2. जल क
ै से बचाएं
जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है देश क
े कई हहस्सों र्में
पानी की सर्मस्या हिकराल रूप धारण कर रही
है। प्रहििर्ष यह सर्मस्या पहले क
े र्मुकाबले और
बढ़िी जािी है। लािूर जैसी कई जगह िस पानी
की कर्मी की िजह से हालाि अत्यन्त भयािह हस
रहे हैं। लेहकन हर्म हर्मेशा यही ससचिे हैं बस
जैसे िैसे गर्मी का सीजन हनकाल जाये बाररश
आिे ही पानी की सर्मस्या दू र हस जायेगी और
यह ससचकर जल सरोंक्षण क
े प्रहि बेरुखी
अपनाये रहिे हैं।
3. जल संसाधन
जल सोंसाधन पानी क
े िह स्रसि हैं जस र्मानि जाहि क
े
हलये उपयसगी हैं या हजनक
े उपयसग र्में आने की
सम्भािना है। पूरे हिश्व र्में धरिी का लगभग िीन
चौथाई भाग जल से हिरा हुआ है हकन्तु इसर्में से
97% पानी खारा है जस पीने यसग्य नहीों है, पीने यसग्य
पानी की र्मात्रा हसर्
ष 3% है। इसर्में भी 2% पानी
ग्लेहशयर एिों बर्
ष क
े रूप र्में है। इस प्रकार सही
र्मायने र्में र्मात्र 1% पानी ही र्मानि क
े उपयसग हेिु
उपलब्ध है।
4. जल क
े स्रसिसों कस हर्म िीन भागसों र्में हिभाहजि कर सकिे
हैं –
1. धरातल क
े ऊपर से प्राप्त जल – यह बाररश का जल
है जस शुद्ध हसिा है हकन्तु सिक
ष िा ना रखने पर जर्मीन
पर आिे आिे इसर्में कई प्रकार की अशुद्धद्धयााँ िुलने का
डर रहिा है।
2. धरातलीय जल – नदी, िालाब, झील, झरने आहद
धरािलीय जल क
े प्रकार हैं।
3. अन्त: धरातलीय जल – कच्चे िथा पक
े क
ु एों ,
बािड़ी, बसररोंग आहद।
5. जल सरंक्षण की आवश्यकता क्यं है ?
जनसोंख्या िृद्धद्ध, शहरीकरण िथा औधसहगकीकरण
क
े कारण प्रहि व्यद्धि क
े हलये उपलब्ध पेयजल की
र्मात्रा लगािार कर्म हस रही है हजससे उपलब्ध जल
सोंसाधनसों पर दबाि बढ़िा जा रहा है। जहााँ एक ओर
पानी की र्माोंग लगािार बढ़ रही है िहीाँ दू सरी ओर
प्रदू र्ण और हर्मलािट क
े कारण उपयसग हकये जाने
िाले जल सोंसाधनसों की गुणित्ता िेजी से िट रही
है।साथ ही भूहर्मगि जल का स्तर िेजी से हगरिा जा
रहा है ऐसी द्धस्तहथ र्में पानी की कर्मी की पूहिष करने क
े
हलये आज जल सोंरक्षण की हनिान्त आिश्यकिा है।
6. जल संरक्षण क
े उपाय
जल सोंरक्षण आज हिश्व की सिोपरर प्राथहर्मकिाओों र्में से
हसनी चाहहये। जल सोंरक्षण हर्मे िर र्में, िर क
े बाहर, बाग़
बगीचसों, खेि खहलहान हर जगह करना चाहहये।
1. घरेलू जल सरंक्षण
गाड़ी धसिे सर्मय पाइप की बजाय बाल्टी ि र्मग का प्रयसग
करें, इससे कार्ी पानी बचिा है।
जहााँ कहीों भी नल या पाइप लीक करे िस उसे िुरन्त ठीक
करिायें। इसर्में कार्ी पानी कस बबाषद हसने से रसका जा
सकिा है।
बिषन धसिे सर्मय भी नल कस लगािार खसले रहने की
बजाये अगर बाल्टी र्में पानी भर कर कार्म हकया जाए िस
कार्ी पानी बच सकिा है।
7. 2- घर क
े बाहर जल संरक्षण
सािषजहनक पाक
ष , गली, र्मौहल्ले, अस्पिाल, स्क
ू लसों आहद र्में जहााँ
कहीों भी नल की टसोंहटयााँ खराब हसों या पाइप से पानी लीक हस रहा
हस िस िुरन्त जलदाय ऑहर्स र्में या सम्बद्धिि व्यद्धि कस सूचना
दें, इसर्में हजारसों लीटर पानी की बबाषदी रसकी जा सकिी है।
बाग़ बगीचसों एिों िर क
े आस पास पौधसों र्में पाइप से पानी देने क
े
बजाय िाटर क
ै न द्वारा पानी देने से कार्ी पानी की बचि हस
सकिी है
बाग़ बगीचसों र्में हदन की बजाय राि र्में पानी देना चाहहये। इससे
पानी का िाष्पीकरण नहीों हस पािा। कर्म पानी से ही हसोंचाई हस
जािी है
हसोंचाई क्षेत्र हेिु क
ृ हर् क
े हलये कर्म लागि की आधुहनक िकनीकसों
कस अपनाना जल सरोंक्षण हिु उपयसगी है।
8. 3. वृक्षा रयपण
िृक्ष हर्मारे अहभन्न हर्मत्र हैं ये हर्में छाया,र्ल,लकड़ी
प्रदान करिे हैं जर्मीन का कटाि रसकिे हैं, बाढ़ से
सुरक्षा करिे हैं। जहााँ ज्यादा िृक्ष हसिे हैं िहाों अच्छी
बाररश हसिी है हजससे बाररश र्में नदी नाले भर जािे
हैं और पानी की कर्मी नहीों हस पािी। इसहलए
लगािार िृक्षा रसपण करिे रहना चाहहये।
4. औधयगिक क्षेत्र में नई तकनीक
पानी की जरूरि कस कर्म करने हलये, औद्यसहगक
क्षेत्र, कारखानसों आहद र्में आधुहनक िकनीक कस
प्रयसग र्में लेना चाहहये।
9. 5. वर्ाा जल संचयन
एक बाररश क
े बाद अगली बाररश से छिसों से िर्ाष जल का सोंचय
करें। यह पीने, कपड़े धसने, बागिानी आहद सभी कायों हेिू उत्तर्म
है। इसक
े हलये गााँि, शहरसों र्में भिन हनर्माषण सम्बिी हनयर्मसों र्में िर्ाष
जल सोंचयन कस अहनिायष हकया जाना चाहहये िथा लसगसों कस िर्ाष
जल सोंचय हेिु प्रसत्साहहि हकये जाने िाले उपाय ढूोंढे जाने चाहहयें।
6. जल जािरूकता कायाक्रम
पानी की बबाषदी रसकने, िर्ाष जल का सोंचयन करने, लगािार
िृक्षारसपण करने िथा पानी कस प्रदुर्ण से बचाने हेिु लगािार
जागरूकिा कायषक्रर्म चलािे रहना चाहहये और यह प्रयास
हर्म सबकस हर्मलकर करना चाहहए।
10. जल क
े प्रमुख रसायगनक और भौगतक िुण हैं-
•जल सार्मान्य िापर्मान और दबाि र्में एक र्ीका, हबना
गोंध िाला िरल है। जल और बर्फ
ष का रोंग बहुि ही हल्क
े
नीला हसिा है, हालाोंहक जल कर्म र्मात्रा र्में रोंगहीन लगिा
है। बर्
ष भी रोंगहीन लगिी है और जल िाष्प र्मूलि एक
गैस क
े रूप र्में अदृश्य हसिा है।
•जल पारदशी हसिा है, इसहलए जलीय पौधे इसर्मे
जीहिि रह सकिे हैं क्सोंहक उन्हे सूयष की रसशनी हर्मलिी
रहिी है। क
े िल शद्धिशाली पराबैंगनी हकरणसों का ही
क
ु छ हद िक यह अिशसर्ण कर पािा है।