाई का िछड़काव िनयिमत करɅ।
• पशुओं को तालाब का गÛदा पानी न ǒपलायɅ चारे कȧ फसल से अिधक उ×पादन लेने
के िलए उिचत समय पर िसंचाई करɅ।
• मÈका ǒबजाई से 40-50 Ǒदन और Ïवार 50 से 60 Ǒदन बाद पशुओं को ǔखलाने
पर भरपूर माऽा मɅ पौǒƴक त×व िमलते हɇ ।
7. • अÈटूबर माह मɅ हरे चारे कȧ कमी को पूरा करने के िलए अगःत माह
के तीसरे व चौथे फखवाड़े मɅ मÈका और एवार कȧ ǒबजाई करɅ।
िसिसिसिसतàबरतàबरतàबरतàबर माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[माह मɅ पशुधन सàबǔÛधत काय[
• गाय व भɇस को ताव मɅ आने के 12 से 18 घÛटे के अÛदर गािभन करवाने का
उिचत समय है ।
• दुधाǽ पशुओं मɅ थैनेला रोग से बचाव के उपाय करɅ।
• पशुओं को अÛत:परजीवी नाशक दवाई पशु-िचǑक×सक कȧ सलाह अनुसार िनयिमत
दɅ ।
• बरसीम कȧ पहली ǒबजाई इस माह के अǔÛतम सƯाह मɅ शुǽ करɅ।
• बरसीम कȧ पहली काट से अिधक चारा लेने के िलए सरसɉ कȧ (चाइनीज
कै बीज़)Ǒकःम या जई िमलाकर ǒबजाई करɅ।
• बरसीम के साथ राई घास िमला कर ǒबजाई करने से हरे चारे कȧ पौǒƴकता व उपज
मɅ वृǒƨ होती है।
• बरसीम फसल से अिधक उपज व लàबी अविध तक(मÚय जून) तक हरा चारा ूाƯ
करने के िलए उनत Ǒकःमɉ BL-10,BL-22 व BL-42 कȧ ǒबजाई करɅ।
• बरसीम कȧ ǒबजाई नये खेत मɅ करनी हो तो बीज को राईजोǒबयम कãचर से
उपचाǐरत करने पर अिधक हरा चारा ूाƯ Ǒकया जा सकता है।
• बैल बनाने के िलए छ: मास कȧ आयु होने पर बछड़े को बिधया करवायɅ ।
8. अअअअÈटूबरÈटूबरÈटूबरÈटूबर माह मɅमाह मɅमाह मɅमाह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• इस माह से सदȹ का मौसम शुǽ हो जाता है, इसिलए पशुओं का सदȹ
से बचाव का उिचत ूबÛध करɅ।
• सदȹ के मौसम मɅ अिधकतर भɇस ताव मɅ आती है,अत: भɇस के ताव मɅ आने पर
समय से गािभन करवायɅ ।
• भɇस को मुरा[ह नःल के झोटे से या नजदȣक के कृ ǒऽम गभा[धन के Ûि से हȣ गािभन
करवायɅ ।
• भɇस Þयांने के 60-70 Ǒदनɉ तक ताव मɅ नहȣं आये तो नजदȣक के पशुिचǑक×सक
से जांच करवायɅ ।
• भɇस व गाय को समय से ताव मɅ लाने के िलए खिनज िमौण अवँय ǔखलायɅ।
• पशुओं को बाƻ परजीवी से बचाव के िलए पशुिचǑक×सक कȧ सलाह से दवाई का
िछड़काव िनयमत करɅ।
• अिधक चारा लेने के िलए बरसीम फसल कȧ उÛनत ǑकःमɅ कȧ BL-10,BL-22 व BL-
42 कȧ ǒबजाई अवँय कर लɅ ।
• जई फसल से अिधक चारा लेने के िलए उÛनत Ǒकःमɉ OS-6,OL-9 या कै Ûट कȧ
ǒबजाई माह के मÚय सɅ शुǽ करɅ।
नवàबरनवàबरनवàबरनवàबर माह मɅमाह मɅमाह मɅमाह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• पशुओं को खुर- मुँह कȧ बीमारȣ के बचाव का टȣका लगवायɅ ।
• थैनेला रोग से बचाव के उपाय करɅ ।
• सदȹ के मौसम मɅ भɇस अिधकतर ताव मɅ आती है अत: भɇस को समय से मुरा[ह
नःल के झोटे से गािभन करवायɅ।
• पशुओं को सदȹ से बचाने के िलए पशु घर का उिचत ूबÛध करɅ।
• पशुओं का ǒबछावन सूखा होना चाǑहए तथा ूितǑदन बदलना चाǑहए।
9. • पशुओं को खिनज िमौण अवँय ǔखलाएं ।
• जई फसल कȧ ǒबजाई इस माह पूरȣ कर लɅ ।
• बरसीम फसल कȧ िसंचाई 15-20 Ǒदन के अÛतराल पर करते रहɅ।
• लूस[न कȧ ǒबजाई माह के मÚय तक अवँय पूरȣ कर लɅ।
ǑदसàबरǑदसàबरǑदसàबरǑदसàबर माह मɅमाह मɅमाह मɅमाह मɅ पशुधनपशुधनपशुधनपशुधन सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[सàबǔÛधत काय[
• पशुओं को अÛत: कृ िमनाशक दवाई पशु िचǑक×सक कȧ सलाह से समय-समय पर
ǒपलायɅ।
• पशुओं को संतुिलत आहार के साथ-साथ खिनज िमौण ूितǑदन ǔखलाएं।
• बरसीम अिधक ǔखलाने से पशुओं को अफारा हो सकता है, अफारे से बवाव के िलए
बरसीम के साथ सूखा चारा िमला कर ǔखलायɅ ।
• पशुओं को सदȹ से बचाव का उिचत ूबÛध करɅ
• पशुओं को खुरपका-मुँहपका रोग से बचाव का टȣका लगवायɅ।
• दुधाǽ पशुओं को थैनेला रोग से बचाने के िलए पूरा दूध िनकाले और दूध दोहन के
बाद थनɉ को कȧटाणु नाशक घोल मɅ डुबोयɅ।
• बरसीम सल को सǑद[यɉ मɅ 15 से 20 Ǒदनɉ के अÛतर पर पानी अवँय लगायɅ ।
• जई फसल मɅ पहला पानी 21-25 Ǒदनɉ पर लगायɅ।