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Rajani power point

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  1. 1. भारत हमारा ज मदेश है | ेआजकल जगत् क सबसे मुख सम या है पयावरण दषण |सम या ह पयावरण दूषण | पयावरण और कृ त म गहरा ं ं ै | ईसंबंध है | कृ त ई वर का वरदान है | इस लए हम इसवरदान ह | इस लए हम इस कृ त क देख-रेख करना ज़ र है |है |
  2. 2. े•आधु नक युग के व ान क उ न त के साथ-साथ मानव अपने वाथ जीवन को बताने के लए उसका दु पयोग कर रहा है |दु ह ह | • कृ त और मानव के बीच संतुलन को इस कार बगड़ कर रहा है |को इस कार बगड़ कर रहा ह | •फल व प आज का वातावरण इतना द षत हो गया है क क त औरदू षत हो गया ह क कृ त और मानव का अि त व ह खतरे म पड़ गया |गया | •मनु य का काय े जैसे-जैसे बड़ा उसका दषण का े भी बढ़ता गयाउसका दूषण का भी बढ़ता गया है |
  3. 3. ♣ दूषण वरोधी लड़ाई एक अ भशाप के प म य तर परश ु तर र लड़ी ज न चा हए | ♣ हम इस काय म असफल हए तोह इ हु आनेवाल पी ढ़य को दूषण का प रणाम को बो य होना चा हए | ♣ पयावरण क सुर ा भी हम एक- एक का कत य है | े♣ हम सब पयावरण के लए य न करती है | ो े♣ पयावरण को न दू षत करके ई वर का वरदान समझकर जीना ै |ज़ र है |
  4. 4. संतोष का वषय है क आज पयावरण♣ संतोष का वषय है क आज पयावरण दूषण क सम या व व म च चत होदू ह रह है | ♣ इस लए आनेवाल नए पीढ़ इस पर♣ इस लए आनवाल नए पीढ़ इस पर बोधग य होते ह | ♣ हम सबको मलकर क त क सर ा♣ हम सबको मलकर कृ त क सुर ा करनी चा हए |
  5. 5. इसी तरह के च हम को पयावरण और कृ त म गहरा संबंध है | इसी तरह क च हम को देख सकते ह | गहरा सबध ह | क त हमार माता औरकृ त हमार माता और सहेल है | इस लए हमको अपनी माता के सामान क तमाता क सामान कृ त का पालन पोषण करना चा हए |चा हए |

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