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छोटे किसानोों िी आय िै से
बढाई जा सिती है?
किसान ों िे बारे में क ोंता क् ों िरें?
िारण 1:
अगर इतने सारे भारतीयोों िे पास
बुकनयादी आकथिि सुरक्षा नहीों
होगी,
तो भारत िो समृद्ध देश
नहीों माना जा सिता
अगर इतने िारण पयािप्त नहीों है…
स्रोत: 1. िृ कि साोंख्यििी एि नज़र में, 2014, अथिशास्त्र और साोंख्यििी कनदेशालय, िृ कि मोंत्रालय, भारत सरिार,
2. 2011 में भारत िी जनगणना िे कहसाब से पररवार िे आिार िा डेटा.
भारतीय - किसान और
िृ कि क्षेत्र में मजदू र हैं
खेती पर कनभिर है26.30
िर ड़
43
िर ड़
किसान ों िे बारे में क ोंता क् ों िरें?
िारण 2: किसान ग्राहि होते हैं और अथिव्यवस्था िे कविास में
योगदान देते हैं.
िारण 3: किसानोों िे मुद्दे भारत िी राजनीकत िो प्रभाकवत िरते हैं...
राजनीकत िा नीकतयोों पर असर पड़ता है… कजसिा आप पर असर पड़ता है
किर भले ही आप किसान हो या न हो.
कितने किसान 'छ टे' हैं?
35% किसानोों िे पास 0.4
हेक्टेयर से िम जमीन है
69% िे पास 1 हेक्टेयर
से िम जमीन है
87% िे पास 2 हेक्टेयर
से िम जमीन है
िे वल शीिि 13% किसानोों िे पास ही 2 हेक्टेयर से अकिि जमीन है
(एि हेक्टेयर = 100 मीटर x 100 मीटर | सामान्य कििे ट िा मैदान = 1.25 हेक्टेयर होता है)
स्रोत: िृ कि साोंख्यििी एि नज़र में, 2014, अथिशास्त्र और साोंख्यििी कनदेशालय, िृ कि मोंत्रालय, भारत सरिार
छ टा किसान मतलब िम आमदनी
0.4 हेक्टेयर से िम जमीन वाले किसान
सालाना रु. 8,000 िमाते हैं
1 से 2 हेक्टेयर िे बीच जमीन वाले किसान
सालाना रु. 50,000 िमाते हैं
इस अल्प आय िी पूकति िे कलए, किसान मवेशी/भेड़/बिरी/मुगी आकद पालते हैं
और साथ ही उन्हें मनरेगा या शहरोों में एि मजदू र िे रूप में भी िाम िरना
पड़ता है – खासिर जब खेती िा मौसम न हो तब.
स्रोत: 2013 NSGO डेटा (NSS 70वाों राउोंड)
हााँ, ये राष्ट्र ीय औसत हैं इसकलए अलग-अलग प्रदेशोों में िािी अोंतर होगा, और ऐसे िई
प्रािृ कति िारि है जो किसानोों िी आय िो प्रभाकवत िरते हैं – लेकिन ये आोंिड़े स्पष्ट् सोंिे त
िरते हैं कि किसानोों िी आय कितनी कचोंताजनि रूप से िम है.
अकतररक्त क ोंता: ज खिम
न िे वल कसिि आय िम है, बख्यि खेती में जोख्यखम भी है!
किसान िो सामना िरना पड़ता है ऐसे िु छ जोख्यखम:
अपयािप्त या असामकयि
(जल्दी/देर से) बाररश
िसलोों पर िीटोों द्वारा
हमला होने िा खतरा है
िई अन्य प्रािृ कति िारणोों
से भी िसल खराब हो
जाती हैं
अगर िटाई िे समय
िसल िी अस्थायी
भरमार हो जाए, तो भी
िीमतें कगर सिती हैं
बुकनयादी ीज ों िे कलए पैसे ाकहए
किसान अपने कलए अन्न तो उगा सिता है, लेकिन प्राथकमि किक्षा और स्वास्थ्य जैसी
बुकनयादी चीजोों िे कलए उसे पैसो िी जरूरत पड़ती है.
साविजकनि कशक्षा अपयािप्त है और किसान िो अपने
बच्ोों िो पढाने िे कलए पैसो िी जरूरत पड़ती है.
भारत में साविजकनि स्वास्थ्य सेवाएों कवश्वसनीय नहीों हैं
और कचकित्सिीय आपात ख्यस्थकत किसान िो
िजि िी तरि ििे ल सिती है.
छोटे किसान िो अपने जीवन में सोंभलिर चलना पड़ता है.
त किर किसान िै से ज्यादा िमा सिते हैं?
दो तरीिोों से किसान ज्यादा िमा सिते हैं :
चकलए दोनोों तरीिोों पर नजर डालते हैं
2. ज्यादा पैसे
प्राप्त िरें
1. ज्यादा
उगाएों
िम लागत में उसी जमीन पर ज्यादा
िसलोों िो उगाएों
अपनी उगाई हुई िसल िे कलए
ज्यादा दाम प्राप्त िरें
1. ज्यादा िै से उगाएों ?
+ =
+ =
कसोंचाई िो बढाने से
ज्यादा उगाने में सबसे बड़ी मदद कमल सिती है
कसोंचाई वाले मौसम में 4.5 गुना
और कसोंचाई िे साथ सालाना 3.15 गुना
स्र त: इोंकडया इोंफ्रास्ट्रक्चर ररपोटि 2007, रूरल इोंफ्रास्ट्रक्चर, ऑक्सिोडि यूकनवकसिटी प्रेस.
1. िै से ज्यादा उगाएों ?
ज्यादा पानी से
दूसरी िसल किसान िो जोख्यखम लेने िा मौिा देती है, और वह ऐसी
िसल उगा सिता है कजससे उसे िािी बेहतर िीमत कमले.
...किसान िो अपनी पहली िसल पर बेहतर उपज कमलती है,
दूसरी और यहाों ति कि तीसरी िसल भी उगा सिता है.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
पानी िी उपलब्धता बढाने िे कलए 4 पद्धकतयाों हैं
वाटरशेड िा कनमािण,
स्थानीय पानी िो बचाने
िे कलए
िमाोंड एररया कसोंचाई िे कलए
बड़ी कसोंचाई पररयोजनाएों
जमीन से पानी कनिालना कलफ्ट कसोंचाई जैसी
अन्य पद्धकतयाों
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
WHERE?
Dry and arid regions without irrigation
canals, and with deep ground water
GOAL?
Decrease run off of rain water
Increase soil moisture levels
Improve level of open wells and ground water
Year round availability of drinking water
वॉटर िेड (जल सोंग्रह) िा कनमााण
िहाों? कसोंचाई नहरोों िे कबना शुष्क और कनजिल क्षेत्र, जहाों भूकमगत जल िािी
गहरा होता है!
लक्ष्य?
• बाररश िे पानी िो बह जाने से बचाना
• कमट्टी िी नमी िे स्तर में वृख्यद्ध िरना
• खुले िु ओों और भूजल िे स्तर में सुिार िरना
• पुरे साल पीने िा पानी उपलब्ध िराना
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
WHERE?
Dry and arid regions without irrigation
canals, and with deep ground water
GOAL?
Decrease run off of rain water
Increase soil moisture levels
Improve level of open wells and ground water
Year round availability of drinking water
ढलान वाला क्षेत्र, पानी िे प्रवाह िो िीमा िरने िे कलए
समोच् गड्ढे बनाना और वृक्षारोपण िरना
डरेनेज लाइन क्षेत्र, िों िर िे बाोंि और सीमेंट
बाोंि बनाना
िृ कि क्षेत्र िे िाम में खेत बाोंि
और खेत तालाब बनाना
शाकमल है
वॉटर िेड िा कनमााण
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
वॉटर िेड कनमााण िी जकटलताएों
1. लागत और लाभ असमान रूप से कवतररत होते हैं.
उदाहरण: ढलान िे किसानोों िो अपनी जमीन में से िु छ कहस्सा
छोड़ना पड़ता है, लेकिन सबसे ज्यादा िायदा घाटी में किसानोों
िो होता है.
2. बाोंि िी पोजीशन महत्वपूणि है. इस मुद्दे
पर राजनीकत हो सिती है जातीय राजनीकत
भी.
3. अगर ज्यादा पानी से िु छ किसान ज्यादा
मुनािे वाली िसलोों िी ओर मुड़ते हैं, तो
अन्य किसानोों िो िम पानी कमलता है.
4. वॉटर शेड कनमािण एि
तिनीिी िौशल है, जो िािी
िम मात्रा में उपलब्द है.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
?
कसों ाई िी बड़ी पररय जनाओों िी जकटलताएों
आजादी िे बाद िे दशिोों में बाोंिोों और नहरोों िा एि बड़ा नेटविि बनाया गया, और उसने भारत
िी हररत िाोंकत और खाद्य सुरक्षा िे कलए बहुत योगदान कदया. लेकिन आज यह पद्धकत अख्यस्थर है,
क्ोोंकि:
1. बड़े पैमाने पर कवर ध
क्ोोंकि कवस्थाकपत लोगोों िे
पुनवािस िा ररिॉडि
िािी खराब रहा है.
4. कबलिु ल छ र वाले किसान
पानी से वोंक त रह जाते हैं
क्ोोंकि बाोंि िे नजदीि वाले किसान
अकिि से अकिि मात्रा में पानी उपयोग
िरते हैं कजससे प्रवाह िे छोर ति
िािी िम पानी पहुोंचता है.
2. महोंगा रिरिाव
कनरोंतर आिार पर
आवश्यि हो जाता है.
3. अतीत में लगे भ्रष्टा ार िे आर प
इसे वतिमान में शुरू िरने िे कलए
राजनीकति रूप से असमथिनीय
बना देता है.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
जमीन से पानी कनिालने िी जकटलताएों
जमीन से पानी िो सकदयोों से कनिाला जा रहा है और हर साल
बाररश से किर से भरा जाता है, लेकिन…
बाररश में किर से भरे गए पानी िी तुलना में मुफ्त कबजली
तथा सख्यिडी वाले ईोंिन िा उपयोग िर पोंप से किसान
अकिि पानी िा उपयोग िर सिते हैं
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
जमीन से पानी कनिालने िी जकटलताएों
िम गरीब किसान अक्सर बहुत गहरे बोरवेल खुदवा िर सभी
उपलब्ध पानी िो बाहर ख्यखोंच लेते हैं, और इससे गाोंव में आम
पानी िे िु ओों से पीने िा पानी भी सुख सिता है.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
ज्यादा पानी: जकटलताएों
खथथरता िी आवश्यिता:
पानी िी आपूकति में वृख्यद्ध से माोंग में
बेमेल वृख्यद्ध हो सिती है, और
सामुदाकयि सोंस्थाओों और सोंगठन िो
ख्यस्थरता सुकनकित िरनी पड़ सिती है.
िानूनी ढाों ा:
भले ही जमीन से पानी कनिालने िे
कलए िानून बनाए गए होों - किर भी
किसान शायद ही िभी इस बारे ने
बोलते हैं क्ोोंकि उन्हें अपनी आय
बढाने िी िोकशश में िोई बुराई
नहीों कदखती.
अत्यकधि हद ति कनर्ारता:
ज्यादा पानी से किसान अकिि िमाई
वाली ज्यादा पानी वाली िसलोों िी
तरि जा सिते हैं, लेकिन इससे उन्हें
अचानि से ही पानी िी िमी िा
सामना िरना पड़ सिता है.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
महबूब नगर िा उदाहरण
 तेलोंगाना िा आिा बोंजर क्षेत्र, जहाों हर साल मुख्यिल से 600 कममी ति ही
बाररश होती है.
 ज्यादा पानी िी खपत वाली िसलोों िे कलए जमीन से पानी कनिाल ने िी
प्रकतस्पिािने पहले से ही सूखे जैसी ख्यस्थकत िो और खराब िर कदया.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
महबूब नगर िा उदाहरण
विि 2007 में, हैदराबाद ख्यस्थत गैर सरिारी सोंगठन, वाटरशेड सपोटि सकविसेज एों ड एख्यक्टकवटीज
नेटविि (WASSAN) ने बाररश िे पानी से सीोंची जाने वाली िसलोों िो बचाने िे कलए भूजल िो
इिठ्ठा किया.
• जमीन माकलिोोंने 50 से 100 एिड़ जमीन िे पूरे ब्लॉि िे कलए महत्वपूणि कसोंचाई उपलब्ध
िराने िे कलए बोरवेल साझा किए. पहली प्राथकमिता थी कि सर्ी िसल ों ि ब ाना,
नाकि िु छ िा पनपना.
सामूकहि मॉडल कनम्नकलख्यखत पर आिाररत था:
• व्यख्यिगत किसान िे बजाय पूरे क्षेत्र िी कसोंचाई पर बल कदया गया.
• जमीन िा पानी एि सामूकहि सोंपकि है नाकि कनजी सोंपकि.
http://www.indiawaterportal.org/articles/groundwater-commons-demonstrated-mahbubnagar-telangana
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
महबूब नगर िा उदाहरण
सिल िहानी िे तत्व
 गाोंव िे कलए मौजूदा ट्यूबवेलोों से वोटर कग्रड बनाई गई.
 िव्वारे जैसी तिनीि और सकदियोों में मूोंगिली और लोकबया जैसी िम पानी िी खपत
वाली िसलें उगाने िे कलए गाोंव वालो िी प्रकतबद्धता से पानी िा नुिसान िम हुआ.
 लागत साझा िरने और नए िु ओों िी खुदाई न िरने जैसे कनयम िे कलए सहमती.
 िसल कवकविीिरण, बायोमास में वृख्यद्ध तथा गेकनक्स, पलवार, मेंडबोंदी, और जल
सोंचयन से कमट्टी और नमी िा सोंरक्षण िरने िे कलए िदम उठाए गए.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
महबूब नगर िा उदाहरण
प्रर्ाव: कसोंक त क्षेत्र िा दुगना ह ना
 साझे क्षेत्र िे एि बड़े कहस्से (40%) िो सुरक्षात्मि कसोंचाई प्रदान िी गई.
 अनाज िे उत्पादन में 240% ति वृख्यद्ध हुई, और चारे में 300% वृख्यद्ध हुई.
 प्रकत बोरवेल िु ल रु. 7,812 िा अकतररि लाभ हुआ.
 पोंप चलाने िे िु ल समय में लगभग 25% ति बचत हुई कजसिे पररणामस्वरूप
भूजल और कबजली दोनोों िी बचत हुई.
 पानी िो सुरकक्षत क्षेत्र िे भीतर ही कनिाला गया.
1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी
ऐसे उपाय कजनसे पानी िी उपलब्धता बढ़ें ज किसान िी आय और
जीवन में बदलाव ला सिते हैं:
• अगर उपाय तिनीिी रूप से ठोस हैं, और
• अगर माोंग िो प्रबोंकित किया जाता है (अगर समुदाय आपूकति िी तुलना में
माोंग में वृख्यद्ध न िरे.)
इस िे महत्वपूणा तत्व हैं:
• सब िा लाभ नाकि िे वल िु छ लोगोों िा.
• प्रभावी स्थानीय नेतृत्व.
1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज
अकधि उपज िा दू सरा तरीिा है: िसल से बेहतर उपज
हर बुवाई में अकिि िसल उगा िर आय बढाने िे कलए कनम्नकलख्यखत तरीिे हैं:
ऐसी तिनीिें जीन से किसान
प्रकत एिड़ में अकिि िसल उगा
सिते हैं:
• उदाहरण: SRI तिनीिोों िे
प्रयोग से चावल िी उपज में
प्रकत हेक्टेयर 22 टन से ज्यादा
िी बढोतरी हुई है.
ज्यादा उपज वाले बीज और ऐसे
बीज जो किसी ख़ास क्षेत्र में खराब
पररख्यस्थकतयोों िी क्षकतपूकति िरते होों.
उदाहरण: ऐसे बीज कजनसे
िान िो खारे पानी में उगाया जा
सिता है.
बेहतर खाद, िीटनाशि और
िृ कमनाशि जो किसानोों िी
जमीन में पोिि तत्वोों िी िमी
और िसल िो प्रभाकवत
िरती खरपतवार और किटोों
िो हटािर मदद िरते हैं.
टपिन कसोंचाई जैसी तिनीिोों से
किसान पानी जैसे सबसे दुलिभ
घटि िा सही तरीिे से इस्तेमाल
िर सिते हैं.
1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज
बाधाएों
जानिारी िा आदानप्रदान: किसान िो अपने कलए सबसे अच्छे कवकशष्ट् बीज, उविरि
और तिनीि िे बारे में कसकमत जानिारी होता है. अक्सर बेचने वाले ही जानिारी िा
एिमात्र स्रोत होते हैं, जो उकचत नहीों है. िृ कि कवश्वकवद्यालयोों और सोंस्थानोों िो इस अोंतर
िो ज्यादा तेजी से भरने िी जरूरत है. िु छ राज्योों में िृ कि कवश्वकवद्यालयोों और सोंस्थानोों िे
अपेक्षािृ त अकिि प्रभावी प्रदशिन से पता चलता है कि भारत में यह सोंभव है.
ऋण िी उपलब्धता:
उपरोि वकणित िई तिनीि में सबसे पहले
कनवेश िी आवश्यिता होगी और उसिे
कलए किसान िो कििायती दरोों पर ऋण िी
आवश्यिता होगी.
ज खिम उठाने िी सीकमत क्षमता:
एि छोटे किसान िी जोख्यखम उठाने िी
क्षमता बहुत ही सीकमत होती है.
पारोंपररि तरीिोों से हट िर िु छ अगर
िरने िा कनणिय अगर कविल रहता है,
तो यह उसिे कलए जीवन और मृत्यु िा
कनणिय बन जाता है.
1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज
जकटलताएों
1. िेती िे कलए जरुरी वस्तुओों िी िीमतें तेजी से बढ़ सिती है.
देश भर में ऐसे िई उदाहरण हैं जहाों बुवाई िे मौसम िे दौरान
बेईमान खुदरा कविे ताओों द्वारा उविरि िो बहुत ही अकिि िीमत पर
बेचा गया हो.
इसिे अलावा, कनजी िों पकनयाों अपने उच् उपज वाले बीज िी िीमतोों
में वृख्यद्ध िर सिती हैं कजससे उच् उपज िा लाभ लगभग ना िे
बराबर रह जाता है.
2. किसान िेती िे कलए जरूरी इन वस्तुओों ि ऋण
पर र्ी ले लेते हैं, कजससे उनिा ज खिम अकधि बढ़
जाता है.
एि अिे ला किसान मोलभाव नहीों िर सिता. अगर इस पूरी श्रोंखला में िे वल िु छ लोग
ज्यादा उपज वाली वस्तुएों प्रदान िर रहे होों जो ‘थोड़ा अकिि’ मुनािा चाहते होों, तो किसान
िा लाभ गायब हो जाता है या किसान िो नुिसान भी हो सिता है.
1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज
किसान िी उपज खेती िे कलए जरुरी वस्तुओों िी बेहत गुणविा से बढ सिती है. लेकिन...
• इन में से िई वस्तुएों क्षेत्र िे आिार पर होती हैं और िों पनी उसिे शोि पर िािी खचि
िरती है. इसकलए िों पनी इस खचि िो वसूलना चाहती है.
• हालाोंकि, इन वस्तुओों िी अकिि िीमत से वास्तव में किसान िी शुद्ध आय घट सिती है
और इन वस्तुओों िो खरीदने िे कलए ऋण िी लागत से किसान सोंिट में आ सिता है.
• इन वस्तुओों िी लागत िे अनौपचाररि कनयमोों से भ्रष्ट्ाचार िो बढावा कमल सिता है.
सरिार िै से मदद िर सिती है?
• खेती में सहायि वस्तुओों िे कलए अनुसोंिान और उत्पादन िे कलए एि प्रकतस्पिी पररदृश्य िा
कनमािण िरना.
• महत्वपूणि वस्तुओों िे कनयमन िे कलए पारदशी नीकत वाला ढाोंचा बनाएों ताकि िोई भी कविे ता
अपनी एिाकििार शख्यियोों िा दुरुपयोग न िर सिे .
िसल से बेहतर उपज: लागत क्र
2 अकधि प्राप्त िरें, प्रणाली
उपभोिाओों िी थाली ति पहुोंचने से पहले किसान द्वारा उगाई गई खाद्य वस्तुएों िई
कबचौकलयोों िे माध्यम से होिर गुजरती हैं.
थ ि मोंडी
किसान
थोि खरीदार
िमीशन
एजेंट 1
िे जररए
िमीशन
एजेंट 2
िे जररए
टकमानल
मोंडी
थोि कविे ता 2
खुदरा
कविे ता
उपभोिा
उप थोि-व्यापारी
2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों?
किसान ों ि िीमत ों में वृखि िा लार् क् ों नहीों कमल पाता?
म लर्ाव िी सीकमत क्षमता
यहाों ति कि बड़े किसान भी
किसी आम बाजार में छोटे
उत्पादि होते हैं, और थोि
खरीदार उनिी बताई िीमत पर
बेचो या चलते बनो वाली कनकत
अपनाते हैं जो किसनोों िो
मजबूरन स्वीिार िरनी पड़ती
है.
APMC िी गुटबोंदी
किसानोों िी मदद िरने िे
बजाय APMC अब ऐसी नीकतयाों
बना रही हैं जहाों एजेंट 5 कमनट
से िम समय िी नीलामी िे
कलए 6% से 10% ति शुि ले
सिते हैं.
र्ोंडारण सुकवधाओों िा अर्ाव
चूोंकि भोंडारण उपलब्ध नहीों होता,
इसकलए किसान िो उपज िे
बाद अपनी िसल बेचनी ही
पड़ती है – बेहतर िीमत िे कलए
इोंतजार िरने िा उसिे पास
कविल्प नहीों होता.
सीकमत कवत्तीय क्षमता
अपनी बहुत ही कसकमत आय िे
चलते, किसान िो खचे िे कलए
हो सिे उतनी जल्दी पैसोों िी
जरूरत होती है – इसिा
मतलब यह भी है कि वह
िीमतोों में सुिार िे कलए इोंतजार
नहीों िर सिता.
2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों?
प्याज िा उदाहरण
• 2013 में प्याज िी थोि और खुदरा िीमत िे बीच िा अोंतर (अथाित् आपूकति
श्रृोंखला में बढी हुई राकश) रु. 6 से बढिर रु. 33 हो गई थी!
• इससे पता चलता है कि जब खुदरा िीमत बढ जाती है तब अकििाोंश लाभ
किसान िो नहीों कमलता. इस तरह िे रुझान अन्य सख्यियोों में भी देखे जा
सिते हैं.
• थोि मूल्य में थोड़ी वृख्यद्ध हो सिती है लेकिन खुदरा िीमत में हुई वृख्यद्ध
ज्यादातर आपूकति श्रृोंखला में चली जाती है.
• ध्यान देने योग्य बात है कि अगले साल, िीमतें घाट जाए और किसान िो
भुगतना पड़े.
2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों?
क् ों MSP ि ई समाधान नहीों है?
न्यूनतम समथिन मूल्य या MSP, किसानोों िे कलए मूल्य सुरक्षा िे
रूप में 2 दजिन से अकिि िसलोों िे कलए घोकित किया गया है
– लेकिन यह िे वल गेहों और िान िे कलए ही प्रभावी है.
वास्तव में न्यूनतम समथिन मूल्य पर अन्य िसलोों िो खरीदने िे
कलए न तो सरिार और न ही िोई और तैयार है!
MSP िा अनपेकक्षत पररणाम यह है कि किसान गेहों और चावल िो उगाना
पसोंद िरते हैं और अच्छी गुणविा वाली जमीन िो दलहन, कतलहन और
अन्य िसलोों िे कलए इस्तेमाल िरने िे बजाय इन िसलोों िे कलए
इस्तेमाल िर रहे हैं.
2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों?
???
िोई किसान अिे ला ऐसा नहीों िर सिता, इसिे कलए उसे किसानोों िे एि बड़े समूह िो राजी िरना पड़ेगा.
तभी वे नई िसल िे कलए प्रकतस्पिी मूल्य पर अच्छी गुणविा वाले बीज और उविरिोों िी खरीद सिते हैं और
साथ ही नई िसल िो उगाने िी जानिारी भी प्राप्त िर सिते हैं.
अकधि लार्िारी िसल ों ि क् ों न उगाएों ?
सैद्धाोंकति रूप से किसान गेहों और िान िे बजाय सख्यियोों जैसी अकिि लाभिारी िसलोों िो उगा सिते हैं,
लेकिन व्यावहाररि रूप से ऐसा िर पाने में िई बािाएों हैं.
इसी तरह, जब किसान कबिी िरने जाएगा तब िोई
क्षेत्र अोंगूर उगाने िे कलए आदशि हो सिता है लेकिन
एि खरीदार िे कलए ऐसे किसान से जो िे वल एि
1 हेक्टेयर भूखोंड पर अोंगूर उगता है उससे खरीदना
लाभिारी नहीों होगा.
2 अकधि प्राप्त िरें, िै से?
APMC िे कलए प्रकतस्पधाा पैदा िरें
अकिकनयम में सोंशोिन िरें, साथ ही किसानोों िे कलए अकिितम सोंभव कविल्पोों िो पैदा िरें.
उदाहरण िे कलए, उत्पादि िों पकनयोों, सहिारी सकमकतयोों, अनुबोंि से खेती, आकद िे जररए
प्रत्यक्ष कबिी िरें
मौजूदा मोंकडयोों िो िड़ाई से कवकनयकमत िरें
और अत्यकिि प्रभार िो
समाप्त िरना तय िरें
िम उगाएों , िम प्राप्त िरें िा उदाहरण
अरहर दाल में उथलपुथल: वास्तव में क्ा हुआ था?
• मई 2015 में, खाद्य पदाथों िी िीमतोों में साल दर साल, थोि में िे वल 2.3% तथा प्रकत खुदरा 5% िी वृख्यद्ध
हुई थी.
• हालाोंकि इसी अवकि में िु छ िी िीमतोों में कवशेि रूप से उड़द और अरहर में 30% िी वृख्यद्ध हुई.
ररपोटि बताती है कि चुकनोंदा शहरोों में उड़द और अरहर िी खुदरा िीमतोों में 50% से अकिि िी वृख्यद्ध हुई.
• यह सब तब हुआ जबकि भारत ने 2014-15 में, 4.6 कमकलयन मैकटरि टन (MMT) दालोों िो आयत किया था,
जो कपछले विि िी तुलना में 27% अकिि था.
• दुकनया में बहुत िम देशोों में दालोों िो उगाया जाता है और जबकि भारतने भारी मात्रा में दाल आयात िर ली
थी, इसकलए वैकश्वि िीमतें बहुत बढ गई.
• उसी समय चावल िे कलए WPI 1.8 प्रकतशत से नीचे चला गया था. भारत ने 7.8 कबकलयन डॉलर
मूल्य िे 12 MMT चावल िो कनयाित किया था.
स्र त: http://www.livemint.com/Politics/
LGhKIt4BVBcZn4Ui6RYgQI/Inflation-in-prices of-
pulses-sharpest-in-a-decade-Crisil.html
िम उगाएों , िम प्राप्त िरें िा उदाहरण
अरहर दाल में उथलपुथल: यह क्ोों हुआ?
• सरिार ने दालोों िे कलए MSP में उल्लेखनीय वृख्यद्ध िी घोिणा नहीों िी और यहाों ति
जब घोिणा िी तब बहुत देर हो चुिी थी.
• किसान – कवशेि रूप से छोटे किसानोों िो िान िे कलए MSP द्वारा खरीद समथिन
कमला. वे सुकनकित नहीों थे कि क्ा दालोों में MSP उनिे कलए मान्य होगा क्ोोंकि
अकििाोंश स्थानोों में घोकित िीमत िे कलए िोई खरीद समथिन नहीों था.
• सरिार द्वारा खरीद िे अभाव में, उच् खुदरा मूल्य आपूकति श्रृोंखला िे कलए उच्
माकजिन में पररवकतित हो जाता है. जब िसल िाटी जाती है तब थोि िीमतोों में
कगरावट आती है और अकििाोंश किसानोों िे पास अपनी िसल सोंग्रह िरने िे कलए
भौकति और कविीय क्षमता नहीों है.
• िई किसान चाहते हुए भी बदल नहीों सिते क्ोोंकि उन्हें सही समय पर अच्छी
गुणविा वाले बीज नहीों कमलते.
स्र त: http://www.livemint.com/Politics/
LGhKIt4BVBcZn4Ui6RYgQI/Inflation-in-prices of-
pulses-sharpest-in-a-decade-Crisil.html
ुनौकतय ों िा साराोंि
1 जल और जल सुरक्षा
सोंभव हो पाए ऐसे समािान हैं लेकिन माोंग िा प्रबोंिन
िरने िे कलए प्रत्येि गाोंव िे स्तर पर तिनीिी िौशल
और नेतृत्व जरुरी है.
2 िरीदार िा एिाकधिार
इसिा मतलब है कि किसान बाज़ार में
मोलभाव नहीों िर सिता.
3 सोंग्रह िे कलए सीकमत बुकनयादी ढाों ा,
किसानोों िे मोलभाव िी क्षमता िो और
िम िर देता है.
4 जानिारी िी िमी िी वजह से
लाभिारी िसलोों िे कलए बदलाव
िरने में असमथा, और अिे ले वह
यह िर नहीों सिता.
5 अकनकित धन
िी वजह से वह जोख्यखम नहीों उठा
सिता क्ोोंकि असिल होने पर जीवन
और मृत्यु िी ख्यस्थकत हो सिती है.
किसान क्ा िर सिते हैं?
सामूकहि िेती: हालाोंकि इसिी अपनी ही चुनौकतयाों हैं, लेकिन अगर
किसान साथ कमलिर िाम िरे, तो किर इस एि सबसे महत्वपूणि
िदम से उन्हें कनम्नकलख्यखत बातोों िे कलए मदद कमल सिती है...
• पानी जैसे आम सोंसािनोों िा बेहतर उपयोग.
• सहयोग िरिे बेहतर िीमत वाली िसल उगाने िे कलए जानिारी
प्राप्त िरना.
• भोंडारण जैसी बुकनयादी सुकविाओों िो साझा िरना.
• िसल िी बेहतर िीमतोों िे कलए खरीदारोों िे साथ मोलभाव
िरना.
• खेती से जुड़ी वस्तुओों िे कििायती दाम िे कलए कविे ताओों िे साथ
मोलभाव िरना.
सामूकहि मॉडल में शाकमल है i) सहिारी सकमकतयाों ii) राजनीकति दल iii) कनजी िों पकनयोों िो ठे िे पर
खेती iv) उत्पादि िों पकनयाों (स्वयों किसानोों द्वारा गकठत) v) जमीन िो पट्टे पर देना. उपरोि सभी
कविल्पोों िे कलए सिलता और कविलता दोनोों िे ही उदाहरण मौजूद है.
सरिार क्ा िर सिती है…
2. मोंकडयोों द्वारा सिा िे दुरुपयोग पर अोंिु श लगाया जाना
चाकहए.
3. सुकनकित िरें कि वैिख्यल्पि कवपणन तोंत्र असल में मोंकडयोों िे
सामने प्रकतस्पिाि प्रदान िरता है.
1. गाोंवोों में बुकनयादी सुकविाएों उपलब्ध िराना.
यह हर मौसम िे कलए सड़िोों जैसा सामान्य बुकनयादी ढाोंचा होगा और साथ ही कवशेि रूप से
उस क्षेत्र में उगाई जाने वाली िसलोों िे भोंडारण िे कलए बुकनयादी ढाोंचा.
4. िृ कि ज्ञान िी रचना और आदानप्रदान िो किर से जीवोंत िरना.
िृ कि कवश्वकवद्यालयोों और नए सोंस्थानोों िा मूल्याोंिन किसानोों िी आय में हुए सुिार पर
किया जाना चाकहए. भूकम परीक्षण जैसे अन्य उपायोों िो लागू िरें जो किसानोों िो अपनी
जमीन/िसलोों िे कलए खाद जैसी उकचत िृ कि सहायि वस्तु कनिािररत िरने में मदद िरेगा.
सरिार क्ा िर सिती है…
7. स्वास्थ्य और कशक्षा जैसी बुकनयादी
सुकविाओों िे कवतरण िो तेज बनाया जाना
चाकहए ताकि किसानोों िो इन िे कलए िजि
न लेना पड़े.
5. कपछले 2 दशिोों में जमीन िारण आिा हो गया है, कजसिे खेती पर हाकनिारि
प्रभाव पड़े हैं. जमीन पर इस दबाव िो िम िरने िे कलए अकिि गैर िृ कि रोजगार
िे अवसर पैदा िरने पड़ेंगे.
6. किसनोों िे कलए त्वररत भुगतान िे साथ कििायती िसल बीमा
प्रदान किया जाना चाकहए ताकि किसान िो किसी भी प्रािृ कति
आपदा से होने वाली बबािदी िे तुरोंत बाद पैसे कमलने में देरी न हो.
नष्किि िे तौर पर,
िृ पया अपने राजनीकति प्रकतकनकधय ों से पूछें
िै से आप किसानोों िो लगातार
अकिि पानी प्रदान िर सिते हैं?
आप किसानोों िो
सामूकहि खेती िे
कलए िै से प्रोत्साकहत
िरेंगे?
आपने मोंकडयोों िी ताित
पर अोंिु श लगाने और
वैिख्यल्पि मािे कटोंग
पद्धकत बनाने िे कलए
क्ा किया है?
i) िसल बीमा जैसी सरिारी
योजनाओों ii) िृ कि कवश्वकवद्यालयोों
जैसे सोंस्थानोों िी प्रभावशीलता पर
आप िै से कनगरानी रखेंगे.
आप स्वास्थ्य और
कशक्षा जैसी बुकनयादी
सरिारी सेवाओों िे
कवतरण िो िै से तेज
बनाएों गे?

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How can the life of small farmers in India be improved (Hindi)?

  • 1. छोटे किसानोों िी आय िै से बढाई जा सिती है?
  • 2. किसान ों िे बारे में क ोंता क् ों िरें? िारण 1: अगर इतने सारे भारतीयोों िे पास बुकनयादी आकथिि सुरक्षा नहीों होगी, तो भारत िो समृद्ध देश नहीों माना जा सिता अगर इतने िारण पयािप्त नहीों है… स्रोत: 1. िृ कि साोंख्यििी एि नज़र में, 2014, अथिशास्त्र और साोंख्यििी कनदेशालय, िृ कि मोंत्रालय, भारत सरिार, 2. 2011 में भारत िी जनगणना िे कहसाब से पररवार िे आिार िा डेटा. भारतीय - किसान और िृ कि क्षेत्र में मजदू र हैं खेती पर कनभिर है26.30 िर ड़ 43 िर ड़
  • 3. किसान ों िे बारे में क ोंता क् ों िरें? िारण 2: किसान ग्राहि होते हैं और अथिव्यवस्था िे कविास में योगदान देते हैं. िारण 3: किसानोों िे मुद्दे भारत िी राजनीकत िो प्रभाकवत िरते हैं... राजनीकत िा नीकतयोों पर असर पड़ता है… कजसिा आप पर असर पड़ता है किर भले ही आप किसान हो या न हो.
  • 4. कितने किसान 'छ टे' हैं? 35% किसानोों िे पास 0.4 हेक्टेयर से िम जमीन है 69% िे पास 1 हेक्टेयर से िम जमीन है 87% िे पास 2 हेक्टेयर से िम जमीन है िे वल शीिि 13% किसानोों िे पास ही 2 हेक्टेयर से अकिि जमीन है (एि हेक्टेयर = 100 मीटर x 100 मीटर | सामान्य कििे ट िा मैदान = 1.25 हेक्टेयर होता है) स्रोत: िृ कि साोंख्यििी एि नज़र में, 2014, अथिशास्त्र और साोंख्यििी कनदेशालय, िृ कि मोंत्रालय, भारत सरिार
  • 5. छ टा किसान मतलब िम आमदनी 0.4 हेक्टेयर से िम जमीन वाले किसान सालाना रु. 8,000 िमाते हैं 1 से 2 हेक्टेयर िे बीच जमीन वाले किसान सालाना रु. 50,000 िमाते हैं इस अल्प आय िी पूकति िे कलए, किसान मवेशी/भेड़/बिरी/मुगी आकद पालते हैं और साथ ही उन्हें मनरेगा या शहरोों में एि मजदू र िे रूप में भी िाम िरना पड़ता है – खासिर जब खेती िा मौसम न हो तब. स्रोत: 2013 NSGO डेटा (NSS 70वाों राउोंड) हााँ, ये राष्ट्र ीय औसत हैं इसकलए अलग-अलग प्रदेशोों में िािी अोंतर होगा, और ऐसे िई प्रािृ कति िारि है जो किसानोों िी आय िो प्रभाकवत िरते हैं – लेकिन ये आोंिड़े स्पष्ट् सोंिे त िरते हैं कि किसानोों िी आय कितनी कचोंताजनि रूप से िम है.
  • 6. अकतररक्त क ोंता: ज खिम न िे वल कसिि आय िम है, बख्यि खेती में जोख्यखम भी है! किसान िो सामना िरना पड़ता है ऐसे िु छ जोख्यखम: अपयािप्त या असामकयि (जल्दी/देर से) बाररश िसलोों पर िीटोों द्वारा हमला होने िा खतरा है िई अन्य प्रािृ कति िारणोों से भी िसल खराब हो जाती हैं अगर िटाई िे समय िसल िी अस्थायी भरमार हो जाए, तो भी िीमतें कगर सिती हैं
  • 7. बुकनयादी ीज ों िे कलए पैसे ाकहए किसान अपने कलए अन्न तो उगा सिता है, लेकिन प्राथकमि किक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुकनयादी चीजोों िे कलए उसे पैसो िी जरूरत पड़ती है. साविजकनि कशक्षा अपयािप्त है और किसान िो अपने बच्ोों िो पढाने िे कलए पैसो िी जरूरत पड़ती है. भारत में साविजकनि स्वास्थ्य सेवाएों कवश्वसनीय नहीों हैं और कचकित्सिीय आपात ख्यस्थकत किसान िो िजि िी तरि ििे ल सिती है. छोटे किसान िो अपने जीवन में सोंभलिर चलना पड़ता है.
  • 8. त किर किसान िै से ज्यादा िमा सिते हैं? दो तरीिोों से किसान ज्यादा िमा सिते हैं : चकलए दोनोों तरीिोों पर नजर डालते हैं 2. ज्यादा पैसे प्राप्त िरें 1. ज्यादा उगाएों िम लागत में उसी जमीन पर ज्यादा िसलोों िो उगाएों अपनी उगाई हुई िसल िे कलए ज्यादा दाम प्राप्त िरें
  • 9. 1. ज्यादा िै से उगाएों ? + = + = कसोंचाई िो बढाने से ज्यादा उगाने में सबसे बड़ी मदद कमल सिती है कसोंचाई वाले मौसम में 4.5 गुना और कसोंचाई िे साथ सालाना 3.15 गुना स्र त: इोंकडया इोंफ्रास्ट्रक्चर ररपोटि 2007, रूरल इोंफ्रास्ट्रक्चर, ऑक्सिोडि यूकनवकसिटी प्रेस.
  • 10. 1. िै से ज्यादा उगाएों ? ज्यादा पानी से दूसरी िसल किसान िो जोख्यखम लेने िा मौिा देती है, और वह ऐसी िसल उगा सिता है कजससे उसे िािी बेहतर िीमत कमले. ...किसान िो अपनी पहली िसल पर बेहतर उपज कमलती है, दूसरी और यहाों ति कि तीसरी िसल भी उगा सिता है.
  • 11. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी पानी िी उपलब्धता बढाने िे कलए 4 पद्धकतयाों हैं वाटरशेड िा कनमािण, स्थानीय पानी िो बचाने िे कलए िमाोंड एररया कसोंचाई िे कलए बड़ी कसोंचाई पररयोजनाएों जमीन से पानी कनिालना कलफ्ट कसोंचाई जैसी अन्य पद्धकतयाों
  • 12. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी WHERE? Dry and arid regions without irrigation canals, and with deep ground water GOAL? Decrease run off of rain water Increase soil moisture levels Improve level of open wells and ground water Year round availability of drinking water वॉटर िेड (जल सोंग्रह) िा कनमााण िहाों? कसोंचाई नहरोों िे कबना शुष्क और कनजिल क्षेत्र, जहाों भूकमगत जल िािी गहरा होता है! लक्ष्य? • बाररश िे पानी िो बह जाने से बचाना • कमट्टी िी नमी िे स्तर में वृख्यद्ध िरना • खुले िु ओों और भूजल िे स्तर में सुिार िरना • पुरे साल पीने िा पानी उपलब्ध िराना
  • 13. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी WHERE? Dry and arid regions without irrigation canals, and with deep ground water GOAL? Decrease run off of rain water Increase soil moisture levels Improve level of open wells and ground water Year round availability of drinking water ढलान वाला क्षेत्र, पानी िे प्रवाह िो िीमा िरने िे कलए समोच् गड्ढे बनाना और वृक्षारोपण िरना डरेनेज लाइन क्षेत्र, िों िर िे बाोंि और सीमेंट बाोंि बनाना िृ कि क्षेत्र िे िाम में खेत बाोंि और खेत तालाब बनाना शाकमल है वॉटर िेड िा कनमााण
  • 14. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी वॉटर िेड कनमााण िी जकटलताएों 1. लागत और लाभ असमान रूप से कवतररत होते हैं. उदाहरण: ढलान िे किसानोों िो अपनी जमीन में से िु छ कहस्सा छोड़ना पड़ता है, लेकिन सबसे ज्यादा िायदा घाटी में किसानोों िो होता है. 2. बाोंि िी पोजीशन महत्वपूणि है. इस मुद्दे पर राजनीकत हो सिती है जातीय राजनीकत भी. 3. अगर ज्यादा पानी से िु छ किसान ज्यादा मुनािे वाली िसलोों िी ओर मुड़ते हैं, तो अन्य किसानोों िो िम पानी कमलता है. 4. वॉटर शेड कनमािण एि तिनीिी िौशल है, जो िािी िम मात्रा में उपलब्द है.
  • 15. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी ? कसों ाई िी बड़ी पररय जनाओों िी जकटलताएों आजादी िे बाद िे दशिोों में बाोंिोों और नहरोों िा एि बड़ा नेटविि बनाया गया, और उसने भारत िी हररत िाोंकत और खाद्य सुरक्षा िे कलए बहुत योगदान कदया. लेकिन आज यह पद्धकत अख्यस्थर है, क्ोोंकि: 1. बड़े पैमाने पर कवर ध क्ोोंकि कवस्थाकपत लोगोों िे पुनवािस िा ररिॉडि िािी खराब रहा है. 4. कबलिु ल छ र वाले किसान पानी से वोंक त रह जाते हैं क्ोोंकि बाोंि िे नजदीि वाले किसान अकिि से अकिि मात्रा में पानी उपयोग िरते हैं कजससे प्रवाह िे छोर ति िािी िम पानी पहुोंचता है. 2. महोंगा रिरिाव कनरोंतर आिार पर आवश्यि हो जाता है. 3. अतीत में लगे भ्रष्टा ार िे आर प इसे वतिमान में शुरू िरने िे कलए राजनीकति रूप से असमथिनीय बना देता है.
  • 16. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी जमीन से पानी कनिालने िी जकटलताएों जमीन से पानी िो सकदयोों से कनिाला जा रहा है और हर साल बाररश से किर से भरा जाता है, लेकिन… बाररश में किर से भरे गए पानी िी तुलना में मुफ्त कबजली तथा सख्यिडी वाले ईोंिन िा उपयोग िर पोंप से किसान अकिि पानी िा उपयोग िर सिते हैं
  • 17. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी जमीन से पानी कनिालने िी जकटलताएों िम गरीब किसान अक्सर बहुत गहरे बोरवेल खुदवा िर सभी उपलब्ध पानी िो बाहर ख्यखोंच लेते हैं, और इससे गाोंव में आम पानी िे िु ओों से पीने िा पानी भी सुख सिता है.
  • 18. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी ज्यादा पानी: जकटलताएों खथथरता िी आवश्यिता: पानी िी आपूकति में वृख्यद्ध से माोंग में बेमेल वृख्यद्ध हो सिती है, और सामुदाकयि सोंस्थाओों और सोंगठन िो ख्यस्थरता सुकनकित िरनी पड़ सिती है. िानूनी ढाों ा: भले ही जमीन से पानी कनिालने िे कलए िानून बनाए गए होों - किर भी किसान शायद ही िभी इस बारे ने बोलते हैं क्ोोंकि उन्हें अपनी आय बढाने िी िोकशश में िोई बुराई नहीों कदखती. अत्यकधि हद ति कनर्ारता: ज्यादा पानी से किसान अकिि िमाई वाली ज्यादा पानी वाली िसलोों िी तरि जा सिते हैं, लेकिन इससे उन्हें अचानि से ही पानी िी िमी िा सामना िरना पड़ सिता है.
  • 19. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी महबूब नगर िा उदाहरण  तेलोंगाना िा आिा बोंजर क्षेत्र, जहाों हर साल मुख्यिल से 600 कममी ति ही बाररश होती है.  ज्यादा पानी िी खपत वाली िसलोों िे कलए जमीन से पानी कनिाल ने िी प्रकतस्पिािने पहले से ही सूखे जैसी ख्यस्थकत िो और खराब िर कदया.
  • 20. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी महबूब नगर िा उदाहरण विि 2007 में, हैदराबाद ख्यस्थत गैर सरिारी सोंगठन, वाटरशेड सपोटि सकविसेज एों ड एख्यक्टकवटीज नेटविि (WASSAN) ने बाररश िे पानी से सीोंची जाने वाली िसलोों िो बचाने िे कलए भूजल िो इिठ्ठा किया. • जमीन माकलिोोंने 50 से 100 एिड़ जमीन िे पूरे ब्लॉि िे कलए महत्वपूणि कसोंचाई उपलब्ध िराने िे कलए बोरवेल साझा किए. पहली प्राथकमिता थी कि सर्ी िसल ों ि ब ाना, नाकि िु छ िा पनपना. सामूकहि मॉडल कनम्नकलख्यखत पर आिाररत था: • व्यख्यिगत किसान िे बजाय पूरे क्षेत्र िी कसोंचाई पर बल कदया गया. • जमीन िा पानी एि सामूकहि सोंपकि है नाकि कनजी सोंपकि. http://www.indiawaterportal.org/articles/groundwater-commons-demonstrated-mahbubnagar-telangana
  • 21. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी महबूब नगर िा उदाहरण सिल िहानी िे तत्व  गाोंव िे कलए मौजूदा ट्यूबवेलोों से वोटर कग्रड बनाई गई.  िव्वारे जैसी तिनीि और सकदियोों में मूोंगिली और लोकबया जैसी िम पानी िी खपत वाली िसलें उगाने िे कलए गाोंव वालो िी प्रकतबद्धता से पानी िा नुिसान िम हुआ.  लागत साझा िरने और नए िु ओों िी खुदाई न िरने जैसे कनयम िे कलए सहमती.  िसल कवकविीिरण, बायोमास में वृख्यद्ध तथा गेकनक्स, पलवार, मेंडबोंदी, और जल सोंचयन से कमट्टी और नमी िा सोंरक्षण िरने िे कलए िदम उठाए गए.
  • 22. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी महबूब नगर िा उदाहरण प्रर्ाव: कसोंक त क्षेत्र िा दुगना ह ना  साझे क्षेत्र िे एि बड़े कहस्से (40%) िो सुरक्षात्मि कसोंचाई प्रदान िी गई.  अनाज िे उत्पादन में 240% ति वृख्यद्ध हुई, और चारे में 300% वृख्यद्ध हुई.  प्रकत बोरवेल िु ल रु. 7,812 िा अकतररि लाभ हुआ.  पोंप चलाने िे िु ल समय में लगभग 25% ति बचत हुई कजसिे पररणामस्वरूप भूजल और कबजली दोनोों िी बचत हुई.  पानी िो सुरकक्षत क्षेत्र िे भीतर ही कनिाला गया.
  • 23. 1A ज्यादा उगाएों . ज्यादा पानी ऐसे उपाय कजनसे पानी िी उपलब्धता बढ़ें ज किसान िी आय और जीवन में बदलाव ला सिते हैं: • अगर उपाय तिनीिी रूप से ठोस हैं, और • अगर माोंग िो प्रबोंकित किया जाता है (अगर समुदाय आपूकति िी तुलना में माोंग में वृख्यद्ध न िरे.) इस िे महत्वपूणा तत्व हैं: • सब िा लाभ नाकि िे वल िु छ लोगोों िा. • प्रभावी स्थानीय नेतृत्व.
  • 24. 1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज अकधि उपज िा दू सरा तरीिा है: िसल से बेहतर उपज हर बुवाई में अकिि िसल उगा िर आय बढाने िे कलए कनम्नकलख्यखत तरीिे हैं: ऐसी तिनीिें जीन से किसान प्रकत एिड़ में अकिि िसल उगा सिते हैं: • उदाहरण: SRI तिनीिोों िे प्रयोग से चावल िी उपज में प्रकत हेक्टेयर 22 टन से ज्यादा िी बढोतरी हुई है. ज्यादा उपज वाले बीज और ऐसे बीज जो किसी ख़ास क्षेत्र में खराब पररख्यस्थकतयोों िी क्षकतपूकति िरते होों. उदाहरण: ऐसे बीज कजनसे िान िो खारे पानी में उगाया जा सिता है. बेहतर खाद, िीटनाशि और िृ कमनाशि जो किसानोों िी जमीन में पोिि तत्वोों िी िमी और िसल िो प्रभाकवत िरती खरपतवार और किटोों िो हटािर मदद िरते हैं. टपिन कसोंचाई जैसी तिनीिोों से किसान पानी जैसे सबसे दुलिभ घटि िा सही तरीिे से इस्तेमाल िर सिते हैं.
  • 25. 1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज बाधाएों जानिारी िा आदानप्रदान: किसान िो अपने कलए सबसे अच्छे कवकशष्ट् बीज, उविरि और तिनीि िे बारे में कसकमत जानिारी होता है. अक्सर बेचने वाले ही जानिारी िा एिमात्र स्रोत होते हैं, जो उकचत नहीों है. िृ कि कवश्वकवद्यालयोों और सोंस्थानोों िो इस अोंतर िो ज्यादा तेजी से भरने िी जरूरत है. िु छ राज्योों में िृ कि कवश्वकवद्यालयोों और सोंस्थानोों िे अपेक्षािृ त अकिि प्रभावी प्रदशिन से पता चलता है कि भारत में यह सोंभव है. ऋण िी उपलब्धता: उपरोि वकणित िई तिनीि में सबसे पहले कनवेश िी आवश्यिता होगी और उसिे कलए किसान िो कििायती दरोों पर ऋण िी आवश्यिता होगी. ज खिम उठाने िी सीकमत क्षमता: एि छोटे किसान िी जोख्यखम उठाने िी क्षमता बहुत ही सीकमत होती है. पारोंपररि तरीिोों से हट िर िु छ अगर िरने िा कनणिय अगर कविल रहता है, तो यह उसिे कलए जीवन और मृत्यु िा कनणिय बन जाता है.
  • 26. 1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज जकटलताएों 1. िेती िे कलए जरुरी वस्तुओों िी िीमतें तेजी से बढ़ सिती है. देश भर में ऐसे िई उदाहरण हैं जहाों बुवाई िे मौसम िे दौरान बेईमान खुदरा कविे ताओों द्वारा उविरि िो बहुत ही अकिि िीमत पर बेचा गया हो. इसिे अलावा, कनजी िों पकनयाों अपने उच् उपज वाले बीज िी िीमतोों में वृख्यद्ध िर सिती हैं कजससे उच् उपज िा लाभ लगभग ना िे बराबर रह जाता है. 2. किसान िेती िे कलए जरूरी इन वस्तुओों ि ऋण पर र्ी ले लेते हैं, कजससे उनिा ज खिम अकधि बढ़ जाता है. एि अिे ला किसान मोलभाव नहीों िर सिता. अगर इस पूरी श्रोंखला में िे वल िु छ लोग ज्यादा उपज वाली वस्तुएों प्रदान िर रहे होों जो ‘थोड़ा अकिि’ मुनािा चाहते होों, तो किसान िा लाभ गायब हो जाता है या किसान िो नुिसान भी हो सिता है.
  • 27. 1B ज्यादा उगाएों . िसल से बेहतर उपज किसान िी उपज खेती िे कलए जरुरी वस्तुओों िी बेहत गुणविा से बढ सिती है. लेकिन... • इन में से िई वस्तुएों क्षेत्र िे आिार पर होती हैं और िों पनी उसिे शोि पर िािी खचि िरती है. इसकलए िों पनी इस खचि िो वसूलना चाहती है. • हालाोंकि, इन वस्तुओों िी अकिि िीमत से वास्तव में किसान िी शुद्ध आय घट सिती है और इन वस्तुओों िो खरीदने िे कलए ऋण िी लागत से किसान सोंिट में आ सिता है. • इन वस्तुओों िी लागत िे अनौपचाररि कनयमोों से भ्रष्ट्ाचार िो बढावा कमल सिता है. सरिार िै से मदद िर सिती है? • खेती में सहायि वस्तुओों िे कलए अनुसोंिान और उत्पादन िे कलए एि प्रकतस्पिी पररदृश्य िा कनमािण िरना. • महत्वपूणि वस्तुओों िे कनयमन िे कलए पारदशी नीकत वाला ढाोंचा बनाएों ताकि िोई भी कविे ता अपनी एिाकििार शख्यियोों िा दुरुपयोग न िर सिे . िसल से बेहतर उपज: लागत क्र
  • 28. 2 अकधि प्राप्त िरें, प्रणाली उपभोिाओों िी थाली ति पहुोंचने से पहले किसान द्वारा उगाई गई खाद्य वस्तुएों िई कबचौकलयोों िे माध्यम से होिर गुजरती हैं. थ ि मोंडी किसान थोि खरीदार िमीशन एजेंट 1 िे जररए िमीशन एजेंट 2 िे जररए टकमानल मोंडी थोि कविे ता 2 खुदरा कविे ता उपभोिा उप थोि-व्यापारी
  • 29. 2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों? किसान ों ि िीमत ों में वृखि िा लार् क् ों नहीों कमल पाता? म लर्ाव िी सीकमत क्षमता यहाों ति कि बड़े किसान भी किसी आम बाजार में छोटे उत्पादि होते हैं, और थोि खरीदार उनिी बताई िीमत पर बेचो या चलते बनो वाली कनकत अपनाते हैं जो किसनोों िो मजबूरन स्वीिार िरनी पड़ती है. APMC िी गुटबोंदी किसानोों िी मदद िरने िे बजाय APMC अब ऐसी नीकतयाों बना रही हैं जहाों एजेंट 5 कमनट से िम समय िी नीलामी िे कलए 6% से 10% ति शुि ले सिते हैं. र्ोंडारण सुकवधाओों िा अर्ाव चूोंकि भोंडारण उपलब्ध नहीों होता, इसकलए किसान िो उपज िे बाद अपनी िसल बेचनी ही पड़ती है – बेहतर िीमत िे कलए इोंतजार िरने िा उसिे पास कविल्प नहीों होता. सीकमत कवत्तीय क्षमता अपनी बहुत ही कसकमत आय िे चलते, किसान िो खचे िे कलए हो सिे उतनी जल्दी पैसोों िी जरूरत होती है – इसिा मतलब यह भी है कि वह िीमतोों में सुिार िे कलए इोंतजार नहीों िर सिता.
  • 30. 2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों? प्याज िा उदाहरण • 2013 में प्याज िी थोि और खुदरा िीमत िे बीच िा अोंतर (अथाित् आपूकति श्रृोंखला में बढी हुई राकश) रु. 6 से बढिर रु. 33 हो गई थी! • इससे पता चलता है कि जब खुदरा िीमत बढ जाती है तब अकििाोंश लाभ किसान िो नहीों कमलता. इस तरह िे रुझान अन्य सख्यियोों में भी देखे जा सिते हैं. • थोि मूल्य में थोड़ी वृख्यद्ध हो सिती है लेकिन खुदरा िीमत में हुई वृख्यद्ध ज्यादातर आपूकति श्रृोंखला में चली जाती है. • ध्यान देने योग्य बात है कि अगले साल, िीमतें घाट जाए और किसान िो भुगतना पड़े.
  • 31. 2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों? क् ों MSP ि ई समाधान नहीों है? न्यूनतम समथिन मूल्य या MSP, किसानोों िे कलए मूल्य सुरक्षा िे रूप में 2 दजिन से अकिि िसलोों िे कलए घोकित किया गया है – लेकिन यह िे वल गेहों और िान िे कलए ही प्रभावी है. वास्तव में न्यूनतम समथिन मूल्य पर अन्य िसलोों िो खरीदने िे कलए न तो सरिार और न ही िोई और तैयार है! MSP िा अनपेकक्षत पररणाम यह है कि किसान गेहों और चावल िो उगाना पसोंद िरते हैं और अच्छी गुणविा वाली जमीन िो दलहन, कतलहन और अन्य िसलोों िे कलए इस्तेमाल िरने िे बजाय इन िसलोों िे कलए इस्तेमाल िर रहे हैं.
  • 32. 2 अकधि प्राप्त िरें, क् ों नहीों? ??? िोई किसान अिे ला ऐसा नहीों िर सिता, इसिे कलए उसे किसानोों िे एि बड़े समूह िो राजी िरना पड़ेगा. तभी वे नई िसल िे कलए प्रकतस्पिी मूल्य पर अच्छी गुणविा वाले बीज और उविरिोों िी खरीद सिते हैं और साथ ही नई िसल िो उगाने िी जानिारी भी प्राप्त िर सिते हैं. अकधि लार्िारी िसल ों ि क् ों न उगाएों ? सैद्धाोंकति रूप से किसान गेहों और िान िे बजाय सख्यियोों जैसी अकिि लाभिारी िसलोों िो उगा सिते हैं, लेकिन व्यावहाररि रूप से ऐसा िर पाने में िई बािाएों हैं. इसी तरह, जब किसान कबिी िरने जाएगा तब िोई क्षेत्र अोंगूर उगाने िे कलए आदशि हो सिता है लेकिन एि खरीदार िे कलए ऐसे किसान से जो िे वल एि 1 हेक्टेयर भूखोंड पर अोंगूर उगता है उससे खरीदना लाभिारी नहीों होगा.
  • 33. 2 अकधि प्राप्त िरें, िै से? APMC िे कलए प्रकतस्पधाा पैदा िरें अकिकनयम में सोंशोिन िरें, साथ ही किसानोों िे कलए अकिितम सोंभव कविल्पोों िो पैदा िरें. उदाहरण िे कलए, उत्पादि िों पकनयोों, सहिारी सकमकतयोों, अनुबोंि से खेती, आकद िे जररए प्रत्यक्ष कबिी िरें मौजूदा मोंकडयोों िो िड़ाई से कवकनयकमत िरें और अत्यकिि प्रभार िो समाप्त िरना तय िरें
  • 34. िम उगाएों , िम प्राप्त िरें िा उदाहरण अरहर दाल में उथलपुथल: वास्तव में क्ा हुआ था? • मई 2015 में, खाद्य पदाथों िी िीमतोों में साल दर साल, थोि में िे वल 2.3% तथा प्रकत खुदरा 5% िी वृख्यद्ध हुई थी. • हालाोंकि इसी अवकि में िु छ िी िीमतोों में कवशेि रूप से उड़द और अरहर में 30% िी वृख्यद्ध हुई. ररपोटि बताती है कि चुकनोंदा शहरोों में उड़द और अरहर िी खुदरा िीमतोों में 50% से अकिि िी वृख्यद्ध हुई. • यह सब तब हुआ जबकि भारत ने 2014-15 में, 4.6 कमकलयन मैकटरि टन (MMT) दालोों िो आयत किया था, जो कपछले विि िी तुलना में 27% अकिि था. • दुकनया में बहुत िम देशोों में दालोों िो उगाया जाता है और जबकि भारतने भारी मात्रा में दाल आयात िर ली थी, इसकलए वैकश्वि िीमतें बहुत बढ गई. • उसी समय चावल िे कलए WPI 1.8 प्रकतशत से नीचे चला गया था. भारत ने 7.8 कबकलयन डॉलर मूल्य िे 12 MMT चावल िो कनयाित किया था. स्र त: http://www.livemint.com/Politics/ LGhKIt4BVBcZn4Ui6RYgQI/Inflation-in-prices of- pulses-sharpest-in-a-decade-Crisil.html
  • 35. िम उगाएों , िम प्राप्त िरें िा उदाहरण अरहर दाल में उथलपुथल: यह क्ोों हुआ? • सरिार ने दालोों िे कलए MSP में उल्लेखनीय वृख्यद्ध िी घोिणा नहीों िी और यहाों ति जब घोिणा िी तब बहुत देर हो चुिी थी. • किसान – कवशेि रूप से छोटे किसानोों िो िान िे कलए MSP द्वारा खरीद समथिन कमला. वे सुकनकित नहीों थे कि क्ा दालोों में MSP उनिे कलए मान्य होगा क्ोोंकि अकििाोंश स्थानोों में घोकित िीमत िे कलए िोई खरीद समथिन नहीों था. • सरिार द्वारा खरीद िे अभाव में, उच् खुदरा मूल्य आपूकति श्रृोंखला िे कलए उच् माकजिन में पररवकतित हो जाता है. जब िसल िाटी जाती है तब थोि िीमतोों में कगरावट आती है और अकििाोंश किसानोों िे पास अपनी िसल सोंग्रह िरने िे कलए भौकति और कविीय क्षमता नहीों है. • िई किसान चाहते हुए भी बदल नहीों सिते क्ोोंकि उन्हें सही समय पर अच्छी गुणविा वाले बीज नहीों कमलते. स्र त: http://www.livemint.com/Politics/ LGhKIt4BVBcZn4Ui6RYgQI/Inflation-in-prices of- pulses-sharpest-in-a-decade-Crisil.html
  • 36. ुनौकतय ों िा साराोंि 1 जल और जल सुरक्षा सोंभव हो पाए ऐसे समािान हैं लेकिन माोंग िा प्रबोंिन िरने िे कलए प्रत्येि गाोंव िे स्तर पर तिनीिी िौशल और नेतृत्व जरुरी है. 2 िरीदार िा एिाकधिार इसिा मतलब है कि किसान बाज़ार में मोलभाव नहीों िर सिता. 3 सोंग्रह िे कलए सीकमत बुकनयादी ढाों ा, किसानोों िे मोलभाव िी क्षमता िो और िम िर देता है. 4 जानिारी िी िमी िी वजह से लाभिारी िसलोों िे कलए बदलाव िरने में असमथा, और अिे ले वह यह िर नहीों सिता. 5 अकनकित धन िी वजह से वह जोख्यखम नहीों उठा सिता क्ोोंकि असिल होने पर जीवन और मृत्यु िी ख्यस्थकत हो सिती है.
  • 37. किसान क्ा िर सिते हैं? सामूकहि िेती: हालाोंकि इसिी अपनी ही चुनौकतयाों हैं, लेकिन अगर किसान साथ कमलिर िाम िरे, तो किर इस एि सबसे महत्वपूणि िदम से उन्हें कनम्नकलख्यखत बातोों िे कलए मदद कमल सिती है... • पानी जैसे आम सोंसािनोों िा बेहतर उपयोग. • सहयोग िरिे बेहतर िीमत वाली िसल उगाने िे कलए जानिारी प्राप्त िरना. • भोंडारण जैसी बुकनयादी सुकविाओों िो साझा िरना. • िसल िी बेहतर िीमतोों िे कलए खरीदारोों िे साथ मोलभाव िरना. • खेती से जुड़ी वस्तुओों िे कििायती दाम िे कलए कविे ताओों िे साथ मोलभाव िरना. सामूकहि मॉडल में शाकमल है i) सहिारी सकमकतयाों ii) राजनीकति दल iii) कनजी िों पकनयोों िो ठे िे पर खेती iv) उत्पादि िों पकनयाों (स्वयों किसानोों द्वारा गकठत) v) जमीन िो पट्टे पर देना. उपरोि सभी कविल्पोों िे कलए सिलता और कविलता दोनोों िे ही उदाहरण मौजूद है.
  • 38. सरिार क्ा िर सिती है… 2. मोंकडयोों द्वारा सिा िे दुरुपयोग पर अोंिु श लगाया जाना चाकहए. 3. सुकनकित िरें कि वैिख्यल्पि कवपणन तोंत्र असल में मोंकडयोों िे सामने प्रकतस्पिाि प्रदान िरता है. 1. गाोंवोों में बुकनयादी सुकविाएों उपलब्ध िराना. यह हर मौसम िे कलए सड़िोों जैसा सामान्य बुकनयादी ढाोंचा होगा और साथ ही कवशेि रूप से उस क्षेत्र में उगाई जाने वाली िसलोों िे भोंडारण िे कलए बुकनयादी ढाोंचा. 4. िृ कि ज्ञान िी रचना और आदानप्रदान िो किर से जीवोंत िरना. िृ कि कवश्वकवद्यालयोों और नए सोंस्थानोों िा मूल्याोंिन किसानोों िी आय में हुए सुिार पर किया जाना चाकहए. भूकम परीक्षण जैसे अन्य उपायोों िो लागू िरें जो किसानोों िो अपनी जमीन/िसलोों िे कलए खाद जैसी उकचत िृ कि सहायि वस्तु कनिािररत िरने में मदद िरेगा.
  • 39. सरिार क्ा िर सिती है… 7. स्वास्थ्य और कशक्षा जैसी बुकनयादी सुकविाओों िे कवतरण िो तेज बनाया जाना चाकहए ताकि किसानोों िो इन िे कलए िजि न लेना पड़े. 5. कपछले 2 दशिोों में जमीन िारण आिा हो गया है, कजसिे खेती पर हाकनिारि प्रभाव पड़े हैं. जमीन पर इस दबाव िो िम िरने िे कलए अकिि गैर िृ कि रोजगार िे अवसर पैदा िरने पड़ेंगे. 6. किसनोों िे कलए त्वररत भुगतान िे साथ कििायती िसल बीमा प्रदान किया जाना चाकहए ताकि किसान िो किसी भी प्रािृ कति आपदा से होने वाली बबािदी िे तुरोंत बाद पैसे कमलने में देरी न हो.
  • 40. नष्किि िे तौर पर, िृ पया अपने राजनीकति प्रकतकनकधय ों से पूछें िै से आप किसानोों िो लगातार अकिि पानी प्रदान िर सिते हैं? आप किसानोों िो सामूकहि खेती िे कलए िै से प्रोत्साकहत िरेंगे? आपने मोंकडयोों िी ताित पर अोंिु श लगाने और वैिख्यल्पि मािे कटोंग पद्धकत बनाने िे कलए क्ा किया है? i) िसल बीमा जैसी सरिारी योजनाओों ii) िृ कि कवश्वकवद्यालयोों जैसे सोंस्थानोों िी प्रभावशीलता पर आप िै से कनगरानी रखेंगे. आप स्वास्थ्य और कशक्षा जैसी बुकनयादी सरिारी सेवाओों िे कवतरण िो िै से तेज बनाएों गे?