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SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th
Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC)
SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th
Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC)
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Q1. आधुनिक लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में सत्ता की साझेदारी क
े अलग - अलग तरीक
े क्या है? इिमें
से प्रत्येक का एक उदाहरण भी दे |
Answer. आधुनिक लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में सत्ता की साझेदारी क
े अलग - अलग तरीक
े
निम्िललखित हैं – I. शासि क
े ववलभन्ि अांग, जैसे ववधानयका, काययपाललका और न्यायपाललका क
े बीच
सत्ता का बँटवारा - शासि क
े ववलभन्ि अांगो क
े बीच सत्ता क
े बँटवारे को सत्ता का क्षैनतज ववतरण
कहते हैं क्योंकक इसमें सरकार क
े ववलभन्ि अांग एक ही स्तर पर रहकर अपिी शक्क्त का उपयोग कर
सकते हैं| ऐसे बँटवारे में ववलभन्ि सांस्थाओां क
े बीच सत्ता का सांतुलि बिता हैं | इस प्रकार की
व्यवस्था का उदाहरण भारत व अमेररका हैं | II. सरकार क
े बीच ववलभन्ि स्तरों पर सत्ता का बँटवारा -
इस प्रकार क
े बँटवारे में पुरे देश क
े ललए एक सामान्य सरकार रहती हैं क्जसे सांघ या क
ें द्र सरकार
कहते हैं| प्रान्त या क्षेिीय स्तर पर अलग सरकार रहती है क्जसे भारत में राज्य सरकार कहते हैं |
राज्य सरकार से िीचे क
े स्तर पर भी िगरपाललका और पांचायते होती हैं| इस प्रकार क
े बँटवारे को
ऊर्धवायधर ववतरण भी कहते हैं | III. ववलभन्ि सामाक्जक समूहों, भाषायी और धालमयक समूहों क
े बीच
सत्ता का बँटवारा - इस तरह की व्यवस्था ववधानयका और प्रशासि में अलग - अलग सामाक्जक
समूहों को हहस्सेदारी देिे क
े ललए की जाती है| बेक्जजयम में सामुदानयक सरकार इसका उदाहरण हैं | IV.
ववलभन्ि प्रकार क
े दबाव समूहों और आांदोलिों क
े रूप में सत्ता का बँटवारा - समकालीि लोकताांत्रिक
व्यवस्थाओां में ववलभन्ि पाहटययों क
े रूप में यह ववकजप होता है | पाहटययाँ सत्ता क
े ललए आपस में
प्रनतस्पधाय करती हैं | सत्ता बारी-बारी से अलग-अलग ववचारधारा और सामाक्जक समूहों वाली पाहटययों
क
े हाथ आती जाती रहती है |अमेररका इसका उदाहरण है |
Q2. भारतीय सन्दभय में सत्ता की भागीदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका युक्क्तपरक और एक
िैनतक कारण बताएँ |
Answer. युक्क्तपरक कारण - सत्ता का बँटवारा ही उचचत निणयय है| सरकार अपिे स्तर पर निणयय ले
सकती है इससे सामाक्जक समूहों में झगड़े का अांदेशा भी कम हो जाता हैं | अजपसांियकों क
े ललए
आरक्षण का निणयय भी उचचत था | युक्क्तपरक या समझदारी का तक
य लाभकर पररणामों पर जोर देता
हैं | िैनतक कारण - सत्ता का बँटवारा लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां क
े ललए ठीक हैं | लोकताांत्रिक व्यवस्था
में सभी समूह क
े लोग सरकार से जुड़ते है और अपिी भागीदारी देते हैं | िैनतक तक
य सत्ता क
े बँटवारे
क
े अांतभूयत महत्व को बताता हैं |
Q3. इस अर्धयाय को पढ़िे क
े बाद तीि छािों िे अलग - अलग निष्कषय निकाले | आप इिमे से
ककससे सहमत हैं और क्यों? अपिा जवाब करीब 50 शब्दों में दे | थम्मि - क्जि समाजों में क्षेिीय,
भाषायी और जातीय आधार पर ववभाजि हो लसर्
य वही सत्ता की साझेदारी जरुरी हैं | मथाई - सत्ता
की साझेदारी लसर्
य ऐसे बड़े देशों क
े ललए उपयुक्त हैं जहाँ क्षेिीय ववभाजि मौजूद होते हैं | औसेर् - हर
समाज में सत्ता की साझेदारी की जरुरत होती है भले ही वह छोटा हो या उसमे सामाक्जक ववभाजि
ि हो |
Answer. औसेर् का कथि सबसे तक
य सांगत है, और इस पर सहमनत होिी चाहहए। सत्ता की साझेदारी
ि क
े वल समाज में ववलभन्ि समूहों क
े बीच सांघषय को रोकती है बक्जक यह िागररकों में समझदारी की
भाविा पैदा करती है। निणयय लेिे की प्रकिया में लोग सरकार से अचधक सांतुष्ट होंगे।
Q4. बेक्जजयम में ब्रुसेजस क
े निकट क्स्थत शहर मचेटम क
े मेयर िे अपिे यहाँ क
े स्क
ू लों में फ्र
ें च
बोलिे पर लगी रोक को सही बताया है। उन्होंिे कहा कक इससे डच भाषा ि बोलिे वाले लोगों को इस
फ्लेलमश शहर क
े लोगो से जुड़िे में मदद लमलेगी। क्या आपको लगता है कक यह र्
ै सला बेक्जजयम की
सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भाविा से मेल िाता है? अपिा जवाब करीब 50 शब्दों में
ललिे।
Answer. फ्र
ें च बोलिे पर लगी रोक बेक्जजयम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भाविा से
मेल िहीां िाती | सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था में सभी लोगों को समाि अचधकार प्राप्त होते हैं |
अतः शहर क
े स्क
ू लों में भी दोिों भाषाओां को मान्यता लमलिी चाहहए |
Q5. िीचे हदए गए उद्धरण को गौर से पढ़ें और इसमें सत्ता की साझेदारी क
े जो युक्क्तपरक कारण
बताए गए हैं उिमे से ककसी एक का चुिाव करें | "महात्मा गाांधी क
े सपिों को साकार करिे और
अपिे सांववधाि क
े निमायताओां की उम्मीदों को पूरा करिे क
े ललए हमें पांचायतों को अचधकार देिे की
जरूरत है। पांचायती राज ही वास्तववक लोकतांि की स्थापिा करता है। यह सत्ता उि लोगों क
े हाथों में
सौंपता है, क्जिक
े हाथों में इसे होिा चाहहए । भ्रष्टाचार कम करिे और प्रशासनिक क
ु शलता को बढ़ािे
का एक उपाय पांचायतों को अचधकार देिा भी है | जब ववकास की योजिाओां को बिािे और लागू करिे
में लोगो की भागीदारी होगी तो इि योजिाओां पर उिका नियांिण बढ़ेगा | इससे भ्रष्ट त्रबचौललयों को
ित्म ककया जा सक
े गा |इस प्रकार पांचायती राज लोकतांि की िीांव को मजबूत करेगा।"
Answer. जब लोग ववकास की योजिाओां को बिािे और लागू करिे में भाग लेते हैं, तो वे स्वाभाववक
रूप से इि योजिाओां पर अचधक नियांिण रिेंगे। इससे भ्रष्ट लोगों का सर्ाया होगा, और इसक
े ललए
पांचायतों को अचधकार देिे होंगे |
Q7. बेक्जजयम और श्रीलांका की सत्ता में साझीदारी की व्यवस्था क
े बारे में निम्िललखित बयािों पर
ववचार करे : (क) बेक्जजयम में डच - भाषी बहुसांख्यकों िे फ्र
ें च - भाषी अजपसांख्यको पर अपिा प्रभुत्व
ज़मािे का प्रयास ककया | (ि) सरकार की िीनतयों िे लसांहली - भाषी बहुसांख्यकों का प्रभुत्व बिाये
रििे का प्रयास ककया | (ग) अपिी सांस्कृ नत और भाषा को बचािे तथा लशक्षा तथा रोजगार में
समािता क
े अवसर क
े ललए श्रीलांका क
े तलमलों िे सत्ता को सांघीय ढाँचे पर बाँटिे की माँग की | (घ)
बेक्जजयम में एकात्मक सरकार की जगह सांघीय शासि व्यवस्था लाकर मुजक को भाषा क
े आधार पर
टूटिे से बचा ललया गया | ऊपर हदए गए बयािों में से कौि - से सही हैं ? (सा) क, ि, ग और घ (रे)
क, ि और घ (गा) ग और घ (मा) ि, ग और घ
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Answer. (मा) ि, ग और घ
Q9. सत्ता की साझेदारी क
े बारे में निम्िललखित दो बयािों पर गौर करे और िीचे हदए गए कोड क
े
आधार पर जवाब दे : (अ) सत्ता की साझेदारी लोकतांि क
े ललए लाभकर हैं | (ब) इससे सामाक्जक
समूहों में टकराव का अांदेशा घटता हैं | इस बयािों में कौि सही हैं और कौि गलत ? (क) अ सही है
लेककि ब गलत हैं | (ि) अ और ब दोिों सही हैं | (ग) अ और ब दोिों गलत हैं | (घ) अ गलत है
लेककि ब सही हैं |
Answer. (ि) अ और ब दोिों सही हैं |
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Q2. ववश्व क
े िाली राजिीनतक मािचचि पर भारत क
े अलावा सांघीय शासि वाले तीि देशों की
अवक्स्थनत बताये और उिक
े िक़्शे को रांग से भरे ।
Answer. भारत क
े अलावा सांघीय शासि वाले तीि अमेररका, ऑस्रेललया और बेक्जजयम हैं |
Q3. भारत की सांघीय व्यवस्था में बेक्जजयम से लमलती - जुलती एक ववशेषता और उससे अलग एक
ववशेषता को बताएँ।
Answer. भारत क
े सांववधाि में दो स्तर की सरकार का प्रावधाि था - क
ें द्र सरकार और राज्य सरकार |
बाद में पांचायतों और िगरपाललकाओां क
े रूप में तीसरा स्तर भी जोड़ा गया | तीिों स्तर की शासि
व्यवस्थाओां क
े अपिे - अपिे अचधकार क्षेि है | बेक्जजयम में भी सांघीय शासि व्यवस्था लागू की गयी
थी| लेककि बेक्जजयम में समुदाय सरकार का भी प्रावधाि है |
Q4. शासि क
े सांघीय और एकात्मक स्वरूपों में क्या - क्या मुख्य अांतर है? इसे उदाहरणों क
े मार्धयम
से स्पष्ट करे।
Answer. शासि क
े सांघीय और एकात्मक स्वरूपों में निम्िललखित अांतर हैं –
Q5. 1992 क
े सांववधाि सांशोधि क
े पहले और बाद क
े स्थािीय शासि क
े दो महत्वपूणय अांतरो को
बताएँ।
Answer. I. 1992 में सांवैधानिक सांशोधि से पहले ग्राम पांचायतों और िगरपाललकाओां को राज्य सरकार
क
े नियांिण में रिा गया था | 1992 में सांवैधानिक सांशोधि क
े बाद इस तीसरे स्तर को ज्यादा
शक्क्तशाली बिाया गया | II. 1992 में सांवैधानिक सांशोधि से पहले स्थािीय सरकारों क
े ललए नियलमत
चुिाव भी िहीां कराये जाते थे | 1992 में सांवैधानिक सांशोधि क
े बाद स्थािीय सरकारी निकायों क
े ललए
नियलमत चुिाव करािा अनिवायय है |
Q6. ररक्त स्थािो को भरें: चूँकक अमेररका ……….. तरह का सांघ है इसललए वहाँ सभी इकाइयों को
समाि अचधकार हैं| सांघीय सरकार क
े मुकाबले प्राांत …………. है। लेककि भारत की सांघीय प्रणाली ……….
की है और यहाँ क
ु छ राज्यों को औरों से ज्यादा शक्क्तयाँ प्राप्त हैं।
Answer. चूँकक अमेररका साथ आकर सांघ बिािे की तरह का सांघ है इसललए वहाँ सभी इकाइयों को
समाि अचधकार हैं| सांघीय सरकार क
े मुकाबले प्राांत अचधक शक्क्तशाली है। लेककि भारत की सांघीय
प्रणाली साथ रहिे की है और यहाँ क
ु छ राज्यों को औरों से ज्यादा शक्क्तयाँ प्राप्त हैं।
Q7. भारत की भाषा िीनत पर िीचे तीि प्रनतकियाएँ दी गयी हैं। इिमें से आप क्जसे ठीक समझते हैं
उसक
े पक्ष में तक
य और उदाहरण दें। सांगीता: प्रमुि भाषाओां को समाहहत करिे की िीनत िे राष्रीय
एकता को मजबूत ककया है। अरमाि: भाषा क
े आधार पर राज्यों क
े गठि िे हमें बाँट हदया हैं | हम
इसी कारण अपिी भाषा क
े प्रनत सचेत हो गए है। हरीश: इस िीनत िे अन्य भाषाओां क
े ऊपर अांग्रेजी
क
े प्रभुत्व को मजबूत करिे भर का काम ककया है।
Answer. सांगीता की प्रनतकिया अन्य दो की तुलिा में बेहतर है। श्रीलांका क
े ववपरीत (जहाां बहुमत की
भाषा को बढ़ावा हदया गया है), भारतीय राजव्यवस्था िे देश में बोली जािे वाली सभी प्रमुि भाषाओां
को समािता का दजाय हदया है। इसिे ववलभन्ि भाषाओां को बोलिे वाले लोगों द्वारा सरकार की
गनतववचधयों में एक बड़ी भागीदारी सुनिक्श्चत की है।
Q8. सांघीय सरकार की एक ववलशष्टता है: (क) राष्रीय सरकार अपिे क
ु छ अचधकार प्राांतीय सरकारों को
देती है। (ि) अचधकार ववधानयका, काययपाललका और न्यायपाललका क
े बीच बँट जाते है। (ग) निवायचचत
पदाचधकारी ही सरकार में सवोच्च ताकत का उपयोग करते हैं। (घ) सरकार की शक्क्त शासि क
े
ववलभन्ि स्तरों क
े बीच बँट जाती है।
Answer. (घ) सरकार की शक्क्त शासि क
े ववलभन्ि स्तरों क
े बीच बँट जाती है।
Q12. इि बयािों पर गौर करें। (अ) सांघीय व्यवस्था में सांघ और प्राांतीय सरकारों क
े अचधकार स्पष्ट
रूप से तय होते है। (ब) भारत एक सांघ है क्योंकक क
ें द्र और राज्य सरकारों क
े अचधकार सांववधाि में
स्पष्ट रूप से दजय हैं और अपिे - अपिे ववषयों पर उिका स्पष्ट अचधकार है। (स) श्रीलांका में सांघीय
व्यवस्था है क्योंकक उसे प्राांतों में बाँट हदया गया है। (द) भारत में सांघीय व्यवस्था िहीां रही क्योंकक
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राज्यों क
े क
ु छ अचधकार स्थािीय शासि की इकाइयों में बाँट हदए गए हैं | ऊपर हदए गए बयािों में
कौि - कौि सही हैं? (सा) अ, ब और स (रे) अ, स और द (गा) अ और ब (मा) ब और स
Answer. (गा) अ और ब
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Q1. सामाक्जक ववभाजिों की राजिीनत क
े पररणाम तय करिे वाले तीि कारकों की चचाय करें।
Answer. सामाक्जक ववभाजि की राजिीनत क
े पररणामों को निधायररत करिे वाले तीि कारक: I. लोगों
की अपिी पहचाि क
े बारे में धारणा - जब लोग िुद को सबसे अलग और ववशेष समझिे लगते है तो
उिक
े ललए दूसरे लोगों से तालमेल बैठािा बहुत कहठि हो जाता है | यहद लोग अपिी राष्रीय पहचाि
को सवोंपरर समझते है तब कोई समस्या िहीां होती | हमारे देश में ज्यादातर लोग िुद को पहले
भारतीय मािते हैं कर्र ककसी प्रदेश, जानत या भाषा समूह का सदस्य | II. राजिीनतक िेताओां द्वारा एक
समुदाय का प्रनतनिचधत्व - सांववधाि क
े दायरे में आिे वाली व अन्य समुदाय को िुकसाि ि पहुांचािे
वाली माँगो को माि लेिा सही है लेककि ककसी एक समुदाय की अिुचचत माँग को यहद माि ललया
जाए तो यह ग़लत होगा| श्रीलांका में लसांहललयों की माँग तलमल समुदाय की पहचाि और हहतों क
े
खिलाफ़ थी | III. सरकार का रुि - अगर शासि राष्रीय एकता क
े िाम पर ककसी की उचचत माँग को
दबािा शुरू कर दे तो पररणाम हमेशा िुकसािदेह होते है |
Q2. सामाक्जक अांतर कब और क
ै से सामाक्जक ववभाजिों का रूप ले लेते हैं?
Answer. जब एक तरह का अांतर अन्य अांतरों से ज्यादा महत्वपूणय बि जाता है और लोगों को लगिे
लगता है कक वे दूसरे समुदाय क
े है तब सामाक्जक ववभाजि की क्स्तचथ पैदा होती है | उदाहरण क
े
ललए, हमारे देश में दललत गरीब है और उन्हें अक्सर भेदभाव और अन्याय का सामिा करिा पड़ता है |
जब एक-सी सामाक्जक असमािताएँ कई समूहों में मौजूद हो तो कर्र एक समूह क
े लोगों क
े ललए
अपिी अलग पहचाि बिािा मुक्श्कल हो जाता है और एक गहरे सामाक्जक ववभाजि की रेिा िीांच
जाती है |
Q3. सामाक्जक ववभाजि ककस तरह से राजिीनत को प्रभाववत करते हैं? दो उदाहरण भी दीक्जए |
Answer. सामाक्जक ववभाजि और राजिीनत का सांयोजि वास्तव में ितरिाक हो सकता है। एक
लोकतांि में ववलभन्ि राजिीनतक दलों क
े बीच प्रनतस्पधाय शालमल है। जैसा कक उिकी प्रनतयोचगता
समाज को ववभाक्जत करिे क
े ललए होती है, अगर वे क
ु छ मौजूदा सामाक्जक ववभाजिों क
े सांदभय में
प्रनतस्पधाय करिा शुरू करते हैं, तो यह उि सामाक्जक ववभाजिों को राजिीनतक ववभाजि में बदल
सकता है, क्जससे सांघषय, हहांसा और यहाां तक कक देश का ववभाजि भी हो सकता है। इसका एक
उदाहरण यूगोस्लाववया का छह स्वतांि देशों में ववभाजि है। आयरलैंड इसका दूसरा उदाहरण है | यहाँ
कार्ी समय तक लोगों क
े बीच हहांसा और जातीय कटुता रही |
Q4. ……………. सामाक्जक अांतर गहरे सामाक्जक ववभाजि और तिावों की क्स्थनत पैदा करते हैं।
…………. सामाक्जक अांतर सामान्य तौर पर टकराव की क्स्थनत तक िहीां जाते।
Answer. एक तरह क
े सामाक्जक अांतर गहरे सामाक्जक ववभाजि और तिावों की क्स्थनत पैदा करते
हैं। ववलभन्ि प्रकार क
े सामाक्जक अांतर सामान्य तौर पर टकराव की क्स्थनत तक िहीां जाते।
Q5. सामाक्जक ववभाजिों को सँभालिे क
े सांदभय में इिमें से कौि सा बयाि लोकताांत्रिक व्यवस्था पर
लागू िहीां होता? (क) लोकतांि में राजिीनतक प्रनतद्वन्दता क
े चलते सामाक्जक ववभाजिों की छाया
राजिीनत पर भी पड़ती है। (ि) लोकतांि में ववलभन्ि समुदायों क
े ललए शाांनतपूणय ढांग से अपिी
लशकायतें ज़ाहहर करिा सांभव है। (ग) लोकतांि सामाक्जक ववभाजिों को हल करिे का सबसे अच्छा
तरीका है। (घ) लोकतांि सामाक्जक ववभाजिों क
े आधार पर समाज को वविांडि की ओर ले जाता है।
Answer. (घ) लोकतांि सामाक्जक ववभाजिों क
े आधार पर समाज को वविांडि की ओर ले जाता है।
Q6. निम्िललखित तीि बयािों पर ववचार करें: (अ) जहाँ सामाक्जक अांतर एक-दूसरे से टकराते हैं वहाँ
सामाक्जक ववभाजि होता है। (ब) यह सांभव है कक एक व्यक्क्त की कई पहचाि हो। (स) लसफ़
य भारत
जैसे बड़े देशों में ही सामाक्जक ववभाजि होते हैं। इि बयािों में से कौि-कौि से बयाि सही हैं| (क) अ,
ब और स (ि) अ और ब (ग) ब और स (घ) लसर्
य स
Answer. (ि) अ और ब
Q7. निम्िललखित बयािों को ताकक
य क िम से लगाएँ और िीचे हदए गए कोड क
े आधार पर सही जवाब
ढूँढ़े। (अ) सामाक्जक ववभाजि की सारी राजिीनतक अलभव्यक्क्तयाँ ितरिाक ही हो यह जरुरी िहीां है|
(ब) हर देश में ककसी ि ककसी तरह क
े सामाक्जक ववभाजि रहते ही हैं | (स) राजिीनतक दल
सामाक्जक ववभाजिों क
े आधार पर राजिीनतक समथयि जुटािे का प्रयास करते हैं | (द) क
ु छ सामाक्जक
अांतर सामाक्जक ववभाजिों का रूप ले सकते हैं। (क) द, ब, स, अ (ि) द, ब, अ, स (ग) द, अ, स, ब (घ)
अ, ब, स, द
Answer. (क) द, ब, स, अ
Q8. निम्िललखित में ककस देश को धालमयक और जातीय पहचाि क
े आधार वविांडि का सामिा करिा
पड़ा? (क) बेक्जजयम (ि) भारत (ग) यूगोस्लाववया (घ) िीदरलैंड
Answer. (ग) यूगोस्लाववया
Q9. माहटयि लूथर ककां ग जूनियर क
े 1963 क
े एक प्रलसद्ध भाषण क
े निम्िललखित अांश को पढ़ें। वे ककस
सामाक्जक ववभाजि की बात कर रहे हैं? उिकी उम्मीदें और आशांकाएँ क्या-क्या थी? क्या आप उिक
े
बयाि और मैक्क्सको ओलांवपक की उस घटिा में कोई सांबांध देिते हैं क्जसका क्जि इस अर्धयाय में
था? "मेरा एक सपिा है कक मेरे चार िन्हें बच्चे एक हदि ऐसे मुजक में रहेंगे जहाँ उन्हें चमड़ी क
े रांग
क
े आधार पर िहीां, बक्जक उिक
े चररि क
े असल गुणों क
े आधार पर परिा जाएगा। स्वतांिता को उसक
े
असली रूप में आिे दीक्जए | स्वतांिता तभी क
ै द से बाहर आ पाएगी जब यह हर बस्ती, हर गाँव तक
पहुँचेंगी, हर राज्य और हर शहर में होगी और हम उस हदि को ला पाएँगे जब ईश्वर की सारी सांतािे -
अश्वेत स्िी-पुरुष, गोरे लोग, यहूदी तथा गैर-यहूदी, प्रोटेस्टेंट और क
ै थोललक - हाथ में हाथ डालेंगी और
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इस पुरािी िीग्रो प्राथयिा को गाएांगी - 'लमली आज़ादी , लमली आज़ादी ! प्रभु बललहारी , लमली आज़ादी !'
मेरा एक सपिा है कक एक हदि यह देश उठ िड़ा होगा और अपिे वास्तववक स्वभाव क
े अिुरूप
कहेगा , "हम इस स्पष्ट सत्य को मािते हैं कक सभी लोग समाि हैं | "
Answer. माहटयि लूथर ककां ग जूनियर िे अपिे भाषण में रांगभेद क
े खिलाफ़ आवाज़ उठायी थी |
मैक्क्सको ओलक्म्पक की घटिा में भी दो खिलाड़ड़यों िे अमेररका में होिे वाले रांगभेद क
े प्रनत लोगों का
र्धयाि िीांचिे की कोलशश की थी |
v/;k; 4 tkfr] /keZ vkSj ySafxd elys
Q1. जीवि क
े उि ववलभन्ि पहलुओां का क्ज़ि करें क्जिमें भारत में क्स्ियों क
े साथ भेदभाव होता है या
वे कमज़ोर क्स्थनत में होती हैं।
Answer. भारत में क्स्ियों क
े साथ भेदभाव ककया जाता है और निम्ि तरीकों से वांचचत ककया जाता है:
I. उन्हें पयायप्त लशक्षा िहीां दी जाती है। महहलाओां में साक्षरता दर क
े वल 54% है जबकक पुरुषों में 76%|
स्क
ू ल पास करिे वाली लड़ककयों में से क
ु छ ही लसर्
य उच्च लशक्षा प्राप्त कर पाती हैं | क्योंकक माँ-बाप
अपिे सांसाधि लड़कों पर िचय करिा ज्यादा पसांद करते है | II. उिक
े द्वारा ककया गया अचधकाांश श्रम
अवैतनिक है। जहाां उन्हें उिक
े काम क
े ललए भुगताि ककया जाता है, उन्हें पुरुषों की तुलिा में कम
वेति लमलता है। III. काम क
े हर क्षेि में महहलाओां को पुरुषों की तुलिा में कम मजदूरी लमलती है, चाहे
दोिों का काम समाि हो | IV. बालक क
े ललए वरीयता क
े कारण, देश क
े कई हहस्सों में कन्या भ्रूण
हत्या का प्रचलि है। V. महहलाओां क
े उत्पीड़ि, शोषण और घरेलु हहांसा की िबरें तो सामान्य है |
Q2. ववलभन्ि तरह की साांप्रदानयक राजिीनत का ब्यौरा दें और सबक
े साथ एक-एक उदाहरण भी दें।
Answer. साांप्रदानयक राजिीनत क
े ववलभन्ि रूप निम्िललखित है – · रोजमराय की मान्यताओां में
साांप्रदानयक श्रेष्ठता की अलभव्यक्क्त - इिमें धालमयक पूवायग्रह, धालमयक समुदायों क
े बारे में बिी बिाई
धारणाएँ और एक धमय को दूसरे से श्रेष्ठ माििे की मान्यताएँ शालमल हैं | लमललटेंट धालमयक समूह
इसका एक अच्छा उदाहरण हैं। · एक प्रमुि प्रभुत्व या एक अलग राज्य बिािे की इच्छा - साांप्रदानयक
सोच अपिे धालमयक समुदाय का राजिीनतक प्रभुत्व स्थावपत करिे की कफ़राक में रहती है | जम्मू-
कश्मीर और मर्धय भारत में अलगाववादी िेता और राजिीनतक दल इसका एक उदाहरण हैं। ·
मतदाताओां को अपील करिे क
े ललए राजिीनत में धालमयक प्रतीकों और िेताओां का उपयोग - इसमें धमय
क
े पववि प्रतीकों, धमयगुरुओां, भाविात्मक अपील और अपिे ही लोगों क
े मि में डर बैठािे क
े तरीकों का
उपयोग आम है | · इि सबक
े अलावा, साांप्रदानयक राजिीनत 2002 में गुजरात में हुए दांगों की तरह
साांप्रदानयक हहांसा और दांगों का रूप ले सकती है।
Q3. बताइए कक भारत में ककस तरह अभी भी जानतगत असमािताएँ जारी हैं।
Answer. जानत क
े आधार पर ववभाजि लसर्
य भारत में ही देििे को लमलता है | · आज भी एक जानत
समूह क
े लोग अन्य जानत समूहों में ि तो अपिे बच्चों की शादी करते है और ि ही उिक
े साथ
बैठकर भोजि कर सकते है | · वणय व्यवस्था आज भी देििे को लमलती है | 'अांत्यज ' लोगों क
े साथ
आज भी छ
ु आछ
ू त का व्यवहार ककया जाता है | · क्जि जानतयों को पहले लशक्षा से वांचचत रिा जाता था
वे आज भी वपछड़े हुए है | · चुिाव क्षेि में भी पाहटययाँ मतदाताओां की जानतयों का हहसाब र्धयाि में
रिती है |
Q4. दो कारण बताएँ कक क्यों लसफ़
य जानत क
े आधार पर भारत में चुिावी ितीजे तय िहीां हो सकते।
Answer. जानत क
े आधार पर भारत में चुिावी ितीजे तय िहीां हो सकते क्योंकक कोई भी पाटी ककसी
एक जानत या समुदाय क
े सभी लोगों का वोट हालसल िहीां कर सकती | देश क
े ककसी भी एक सांसदीय
चुिाव क्षेि में ककसी एक जानत क
े लोगों का बहुमत िहीां है
Q5. भारत क
े ववधानयकाओां में महहलाओां क
े प्रनतनिचधत्व की क्स्थनत क्या है?
Answer. जब ववधानयकाओां में महहलाओां क
े प्रनतनिचधत्व की बात आती है, तो भारत का िांबर दुनिया
क
े सबसे निचले देशों में से एक है। महहलाओां का प्रनतनिचधत्व हमेशा लोकसभा में 10% से कम और
राज्य ववधािसभाओां में 5% रहा है। स्थािीय सरकारी निकायों (पांचायतों और िगर पाललकाओां) में एक
नतहाई सीटें महहलाओां क
े ललए आरक्षक्षत हैं, ग्रामीण और शहरी स्थािीय निकायों में 10 लाि से अचधक
निवायचचत महहला प्रनतनिचध हैं। महहला सांगठिों और काययकतायओां की माँग है कक लोकसभा और राज्य
ववधािसभाओां में भी एक नतहाई सीटें महहलाओां क
े ललए आरक्षक्षत कर देिी चाहहए |
Q6. ककन्हीां दो प्रावधािों का क्जि करें जो भारत को धमयनिरपेक्ष देश बिाते हैं।
Answer. भारत को धमयनिरपेक्ष राज्य बिािे वाले दो सांवैधानिक प्रावधाि हैं: · सांववधाि सभी व्यक्क्तयों
और समुदायों को ककसी भी धमय को माििे, अभ्यास करिे और प्रचार करिे की स्वतांिता प्रदाि करता
है| · सांववधाि धमय क
े आधार पर भेदभाव पर रोक लगाता है।
Q7. जब हम लैंचगक ववभाजि की बात करते हैं तो हमारा अलभप्राय होता हैं : (क) स्िी और पुरुष क
े
बीच जैववक अांतर (ि) समाज द्वारा स्िी और पुरुष को दी गई असमाि भूलमकाएँ (ग) बालक और
बाललकाओां की सांख्या का अिुपात | (घ) लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में महहलाओां को मतदाि का अचधकार
ि लमलिा |
Answer. (ि) समाज द्वारा स्िी और पुरुष को दी गई असमाि भूलमकाएँ
Q8. भारत में यहाँ औरतों क
े ललए आरक्षण की व्यवस्था है : (क) लोकसभा (ि) ववधािसभा (ग)
मांत्रिमांडल (घ) पांचायती राज की सांस्थाएँ
Answer. (घ) पांचायती राज की सांस्थाएँ
Q9. साांप्रदानयक राजिीनत क
े अथय सांबांधी निम्िललखित कथिों पर गौर करें | साांप्रदानयक राजिीनत इस
धारणा पर आधाररत है कक : (अ) एक धमय दूसरों से श्रेष्ठ है | (ब) ववलभन्ि धमों क
े लोग समाि
िागररक क
े रूप में िुशी-िुशी साथ सकते हैं। (स) एक धमय क
े अिुयायी एक समुदाय बिाते हैं। (द)
एक धालमयक समूह का प्रभुत्व बाकी सभी धमों पर कायम करिे में शासि की शक्क्त का प्रयोग िहीां
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ककया जा सकता। इिमें से कौि या कौि -कौि सा कथि सही है? (क) अ, ब, स और द (ि) अ, ब
और द (ग) अ और स (घ) ब और द
Answer. (ग) अ और स
Q10. भारतीय सांववधाि क
े बारे में इिमें से कौि सा कथि गलत है? (क) यह धमय क
े आधार पर
भेदभाव की मिाही करता है | (ि) यह एक धमय को राजकीय धमय बताता है | (ग) सभी लोगों को कोई
भी धमय माििे की आज़ादी देता है | (घ) ककसी धालमयक समुदाय में सभी िागररकों को बराबरी का
अचधकार देता है |
Answer. (ि) यह एक धमय को राजकीय धमय बताता है |
Q11. ……………पर आधाररत सामाक्जक ववभाजि लसफ़
य भारत में ही है।
Answer. जानत पर आधाररत सामाक्जक ववभाजि लसफ़
य भारत में ही है।
v/;k; 5 tu la?k’kZ vkSj vkanksyu
Q1. दबाव समूह और आांदोलि राजिीनत को ककस तरह प्रभाववत करते हैं?
Answer. दबाव समूह और आांदोलि राजिीनत पर कई तरह से असर डालते हैं – · दबाव समूह और
आांदोलि अपिे लक्ष्य और गनतववचधयों क
े ललए जिता का समथयि और सहािुभूनत हालसल करिे की
कोलशश करते हैं| इसक
े ललए ये सूचिा अलभयाि चलािा, बैठक आयोक्जत करिा या अज़ी देिे जैसे
तरीकों का इस्तेमाल करते हैं | · ऐसे समूह अक्सर हड़ताल का सहारा लेते है ताकक सरकार उिकी माँगो
की तरर् र्धयाि देिे क
े ललए बार्धय हो | · व्यवसाय समूह पेशेवर लॉत्रबस्ट नियुक्त करते हैं या महँगे
ववज्ञापिों का सहारा लेते हैं |
Q2. दबाव समूहों और राजिीनतक दलों क
े आपसी सांबांधों का स्वरुप क
ै सा होता है, वणयि करें|
Answer. दवाब समूह या तो राजिीनतक दल द्वारा बिाये जाते हैं या उिका िेतृत्व राजिीनतक दल क
े
िेता करते हैं | उदाहरण क
े ललए, भारत क
े अचधकतर मज़दूर सांगठि और छाि सांगठि या तो
राजिीनतक दल द्वारा बिाये गए है या उन्हें राजिीनतक दलों का समथयि प्राप्त हैं | अचधकतर दबाव
समूहों का राजिीनतक दलों से कोई प्रत्यक्ष सांबांध िहीां होता | आांदोलिकारी समूह और दबाव समूह िए-
िए मुद्दे उठाते है और राजिीनतक दल इि मुद्दों को आगे बढ़ािे में मदद करते हैं |
Q3. दबाव समूहों की गनतववचधयाँ लोकताांत्रिक सरकार क
े कामकाज में क
ै से उपयोगी होती हैं?
Answer. लोकताांत्रिक सरकार क
े कामकाज में दबाव समूह महत्वपूणय होते हैं क्योंकक वे आम लोगों को
अपिी राय देिे का अवसर प्रदाि करते हैं। क
ु छ मामलों में, सरकार अक्सर अमीर और शक्क्तशाली
लोगों क
े दबाव में आकर आम िागररकों क
े ललए गलत र्
ै सले ले लेती है। दबाव समूह सरकार को
ऐसी िीनतयाां बिािे क
े ललए मजबूर करते हैं जो समाज क
े क
ु छ अन्य वगों को भी लाभाक्न्वत कर
सक
े । दबाव समूह आम िागररक की जरूरतों से सरकार को अवगत कराते हैं |
Q4. दबाव समूह क्या हैं? क
ु छ उदाहरण बताइए |
Answer. जब लोग सांगठि बिाकर अपिे हहत और अपिी माँगो क
े ललए सरकार क
े खिलाफ़ एकजुट
होिे का र्
ै सला करते है तो ऐसे सांगठि को दबाव समूह कहते हैं | दबाव समूह का निमायण तब होता
है जब समाि पेशे, हहत, आकाांक्षा अथवा मत क
े लोग समाि उद्देश्य को पािे क
े ललए एकजुट होते हैं |
ये ववरोध और प्रदशयिों क
े मार्धयम से सरकारी िीनतयों को प्रभाववत करिे का प्रयास करते है। मजदूर
सांगठि, वकील, डाक्टरों क
े निकाय, FEDECOR और BAMCEF दबाव समूहों क
े उदाहरण हैं |
Q5. दबाव समूह और राजिीनतक दल में क्या अांतर हैं?
Answer. दबाव समूह और राजिीनतक दल में निम्िललखित अांतर हैं – · दबाव समूह सीधे राजिीनतक
शक्क्त को नियांत्रित या साझा करिे का लक्ष्य िहीां रिते हैं जबकक राजिीनतक दल सरकार पर नियांिण
रििा चाहते है | · दबाव-समूह सत्ता में िहीां आिा चाहते जबकक राजिीनतक दल सत्ता हालसल करिा
चाहते हैं | · दबाव समूह का निमायण तब होता है जब समाि पेशे, हहत, आकाांक्षा अथवा मत क
े लोग
समाि उद्देश्य को पािे क
े ललए एकजुट होते हैं | राजिीनतक दल क
े निमायण क
े ललए लोगों की
राजिीनतक ववचारधारा समाि होिा चाहहए |
Q6. जो सांगठि ववलशष्ट सामाक्जक वगय जैसे मज़दूर, कमयचारी, लशक्षक और वकील आहद क
े हहतों को
बढ़ावा देिे की गनतववचधयाँ चलाते हैं उन्हें ………….. कहा जाता है।
Answer. जो सांगठि ववलशष्ट सामाक्जक वगय जैसे मज़दूर, कमयचारी, लशक्षक और वकील आहद क
े हहतों
को बढ़ावा देिे की गनतववचधयाँ चलाते हैं उन्हें हहत समूह या दबाव समूह कहा जाता है।
Q7. निम्िललखित में ककस कथि से स्पष्ट होता है कक दबाव-समूह और राजिीनतक दल में अांतर होता
है – (क) राजिीनतक दल राजिीनतक पक्ष लेते हैं जबकक दबाव-समूह राजिीनतक मसलों की चचांता िहीां
करते | (ि) दबाव-समूह क
ु छ लोगों तक ही सीलमत होते हैं जबकक राजिीनतक दल का दायरा ज्यादा
लोगों तक र्
ै ला होता है | (ग) दबाव-समूह सत्ता में िहीां आिा चाहते जबकक राजिीनतक दल सत्ता
हालसल करिा चाहते हैं | (घ) दबाव-समूह लोगों की लामबांदी िहीां करते जबकक राजिीनतक दल करते
हैं।
Answer. (ग) दबाव-समूह सत्ता में िहीां आिा चाहते जबकक राजिीनतक दल सत्ता हालसल करिा चाहते
हैं|
Q10. दबाव-समूहों और राजिीनतक दलों क
े बारे में निम्िललखित कथिों पर ववचार कीक्जए | (क)
दबाव-समूह समाज क
े ककसी िास तबक
े क
े हहतों की सांगहठत अलभव्यक्क्त होते हैं। (ि) दबाव-समूह
राजिीनतक मुद्दों पर कोई ि कोई पक्ष लेते हैं। (ग) सभी दबाव-समूह राजिीनतक दल होते हैं। अब िीचे
हदए गए ववकजपों में से सही ववकजप चुिें – (अ) क, ि और ग (ब) क और ि (स) ि और ग (द) क
और ग
Answer. (ब) क और ि
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Q11. मेवात हररयाणा का सबसे वपछड़ा इलाका है। यह गुड़गाँव और फ़रीदाबाद क्ज़ले का हहस्सा हुआ
करता था। मेवात क
े लोगों को लगा कक इस इलाक
े को अगर अलग क्ज़ला बिा हदया जाए तो इस
इलाक
े पर ज़्यादा र्धयाि जाएगा। लेककि, राजिीनतक दल इस बात में कोई रूचच िहीां ले रहे थे। सि ्
1996 में मेवात एजुक
े शि एांड सोशल ऑगेिाइजेशि तथा मेवात साक्षरता सलमनत िे अलग क्ज़ला
बिािे की माँग उठाई। बाद में सि ् 2000 में मेवात ववकास सभा की स्थापिा हुई | इसिे एक क
े बाद
एक जि-जागरण अलभयाि चलाए। इससे बार्धय होकर बड़े दलों यािी काांग्रेस और इांड़डयि िेशिल
लोकदल को इस मुद्दे को अपिा समथयि देिा पड़ा | उन्होंिे र्रवरी 2005 में होिे वाले ववधािसभा
चुिाव से पहले ही कह हदया कक िया क्ज़ला बिा हदया जाएगा | िया क्ज़ला सि ् 2005 की जुलाई में
बिा | इस उदाहरण में आपको आांदोलि, राजिीनतक दल और सरकार क
े बीच क्या ररश्ता िज़र आता
है? क्या आप कोई ऐसा उदाहरण दे सकते हैं जो इससे अलग ररश्ता बताता हो?
Answer. मेवात क
े उदाहरण से, हम अिुमाि लगा सकते हैं कक आांदोलिों में ऐसे मुद्दे हैं क्जन्हें
राजिीनतक दलों द्वारा अि-देिा ककया गया है। राजिीनतक दल तब इि माांगों से प्रभाववत हो सकते हैं
जब वे अपिे स्वयां क
े घोषणा-पिों को लागू करते हैं। अांत में, सत्ता में आिे वाली पाटी इि माांगों को
पूरा करिे वाले कदमों को लागू करती है। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियि (AASU) क
े िेतृत्व में छह
साल लांबे असम आांदोलि (1979-1985) का उद्देश्य बाांग्लादेश से असम में ववदेलशयों की घुसपैठ क
े
खिलार् था। इस आांदोलि क
े अांत में, राज्य ववधािसभा भांग कर दी गई, सरकार को िाररज कर हदया
गया, और िए लसरे से चुिाव हुए। असम गण पररषद, का गठि एएएसयू से हुआ, चुिाव लड़ा और
जीता, क्जससे असम सरकार बिी।
v/;k; 6 jktuhfrd ny
Q1. लोकतांि में राजिीनतक दलों की ववलभन्ि भूलमकाओां की चचाय करें |
Answer. लोकतांि में राजिीनतक दलों की ववलभन्ि भूलमका – · लोकताक्न्िक देशों में चुिाव राजिीनतक
दल द्वारा िड़े ककये गए उम्मीदवार लड़ते हैं | दल क
े िेता ही उम्मीदवार चुिते हैं | · राजिीनतक दल
मतदाताओां को ववलभन्ि िीनतयों क
े बीच एक को चुििे का ववकजप प्रदाि करते हैं | सरकार प्रायः
शासक दल की राय क
े अिुरूप ही अपिी िीनतयाँ बिाती हैं | · राजिीनतक दल देश क
े कािूि निमायण
में निणाययक भूलमका निभाते हैं | · राजिीनतक दल ही लोगों को सरकारी मशीिरी और कजयाणकारी
योजिाओां तक पहुांचिे का तरीका बताते हैं | · जिमत निमायण क
े ललए दल मुद्दों को उठाकर और
उजागर करक
े जिता की राय आकार देते हैं | समाज क
े लोगों की राय अक्सर दलों द्वारा रिी गयी
राय क
े आसपास ही बिती हैं | · राजिीनतक दल चुिाव जीतकर सरकार बिाते और उसे चलाते हैं |
Q2. राजिीनतक दलों क
े सामिे क्या चुिौनतयाँ हैं?
Answer. राजिीनतक दलों क
े सामिे निम्िललखित चुिौनतयाां है – · पाटी में आांतररक लोकतांि का अभाव
- क
ु छ िेताओां क
े हाथों में सत्ता की सारी ताकत क
े कारण होता है। ितीजति, शीषय पर पद िेताओां क
े
ररश्तेदारों (वांशवादी उत्तराचधकार) या उिक
े करीबी लोगों क
े ललए आरक्षक्षत हैं। ये िेता काययकतायओां से
सूचिाओां का साझा भी िहीां करते | पाहटययों क
े पास ि तो सदस्यों की सूची होती है ि नियलमत
साांगठनिक बैठक
ें होती हैं | · वांशवाद की चुिौती - अचधकाांश दल पारदशी तरीक
े से अपिा काम िहीां
करते इसललए सामान्य काययकत्ताय िेता बि ही िहीां पाते | ऐसे में जो िेता होते है वो अपिे करीबी
लोगों और ररश्तेदारों को ही शीषय पद क
े ललए आगे बढ़ाते हैं | · धि और अपराचधयों की बढ़ती घुसपैठ -
दुनियाभर में लोकतांि क
े समथयक राजिीनत में अमीर लोग और बड़ी क
ां पनियों की बढ़ती भूलमका से
चचांनतत हैं | पाटीयाँ चुिाव क्जतिे क
े ललए ऐसे उमीदवार िड़े करती है क्जिक
े पास पैसा हो | कई बार
तो पाहटययाँ अपराचधयों का समथयि भी करती है या उिसे मदद भी लेती हैं | · मतदाताओां को एक
साथयक ववकजप प्रदाि करिे में ववर्लता - इसका कारण दुनिया क
े अचधकाांश हहस्सों में पाहटययों क
े
बीच मौललक, वैचाररक मतभेदों में चगरावट है। साथयक ववकजप का अथय होता है ववलभन्ि पाहटययों की
िीनतयों और काययिमों में अांतर हो | यह अांतर वपछले क
ु छ वषों में कम होता गया हैं|
Q3. राजिीनतक दल अपिा कामकाज बेहतर ढँग से करें, इसक
े ललए उन्हें मज़बूत बिािे क
े क
ु छ सुझाव
दें |
Answer. राजिीनतक दल अपिा कामकाज बेहतर ढँग से करें, इसक
े ललए उन्हें मज़बूत बिािे क
े क
ु छ
सुझाव इस प्रकार है – · राजिीनतक दल क
े आांतररक मामलों को व्यवक्स्थत करिे क
े ललए एक कािूि
स्थावपत ककया जािा चाहहए, क्जससे उन्हें अचधक पारदशी बिाया जा सक
े । सभी दल सांववधाि का
पालि करें | · महहलाओां को कम से कम एक नतहाई हटकट हदया जािा चाहहए। दल क
े प्रमुि पदों पर
भी महहलाओां क
े ललए आरक्षण होिा चाहहए | · राज्य को चुिाव अलभयािों क
े ललए धि देिा चाहहए,
क्जससे अिुचचत प्रनतस्पधाय को समाप्त ककया जा सक
े । · राजिीनतक दल पर लोगों द्वारा दबाव बिाया
जाये | जब दलों को लगिे लगेगा की सुधार ि करिे से उिकी छवव िराब होगी तो वे इसे लेकर
गांभीर होंगे | · सुधार की इच्छा रििे वाले लोगों को िुद राजिीनतक दल में शालमल होिा चाहहए |
Q4. राजिीनतक दल का क्या अथय होता हैं?
Answer. राजिीनतक दल एक ऐसा सांगठि है जो चुिाव लड़िे और सरकार में राजिीनतक सत्ता
हालसल करिे क
े उद्देश्य से काम करता है |
Q5. ककसी भी राजिीनतक दल क
े क्या गुण होते हैं?
Answer. राजिीनतक दल समाज क
े सामूहहक हहत को र्धयाि में रिकर क
ु छ िीनतयाँ और काययिम तय
करते हैं | ये लोगों को यह समझािे का प्रयास करते है कक इिकी िीनतयाँ दूसरों से बेहतर है |
राजिीनतक दल लोगों का समथयि पाकर चुिाव जीतकर इि िीनतयों को लागू करिे का प्रयास करते हैं
| राजिीनतक दल देश क
े कािूि निमायण में निणाययक भूलमका निभाते हैं |
Q6. चुिाव लड़िे और सरकार में सत्ता सँभालिे क
े ललए एकजुट हुए लोगों क
े समूह को ……कहते हैं |
Answer. चुिाव लड़िे और सरकार में सत्ता सँभालिे क
े ललए एकजुट हुए लोगों क
े समूह को
राजिीनतक दल कहते हैं |
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Q8. इिमें से कौि बहुजि समाज पाटी का सांस्थापक है? (क) काांशीराम (ि) साहू महाराज (ग) बी.
आर. आम्बेडकर (घ) ज्योनतबा र्
ु ले
Answer. (क) काांशीराम
Q9. भारतीय जिता पाटी का मुख्य प्रेरक लसद्धाांत क्या है? (अ) बहुजि समाज (ब) िाांनतकारी लोकतांि
(स) समग्र मािवतावाद (द) आधुनिकता
Answer. (द) आधुनिकता
Q10. पाहटययों क
े बारे में निम्िललखित कथिों पर गौर करें : (अ) राजिीनतक दलों पर लोगों का ज्यादा
भरोसा िहीां है। (ब) दलों में अक्सर बड़े िेताओां क
े घोटालों की गूँज सुिाई देती है | (स) सरकार चलािे
क
े ललए पाहटययों का होिा जरुरी िहीां। इि कथिों में से कौि सही हैं? (क) अ, ब और स (ि) अ और
ब (ग) ब और स (घ) अ और स
Answer. (ि) अ और ब
v/;k; 7 yksdra= ds ifj.kke
Q1. लोकतांि ककस तरह उत्तरदायी, क्ज़म्मेवार और वैध सरकार का गठि करता है?
Answer. लोकतांि में लोगों को अपिी सरकार का चुिाव करिे का अचधकार होता है, और जो उम्मीदवार
चुिा जाता है, उसे लोगों की माांगों को पूरा करिे में सक्षम मािा जाता है। लोकतांि में फ़
ै सले भी क
ु छ
कायदे-कािूि क
े अिुसार ही ललए जाते है और कोई भी िागररक यह सूचिा प्राप्त करिे का अचधकार
रिता हैं | लोकतांि िागररकों को उस प्रकिया की जाांच करिे का अचधकार देकर जवाबदेह, उत्तरदायी
और वैध सरकार का निमायण करता है क्जसक
े द्वारा निणयय ककए जाते हैं। ये निणयय मािदांडों और
प्रकियाओां क
े अिुसार ककए जाते हैं जो निणयय लोगों को अचधक स्वीकायय बिाते हैं।
Q2. लोकतांि ककि क्स्थनतयों में सामाक्जक ववववधता को सँभालता है और उिक
े बीच सामांजस्य बैठाता
है?
Answer. लोकतांि क
े वल बहुमत का शासि िहीां है, और बहुमत का शासि क
े वल एक धालमयक या
सामाक्जक समुदाय का नियम िहीां है। लोकताांत्रिक व्यवस्थाएां कई तरह क
े सामाक्जक ववभाजिों को
सँभालती हैं | कोई भी समाज अपिे ववलभन्ि समूहों में टकराव पूरी तरह से ित्म िहीां कर सकता
लेककि बातचीत से सामांजस्य बैठािे का तरीका निकाल सकते है और यह काम लोकतांि कर सकता है
|
Q3. निम्िललखित कथिों क
े पक्ष या ववपक्ष में तक
य दें: · औद्योचगक देश ही लोकताांत्रिक व्यवस्था का
भार उठा सकते हैं पर गरीब देशों को आचथयक ववकास करिे क
े ललए तािाशाही चाहहए। · लोकतांि अपिे
िागररकों क
े बीच की असमािता को कम िहीां कर सकता। · ग़रीब देशों की सरकार को अपिे ज़्यादा
सांसाधि गरीबी को कम करिे और आहार, कपड़ा, स्वास््य तथा लशक्षा पर लगािे की जगह उद्योगों
और बुनियादी आचथयक ढाँचे पर िचय करिे चाहहए। · िागररकों क
े बीच आचथयक समािता अमीर और
गरीब, दोिों तरह क
े लोकताक्न्िक देशों में है | · लोकतांि में सभी को एक ही वोट का अचधकार है| इसका
मतलब है कक लोकतांि में ककसी तरह का प्रभुत्व और टकराव िहीां होता।
Answer. · औद्योचगक देश ही लोकताांत्रिक व्यवस्था का भार उठा सकते हैं पर गरीब देशों को आचथयक
ववकास करिे क
े ललए तािाशाही चाहहए। यह कथि गलत है तािाशाही से कोई भी देश अमीर िहीां बि
सकता | इसे हम अपिे देश क
े उदाहरण से समझ सकते है | 1947 में, भारत को तीसरे ववश्व देशों में
शालमल ककया गया था, लेककि अब, यह दुनिया में तेजी से बढ़ती अथयव्यवस्थाओां में से एक है। ·
लोकतांि ववलभन्ि िागररकों क
े बीच की असमािता को कम िहीां कर सकता है। यह कथि गलत है।
सरकार और अन्य िीनतयाँ सभी क
े ललए बिाई गयी है| लोकतांि सभी िागररकों को समाि अचधकार
प्रदाि करता है पर इि नियमों का पालि सख्ती से होिा चाहहए | · गरीब देशों में, लोग स्वास््य और
लशक्षा सेवाओां का िचय िहीां उठा सकते हैं। ऐसे में सरकार को उिकी मदद करिी चाहहए ि की अपिे
सांसाधि उद्योगों और बुनियादी आचथयक ढाांचों को मजबूत करिे में | · आचथयक समािता दोिों ही तरह
क
े देशों में िहीां हैं | हर देश में क
ु छ हहस्सों में लोग त्रबजक
ु ल गरीब है तो क
ु छ हहस्सों में लोग अमीर |
अमीरी और गरीबी क
े बीच की यह दीवार कभी ित्म ि होिे वाली है | · लोकतांि में सभी को एक ही
वोट का अचधकार है| इसका मतलब है कक लोकतांि में ककसी तरह का प्रभुत्व और टकराव िहीां होता।
यह कथि गलत है क्योंकक टकराव को क
े वल एक आदशय क्स्थनत में ही समाप्त ककया जा सकता है।
वास्तववक लोकतांिों में, हालाांकक प्रत्येक व्यक्क्त क
े पास एक वोट होता है, लेककि लोगों क
े बीच
ववभाजि होते हैं। ये ववभाजि टकराव का कारण बिते हैं।
Q4. िीचे हदए गए ब्यौरों में लोकतांि की चुिौनतयों की पहचाि करें। ये क्स्थनतयाँ ककस तरह िागररकों
क
े गररमापूणय, सुरक्षक्षत और शाांनतपूणय जीवि क
े ललए चुिौती पेश करती हैं | लोकतांि को मज़बूत बिािे
क
े ललए िीनतगत-सांस्थागत उपाय भी सुझाएँ : · उच्च न्यायालय क
े निदेश क
े बाद ओड़ड़सा में दललतों
और गैर-दललतों क
े प्रवेश क
े ललए अलग-अलग दरवाज़ा रििे वाले एक मांहदर को एक ही दरवाजे से
सबको प्रवेश की अिुमनत देिी पड़ी। · भारत क
े ववलभन्ि राज्यों में बड़ी सांख्या में ककसाि आत्महत्या
कर रहे हैं। · जम्मू-कश्मीर क
े गांड़वारा में मुठभेड़ बताकर जम्मू-कश्मीर पुललस द्वारा तीि िागररकों की
हत्या करिे क
े आरोप को देिते हुए इस घटिा क
े जाँच क
े आदेश हदए गए |
Answer. पहले कथि में लोकतांि क
े ललए चुिौती यह है कक वह अपिे सभी िागररकों को उिकी जानत
क
े बावजूद समाि अचधकार प्रदाि करे। जानत क
े आधार पर लोगों क
े साथ भेदभाव होता है तो
लोकतांि को क
ु छ कठोर नियम बिाकर जानत व्यवस्था को ित्म करिा चाहहए | ककसाि जब कजय में
डूब जाता है या अपिी आजीववका क
े ललए पयायप्त साधि िहीां जुटा पाता तब वह आत्महत्या का
रास्ता चुिता हैं | ऐसे में लोकतांि क
े ललए यह एक चुिौती है कक वह ककसाि को मदद उपलब्ध कराए
| ककसािों को सक्ब्सडी प्रदाि की जाये जो उन्हें मुिार्ा कमािे और आजीववका का सांतोषजिक स्तर
प्रदाि करिे में मदद करेगा। कृ वष क
े सांसाधि आसािी से और कम दामों पर उपलब्ध कराये जाये |
लोकतांि की चुिौती पुललस पर लोगों क
े भरोसे को बिाए रििा है। िेता और बड़े अर्सर अपिे हहत
क
े ललए अपिी शक्क्तयों का गलत उपयोग करते है और इसका िुकसाि आम जिता को होता हैं|
SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th
Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC)
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लोकतांि में सभी क
े ललए अचधकार बराबर होते है इसललए कािूि का पालि भी सभी क
े ललए समाि
होिा चाहहए |
Q5. लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां क
े सांदभय में इिमें से कौि-सा ववचार सही है - लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां िे
सर्लतापूवयक · लोगों क
े बीच टकराव को समाप्त कर हदया है | · लोगों क
े बीच को आचथयक
असमािताएँ समाप्त कर दी हैं | · हालशए क
े समूहों से क
ै सा व्यवहार हो, इस बारे में सारे मतभेद लमटा
हदए हैं | · राजिीनतक गैर बराबरी क
े ववचार को समाप्त कर हदया है |
Answer. लोगों क
े बीच टकराव को समाप्त कर हदया है |
Q6. लोकतांि क
े मूजयाांकि क
े ललहाज से इिमें कोई एक चीज़ लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां क
े अिुरूप िहीां
है। उसे चुिें : (क) स्वतांि और निष्पक्ष चुिाव (ि) व्यक्क्त की गररमा (ग) बहुसांख्यकों का शासि (घ)
कािूि से समक्ष समािता
Answer. (ग) बहुसांख्यकों का शासि
Q7. लोकताांत्रिक व्यवस्था क
े राजिीनतक और सामाक्जक असमािताओां क
े बारे में ककए गए अर्धययि
बताते हैं कक – · लोकतांि और ववकास साथ ही चलते हैं · लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में असमािताएँ बिी
रहती हैं | · तािाशाही में असमािताएँ िहीां होतीां | · तािाशाहहयाँ लोकतांि से बेहतर सात्रबत हुई हैं |
Answer. लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में असमािताएँ बिी रहती हैं |
Q8. िीचे हदए गए अिुच्छेद को पढ़ें: िन्िू एक हदहाड़ी मजदूर है। वह पूवी हदजली की एक झुग्गी
बस्ती वेलकम मजदूर कॉलोिी में रहता है। उसका राशि काडय गुम हो गया और जिवरी 2006 में
उसिे डुक्प्लक
े ट राशि काडय बिािे क
े ललए अज़ी दी। अगले तीि महीिों तक उसिे राशि ववभाग क
े
दफ़्तर क
े कई चक्कर लगाए लेककि वहाँ तैिात ककरािी और अचधकारी उसका काम करिे या उसक
े
अज़ी की क्स्थनत बतािे की कौि कहे उसको देििे तक क
े ललए तैयार ि थे | आखिरकार उसिे सूचिा
क
े अचधकार का उपयोग करते हुए अपिी अज़ी की दैनिक प्रगनत का ब्यौरा देिे का आवेदि ककया |
इसक
े साथ ही उसिे इस अज़ी पर काम करिे वाले अचधकाररयों क
े िाम और काम ि करिे की सूरत
में उिक
े खिलार् होिे वाली कारयवाई का ब्यौरा भी माँगा। सूचिा क
े अचधकार वाला आवेदि देिे क
े
हफ्ते भर क
े अांदर िाद्य ववभाग का एक इांस्पेक्टर उसक
े घर आया और उसिे िन्िू को बताया कक
तुम्हारा राशि काडय तैयार है और तुम दफ़्तर आकर उसे ले जा सकते हो। अगले हदि जब िन्िू राशि
काडय लेिे गया तो उस इलाक
े क
े िाद्य एवां आपूनतय ववभाग क
े सबसे बड़े अचधकारी िे गमयजोशी से
उसका स्वागत ककया | इस अचधकारी िे उसे चाय की पेशकश की और कहा कक अब आपका काम हो
गया है इसललए सूचिा क
े अचधकार वाला अपिा आवेदि आप वापस ले लें | िन्िू का उदाहरण क्या
बताता है? िन्िू क
े इस आवेदि का अचधकाररयों पर क्या असर हुआ? अपिे माँ-वपताजी से पूनछए कक
अपिी समस्याओां क
े ललए सरकारी कमयचाररयों क
े पास जािे का उिका अिुभव क
ै सा रहा |
Answer. िन्िू क
े उदाहरण से हमें पता चलता है कक भारत में हर िागररक को क
ु छ अचधकार प्राप्त है
और जरुरत पड़िे पर हम इि अचधकारों का उपयोग कर सकते हैं | जब िन्िू की अज़ी पर
अचधकाररयों िे र्धयाि िहीां हदया तो िन्िू िे अपिे सुचिा क
े अचधकार का उपयोग ककया और उसकी
समस्या का समाधाि भी उसे लमला | िन्िू क
े आवेदि से अचधकाररयों पर दबाव पड़ा और उन्हें िन्िू
की अज़ी पर काम करिा पड़ा | अचधकाररयों िे िन्िू का डुप्लीक
े ट राशि काडय बिाया और उसे अपिा
सुचिा क
े अचधकार वाला आवेदि वापस लेिे क
े ललए कहा |
v/;k; 8 yksdra= dh pqukSfr;k¡
Q1. अच्छे लोकतांि की पररभाषा और ववशेषताएँ -
Answer. लोकतांि शासि का वह स्वरुप है क्जसमें लोग अपिे शासकों का चुिाव िुद करते हैं | · लोगो
द्वारा चुिे गए शासक ही सभी प्रमुि र्
ै सले लेते हैं | · चुिाव में लोगों को अपिी पसांद ज़ाहहर करिे
और शासकों को बदलिे का ववकजप और अवसर बराबरी से लमलिा चाहहए | · ऐसी सरकार का गठि
होिा चाहहए जो सांववधाि क
े बुनियादी नियमों और िागररकों क
े अचधकार को मािते हुए काम करे | ·
भेदभाव को समाप्त करिा भी लोकताांत्रिक व्यवस्था का महत्वपूणय काम हैं |

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  • 1. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) Ykksdrkaf=d jktuhfr v/;k; 1 lrk dh lk>snkjh Q1. आधुनिक लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में सत्ता की साझेदारी क े अलग - अलग तरीक े क्या है? इिमें से प्रत्येक का एक उदाहरण भी दे | Answer. आधुनिक लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में सत्ता की साझेदारी क े अलग - अलग तरीक े निम्िललखित हैं – I. शासि क े ववलभन्ि अांग, जैसे ववधानयका, काययपाललका और न्यायपाललका क े बीच सत्ता का बँटवारा - शासि क े ववलभन्ि अांगो क े बीच सत्ता क े बँटवारे को सत्ता का क्षैनतज ववतरण कहते हैं क्योंकक इसमें सरकार क े ववलभन्ि अांग एक ही स्तर पर रहकर अपिी शक्क्त का उपयोग कर सकते हैं| ऐसे बँटवारे में ववलभन्ि सांस्थाओां क े बीच सत्ता का सांतुलि बिता हैं | इस प्रकार की व्यवस्था का उदाहरण भारत व अमेररका हैं | II. सरकार क े बीच ववलभन्ि स्तरों पर सत्ता का बँटवारा - इस प्रकार क े बँटवारे में पुरे देश क े ललए एक सामान्य सरकार रहती हैं क्जसे सांघ या क ें द्र सरकार कहते हैं| प्रान्त या क्षेिीय स्तर पर अलग सरकार रहती है क्जसे भारत में राज्य सरकार कहते हैं | राज्य सरकार से िीचे क े स्तर पर भी िगरपाललका और पांचायते होती हैं| इस प्रकार क े बँटवारे को ऊर्धवायधर ववतरण भी कहते हैं | III. ववलभन्ि सामाक्जक समूहों, भाषायी और धालमयक समूहों क े बीच सत्ता का बँटवारा - इस तरह की व्यवस्था ववधानयका और प्रशासि में अलग - अलग सामाक्जक समूहों को हहस्सेदारी देिे क े ललए की जाती है| बेक्जजयम में सामुदानयक सरकार इसका उदाहरण हैं | IV. ववलभन्ि प्रकार क े दबाव समूहों और आांदोलिों क े रूप में सत्ता का बँटवारा - समकालीि लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में ववलभन्ि पाहटययों क े रूप में यह ववकजप होता है | पाहटययाँ सत्ता क े ललए आपस में प्रनतस्पधाय करती हैं | सत्ता बारी-बारी से अलग-अलग ववचारधारा और सामाक्जक समूहों वाली पाहटययों क े हाथ आती जाती रहती है |अमेररका इसका उदाहरण है | Q2. भारतीय सन्दभय में सत्ता की भागीदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका युक्क्तपरक और एक िैनतक कारण बताएँ | Answer. युक्क्तपरक कारण - सत्ता का बँटवारा ही उचचत निणयय है| सरकार अपिे स्तर पर निणयय ले सकती है इससे सामाक्जक समूहों में झगड़े का अांदेशा भी कम हो जाता हैं | अजपसांियकों क े ललए आरक्षण का निणयय भी उचचत था | युक्क्तपरक या समझदारी का तक य लाभकर पररणामों पर जोर देता हैं | िैनतक कारण - सत्ता का बँटवारा लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां क े ललए ठीक हैं | लोकताांत्रिक व्यवस्था में सभी समूह क े लोग सरकार से जुड़ते है और अपिी भागीदारी देते हैं | िैनतक तक य सत्ता क े बँटवारे क े अांतभूयत महत्व को बताता हैं | Q3. इस अर्धयाय को पढ़िे क े बाद तीि छािों िे अलग - अलग निष्कषय निकाले | आप इिमे से ककससे सहमत हैं और क्यों? अपिा जवाब करीब 50 शब्दों में दे | थम्मि - क्जि समाजों में क्षेिीय, भाषायी और जातीय आधार पर ववभाजि हो लसर् य वही सत्ता की साझेदारी जरुरी हैं | मथाई - सत्ता की साझेदारी लसर् य ऐसे बड़े देशों क े ललए उपयुक्त हैं जहाँ क्षेिीय ववभाजि मौजूद होते हैं | औसेर् - हर समाज में सत्ता की साझेदारी की जरुरत होती है भले ही वह छोटा हो या उसमे सामाक्जक ववभाजि ि हो | Answer. औसेर् का कथि सबसे तक य सांगत है, और इस पर सहमनत होिी चाहहए। सत्ता की साझेदारी ि क े वल समाज में ववलभन्ि समूहों क े बीच सांघषय को रोकती है बक्जक यह िागररकों में समझदारी की भाविा पैदा करती है। निणयय लेिे की प्रकिया में लोग सरकार से अचधक सांतुष्ट होंगे। Q4. बेक्जजयम में ब्रुसेजस क े निकट क्स्थत शहर मचेटम क े मेयर िे अपिे यहाँ क े स्क ू लों में फ्र ें च बोलिे पर लगी रोक को सही बताया है। उन्होंिे कहा कक इससे डच भाषा ि बोलिे वाले लोगों को इस फ्लेलमश शहर क े लोगो से जुड़िे में मदद लमलेगी। क्या आपको लगता है कक यह र् ै सला बेक्जजयम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भाविा से मेल िाता है? अपिा जवाब करीब 50 शब्दों में ललिे। Answer. फ्र ें च बोलिे पर लगी रोक बेक्जजयम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भाविा से मेल िहीां िाती | सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था में सभी लोगों को समाि अचधकार प्राप्त होते हैं | अतः शहर क े स्क ू लों में भी दोिों भाषाओां को मान्यता लमलिी चाहहए | Q5. िीचे हदए गए उद्धरण को गौर से पढ़ें और इसमें सत्ता की साझेदारी क े जो युक्क्तपरक कारण बताए गए हैं उिमे से ककसी एक का चुिाव करें | "महात्मा गाांधी क े सपिों को साकार करिे और अपिे सांववधाि क े निमायताओां की उम्मीदों को पूरा करिे क े ललए हमें पांचायतों को अचधकार देिे की जरूरत है। पांचायती राज ही वास्तववक लोकतांि की स्थापिा करता है। यह सत्ता उि लोगों क े हाथों में सौंपता है, क्जिक े हाथों में इसे होिा चाहहए । भ्रष्टाचार कम करिे और प्रशासनिक क ु शलता को बढ़ािे का एक उपाय पांचायतों को अचधकार देिा भी है | जब ववकास की योजिाओां को बिािे और लागू करिे में लोगो की भागीदारी होगी तो इि योजिाओां पर उिका नियांिण बढ़ेगा | इससे भ्रष्ट त्रबचौललयों को ित्म ककया जा सक े गा |इस प्रकार पांचायती राज लोकतांि की िीांव को मजबूत करेगा।" Answer. जब लोग ववकास की योजिाओां को बिािे और लागू करिे में भाग लेते हैं, तो वे स्वाभाववक रूप से इि योजिाओां पर अचधक नियांिण रिेंगे। इससे भ्रष्ट लोगों का सर्ाया होगा, और इसक े ललए पांचायतों को अचधकार देिे होंगे | Q7. बेक्जजयम और श्रीलांका की सत्ता में साझीदारी की व्यवस्था क े बारे में निम्िललखित बयािों पर ववचार करे : (क) बेक्जजयम में डच - भाषी बहुसांख्यकों िे फ्र ें च - भाषी अजपसांख्यको पर अपिा प्रभुत्व ज़मािे का प्रयास ककया | (ि) सरकार की िीनतयों िे लसांहली - भाषी बहुसांख्यकों का प्रभुत्व बिाये रििे का प्रयास ककया | (ग) अपिी सांस्कृ नत और भाषा को बचािे तथा लशक्षा तथा रोजगार में समािता क े अवसर क े ललए श्रीलांका क े तलमलों िे सत्ता को सांघीय ढाँचे पर बाँटिे की माँग की | (घ) बेक्जजयम में एकात्मक सरकार की जगह सांघीय शासि व्यवस्था लाकर मुजक को भाषा क े आधार पर टूटिे से बचा ललया गया | ऊपर हदए गए बयािों में से कौि - से सही हैं ? (सा) क, ि, ग और घ (रे) क, ि और घ (गा) ग और घ (मा) ि, ग और घ
  • 2. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) Answer. (मा) ि, ग और घ Q9. सत्ता की साझेदारी क े बारे में निम्िललखित दो बयािों पर गौर करे और िीचे हदए गए कोड क े आधार पर जवाब दे : (अ) सत्ता की साझेदारी लोकतांि क े ललए लाभकर हैं | (ब) इससे सामाक्जक समूहों में टकराव का अांदेशा घटता हैं | इस बयािों में कौि सही हैं और कौि गलत ? (क) अ सही है लेककि ब गलत हैं | (ि) अ और ब दोिों सही हैं | (ग) अ और ब दोिों गलत हैं | (घ) अ गलत है लेककि ब सही हैं | Answer. (ि) अ और ब दोिों सही हैं | v/;k; 2 la?kokn Q2. ववश्व क े िाली राजिीनतक मािचचि पर भारत क े अलावा सांघीय शासि वाले तीि देशों की अवक्स्थनत बताये और उिक े िक़्शे को रांग से भरे । Answer. भारत क े अलावा सांघीय शासि वाले तीि अमेररका, ऑस्रेललया और बेक्जजयम हैं | Q3. भारत की सांघीय व्यवस्था में बेक्जजयम से लमलती - जुलती एक ववशेषता और उससे अलग एक ववशेषता को बताएँ। Answer. भारत क े सांववधाि में दो स्तर की सरकार का प्रावधाि था - क ें द्र सरकार और राज्य सरकार | बाद में पांचायतों और िगरपाललकाओां क े रूप में तीसरा स्तर भी जोड़ा गया | तीिों स्तर की शासि व्यवस्थाओां क े अपिे - अपिे अचधकार क्षेि है | बेक्जजयम में भी सांघीय शासि व्यवस्था लागू की गयी थी| लेककि बेक्जजयम में समुदाय सरकार का भी प्रावधाि है | Q4. शासि क े सांघीय और एकात्मक स्वरूपों में क्या - क्या मुख्य अांतर है? इसे उदाहरणों क े मार्धयम से स्पष्ट करे। Answer. शासि क े सांघीय और एकात्मक स्वरूपों में निम्िललखित अांतर हैं – Q5. 1992 क े सांववधाि सांशोधि क े पहले और बाद क े स्थािीय शासि क े दो महत्वपूणय अांतरो को बताएँ। Answer. I. 1992 में सांवैधानिक सांशोधि से पहले ग्राम पांचायतों और िगरपाललकाओां को राज्य सरकार क े नियांिण में रिा गया था | 1992 में सांवैधानिक सांशोधि क े बाद इस तीसरे स्तर को ज्यादा शक्क्तशाली बिाया गया | II. 1992 में सांवैधानिक सांशोधि से पहले स्थािीय सरकारों क े ललए नियलमत चुिाव भी िहीां कराये जाते थे | 1992 में सांवैधानिक सांशोधि क े बाद स्थािीय सरकारी निकायों क े ललए नियलमत चुिाव करािा अनिवायय है | Q6. ररक्त स्थािो को भरें: चूँकक अमेररका ……….. तरह का सांघ है इसललए वहाँ सभी इकाइयों को समाि अचधकार हैं| सांघीय सरकार क े मुकाबले प्राांत …………. है। लेककि भारत की सांघीय प्रणाली ………. की है और यहाँ क ु छ राज्यों को औरों से ज्यादा शक्क्तयाँ प्राप्त हैं। Answer. चूँकक अमेररका साथ आकर सांघ बिािे की तरह का सांघ है इसललए वहाँ सभी इकाइयों को समाि अचधकार हैं| सांघीय सरकार क े मुकाबले प्राांत अचधक शक्क्तशाली है। लेककि भारत की सांघीय प्रणाली साथ रहिे की है और यहाँ क ु छ राज्यों को औरों से ज्यादा शक्क्तयाँ प्राप्त हैं। Q7. भारत की भाषा िीनत पर िीचे तीि प्रनतकियाएँ दी गयी हैं। इिमें से आप क्जसे ठीक समझते हैं उसक े पक्ष में तक य और उदाहरण दें। सांगीता: प्रमुि भाषाओां को समाहहत करिे की िीनत िे राष्रीय एकता को मजबूत ककया है। अरमाि: भाषा क े आधार पर राज्यों क े गठि िे हमें बाँट हदया हैं | हम इसी कारण अपिी भाषा क े प्रनत सचेत हो गए है। हरीश: इस िीनत िे अन्य भाषाओां क े ऊपर अांग्रेजी क े प्रभुत्व को मजबूत करिे भर का काम ककया है। Answer. सांगीता की प्रनतकिया अन्य दो की तुलिा में बेहतर है। श्रीलांका क े ववपरीत (जहाां बहुमत की भाषा को बढ़ावा हदया गया है), भारतीय राजव्यवस्था िे देश में बोली जािे वाली सभी प्रमुि भाषाओां को समािता का दजाय हदया है। इसिे ववलभन्ि भाषाओां को बोलिे वाले लोगों द्वारा सरकार की गनतववचधयों में एक बड़ी भागीदारी सुनिक्श्चत की है। Q8. सांघीय सरकार की एक ववलशष्टता है: (क) राष्रीय सरकार अपिे क ु छ अचधकार प्राांतीय सरकारों को देती है। (ि) अचधकार ववधानयका, काययपाललका और न्यायपाललका क े बीच बँट जाते है। (ग) निवायचचत पदाचधकारी ही सरकार में सवोच्च ताकत का उपयोग करते हैं। (घ) सरकार की शक्क्त शासि क े ववलभन्ि स्तरों क े बीच बँट जाती है। Answer. (घ) सरकार की शक्क्त शासि क े ववलभन्ि स्तरों क े बीच बँट जाती है। Q12. इि बयािों पर गौर करें। (अ) सांघीय व्यवस्था में सांघ और प्राांतीय सरकारों क े अचधकार स्पष्ट रूप से तय होते है। (ब) भारत एक सांघ है क्योंकक क ें द्र और राज्य सरकारों क े अचधकार सांववधाि में स्पष्ट रूप से दजय हैं और अपिे - अपिे ववषयों पर उिका स्पष्ट अचधकार है। (स) श्रीलांका में सांघीय व्यवस्था है क्योंकक उसे प्राांतों में बाँट हदया गया है। (द) भारत में सांघीय व्यवस्था िहीां रही क्योंकक
  • 3. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) राज्यों क े क ु छ अचधकार स्थािीय शासि की इकाइयों में बाँट हदए गए हैं | ऊपर हदए गए बयािों में कौि - कौि सही हैं? (सा) अ, ब और स (रे) अ, स और द (गा) अ और ब (मा) ब और स Answer. (गा) अ और ब v/;k; 3 yksdra= vkSj fofo/krk Q1. सामाक्जक ववभाजिों की राजिीनत क े पररणाम तय करिे वाले तीि कारकों की चचाय करें। Answer. सामाक्जक ववभाजि की राजिीनत क े पररणामों को निधायररत करिे वाले तीि कारक: I. लोगों की अपिी पहचाि क े बारे में धारणा - जब लोग िुद को सबसे अलग और ववशेष समझिे लगते है तो उिक े ललए दूसरे लोगों से तालमेल बैठािा बहुत कहठि हो जाता है | यहद लोग अपिी राष्रीय पहचाि को सवोंपरर समझते है तब कोई समस्या िहीां होती | हमारे देश में ज्यादातर लोग िुद को पहले भारतीय मािते हैं कर्र ककसी प्रदेश, जानत या भाषा समूह का सदस्य | II. राजिीनतक िेताओां द्वारा एक समुदाय का प्रनतनिचधत्व - सांववधाि क े दायरे में आिे वाली व अन्य समुदाय को िुकसाि ि पहुांचािे वाली माँगो को माि लेिा सही है लेककि ककसी एक समुदाय की अिुचचत माँग को यहद माि ललया जाए तो यह ग़लत होगा| श्रीलांका में लसांहललयों की माँग तलमल समुदाय की पहचाि और हहतों क े खिलाफ़ थी | III. सरकार का रुि - अगर शासि राष्रीय एकता क े िाम पर ककसी की उचचत माँग को दबािा शुरू कर दे तो पररणाम हमेशा िुकसािदेह होते है | Q2. सामाक्जक अांतर कब और क ै से सामाक्जक ववभाजिों का रूप ले लेते हैं? Answer. जब एक तरह का अांतर अन्य अांतरों से ज्यादा महत्वपूणय बि जाता है और लोगों को लगिे लगता है कक वे दूसरे समुदाय क े है तब सामाक्जक ववभाजि की क्स्तचथ पैदा होती है | उदाहरण क े ललए, हमारे देश में दललत गरीब है और उन्हें अक्सर भेदभाव और अन्याय का सामिा करिा पड़ता है | जब एक-सी सामाक्जक असमािताएँ कई समूहों में मौजूद हो तो कर्र एक समूह क े लोगों क े ललए अपिी अलग पहचाि बिािा मुक्श्कल हो जाता है और एक गहरे सामाक्जक ववभाजि की रेिा िीांच जाती है | Q3. सामाक्जक ववभाजि ककस तरह से राजिीनत को प्रभाववत करते हैं? दो उदाहरण भी दीक्जए | Answer. सामाक्जक ववभाजि और राजिीनत का सांयोजि वास्तव में ितरिाक हो सकता है। एक लोकतांि में ववलभन्ि राजिीनतक दलों क े बीच प्रनतस्पधाय शालमल है। जैसा कक उिकी प्रनतयोचगता समाज को ववभाक्जत करिे क े ललए होती है, अगर वे क ु छ मौजूदा सामाक्जक ववभाजिों क े सांदभय में प्रनतस्पधाय करिा शुरू करते हैं, तो यह उि सामाक्जक ववभाजिों को राजिीनतक ववभाजि में बदल सकता है, क्जससे सांघषय, हहांसा और यहाां तक कक देश का ववभाजि भी हो सकता है। इसका एक उदाहरण यूगोस्लाववया का छह स्वतांि देशों में ववभाजि है। आयरलैंड इसका दूसरा उदाहरण है | यहाँ कार्ी समय तक लोगों क े बीच हहांसा और जातीय कटुता रही | Q4. ……………. सामाक्जक अांतर गहरे सामाक्जक ववभाजि और तिावों की क्स्थनत पैदा करते हैं। …………. सामाक्जक अांतर सामान्य तौर पर टकराव की क्स्थनत तक िहीां जाते। Answer. एक तरह क े सामाक्जक अांतर गहरे सामाक्जक ववभाजि और तिावों की क्स्थनत पैदा करते हैं। ववलभन्ि प्रकार क े सामाक्जक अांतर सामान्य तौर पर टकराव की क्स्थनत तक िहीां जाते। Q5. सामाक्जक ववभाजिों को सँभालिे क े सांदभय में इिमें से कौि सा बयाि लोकताांत्रिक व्यवस्था पर लागू िहीां होता? (क) लोकतांि में राजिीनतक प्रनतद्वन्दता क े चलते सामाक्जक ववभाजिों की छाया राजिीनत पर भी पड़ती है। (ि) लोकतांि में ववलभन्ि समुदायों क े ललए शाांनतपूणय ढांग से अपिी लशकायतें ज़ाहहर करिा सांभव है। (ग) लोकतांि सामाक्जक ववभाजिों को हल करिे का सबसे अच्छा तरीका है। (घ) लोकतांि सामाक्जक ववभाजिों क े आधार पर समाज को वविांडि की ओर ले जाता है। Answer. (घ) लोकतांि सामाक्जक ववभाजिों क े आधार पर समाज को वविांडि की ओर ले जाता है। Q6. निम्िललखित तीि बयािों पर ववचार करें: (अ) जहाँ सामाक्जक अांतर एक-दूसरे से टकराते हैं वहाँ सामाक्जक ववभाजि होता है। (ब) यह सांभव है कक एक व्यक्क्त की कई पहचाि हो। (स) लसफ़ य भारत जैसे बड़े देशों में ही सामाक्जक ववभाजि होते हैं। इि बयािों में से कौि-कौि से बयाि सही हैं| (क) अ, ब और स (ि) अ और ब (ग) ब और स (घ) लसर् य स Answer. (ि) अ और ब Q7. निम्िललखित बयािों को ताकक य क िम से लगाएँ और िीचे हदए गए कोड क े आधार पर सही जवाब ढूँढ़े। (अ) सामाक्जक ववभाजि की सारी राजिीनतक अलभव्यक्क्तयाँ ितरिाक ही हो यह जरुरी िहीां है| (ब) हर देश में ककसी ि ककसी तरह क े सामाक्जक ववभाजि रहते ही हैं | (स) राजिीनतक दल सामाक्जक ववभाजिों क े आधार पर राजिीनतक समथयि जुटािे का प्रयास करते हैं | (द) क ु छ सामाक्जक अांतर सामाक्जक ववभाजिों का रूप ले सकते हैं। (क) द, ब, स, अ (ि) द, ब, अ, स (ग) द, अ, स, ब (घ) अ, ब, स, द Answer. (क) द, ब, स, अ Q8. निम्िललखित में ककस देश को धालमयक और जातीय पहचाि क े आधार वविांडि का सामिा करिा पड़ा? (क) बेक्जजयम (ि) भारत (ग) यूगोस्लाववया (घ) िीदरलैंड Answer. (ग) यूगोस्लाववया Q9. माहटयि लूथर ककां ग जूनियर क े 1963 क े एक प्रलसद्ध भाषण क े निम्िललखित अांश को पढ़ें। वे ककस सामाक्जक ववभाजि की बात कर रहे हैं? उिकी उम्मीदें और आशांकाएँ क्या-क्या थी? क्या आप उिक े बयाि और मैक्क्सको ओलांवपक की उस घटिा में कोई सांबांध देिते हैं क्जसका क्जि इस अर्धयाय में था? "मेरा एक सपिा है कक मेरे चार िन्हें बच्चे एक हदि ऐसे मुजक में रहेंगे जहाँ उन्हें चमड़ी क े रांग क े आधार पर िहीां, बक्जक उिक े चररि क े असल गुणों क े आधार पर परिा जाएगा। स्वतांिता को उसक े असली रूप में आिे दीक्जए | स्वतांिता तभी क ै द से बाहर आ पाएगी जब यह हर बस्ती, हर गाँव तक पहुँचेंगी, हर राज्य और हर शहर में होगी और हम उस हदि को ला पाएँगे जब ईश्वर की सारी सांतािे - अश्वेत स्िी-पुरुष, गोरे लोग, यहूदी तथा गैर-यहूदी, प्रोटेस्टेंट और क ै थोललक - हाथ में हाथ डालेंगी और
  • 4. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) इस पुरािी िीग्रो प्राथयिा को गाएांगी - 'लमली आज़ादी , लमली आज़ादी ! प्रभु बललहारी , लमली आज़ादी !' मेरा एक सपिा है कक एक हदि यह देश उठ िड़ा होगा और अपिे वास्तववक स्वभाव क े अिुरूप कहेगा , "हम इस स्पष्ट सत्य को मािते हैं कक सभी लोग समाि हैं | " Answer. माहटयि लूथर ककां ग जूनियर िे अपिे भाषण में रांगभेद क े खिलाफ़ आवाज़ उठायी थी | मैक्क्सको ओलक्म्पक की घटिा में भी दो खिलाड़ड़यों िे अमेररका में होिे वाले रांगभेद क े प्रनत लोगों का र्धयाि िीांचिे की कोलशश की थी | v/;k; 4 tkfr] /keZ vkSj ySafxd elys Q1. जीवि क े उि ववलभन्ि पहलुओां का क्ज़ि करें क्जिमें भारत में क्स्ियों क े साथ भेदभाव होता है या वे कमज़ोर क्स्थनत में होती हैं। Answer. भारत में क्स्ियों क े साथ भेदभाव ककया जाता है और निम्ि तरीकों से वांचचत ककया जाता है: I. उन्हें पयायप्त लशक्षा िहीां दी जाती है। महहलाओां में साक्षरता दर क े वल 54% है जबकक पुरुषों में 76%| स्क ू ल पास करिे वाली लड़ककयों में से क ु छ ही लसर् य उच्च लशक्षा प्राप्त कर पाती हैं | क्योंकक माँ-बाप अपिे सांसाधि लड़कों पर िचय करिा ज्यादा पसांद करते है | II. उिक े द्वारा ककया गया अचधकाांश श्रम अवैतनिक है। जहाां उन्हें उिक े काम क े ललए भुगताि ककया जाता है, उन्हें पुरुषों की तुलिा में कम वेति लमलता है। III. काम क े हर क्षेि में महहलाओां को पुरुषों की तुलिा में कम मजदूरी लमलती है, चाहे दोिों का काम समाि हो | IV. बालक क े ललए वरीयता क े कारण, देश क े कई हहस्सों में कन्या भ्रूण हत्या का प्रचलि है। V. महहलाओां क े उत्पीड़ि, शोषण और घरेलु हहांसा की िबरें तो सामान्य है | Q2. ववलभन्ि तरह की साांप्रदानयक राजिीनत का ब्यौरा दें और सबक े साथ एक-एक उदाहरण भी दें। Answer. साांप्रदानयक राजिीनत क े ववलभन्ि रूप निम्िललखित है – · रोजमराय की मान्यताओां में साांप्रदानयक श्रेष्ठता की अलभव्यक्क्त - इिमें धालमयक पूवायग्रह, धालमयक समुदायों क े बारे में बिी बिाई धारणाएँ और एक धमय को दूसरे से श्रेष्ठ माििे की मान्यताएँ शालमल हैं | लमललटेंट धालमयक समूह इसका एक अच्छा उदाहरण हैं। · एक प्रमुि प्रभुत्व या एक अलग राज्य बिािे की इच्छा - साांप्रदानयक सोच अपिे धालमयक समुदाय का राजिीनतक प्रभुत्व स्थावपत करिे की कफ़राक में रहती है | जम्मू- कश्मीर और मर्धय भारत में अलगाववादी िेता और राजिीनतक दल इसका एक उदाहरण हैं। · मतदाताओां को अपील करिे क े ललए राजिीनत में धालमयक प्रतीकों और िेताओां का उपयोग - इसमें धमय क े पववि प्रतीकों, धमयगुरुओां, भाविात्मक अपील और अपिे ही लोगों क े मि में डर बैठािे क े तरीकों का उपयोग आम है | · इि सबक े अलावा, साांप्रदानयक राजिीनत 2002 में गुजरात में हुए दांगों की तरह साांप्रदानयक हहांसा और दांगों का रूप ले सकती है। Q3. बताइए कक भारत में ककस तरह अभी भी जानतगत असमािताएँ जारी हैं। Answer. जानत क े आधार पर ववभाजि लसर् य भारत में ही देििे को लमलता है | · आज भी एक जानत समूह क े लोग अन्य जानत समूहों में ि तो अपिे बच्चों की शादी करते है और ि ही उिक े साथ बैठकर भोजि कर सकते है | · वणय व्यवस्था आज भी देििे को लमलती है | 'अांत्यज ' लोगों क े साथ आज भी छ ु आछ ू त का व्यवहार ककया जाता है | · क्जि जानतयों को पहले लशक्षा से वांचचत रिा जाता था वे आज भी वपछड़े हुए है | · चुिाव क्षेि में भी पाहटययाँ मतदाताओां की जानतयों का हहसाब र्धयाि में रिती है | Q4. दो कारण बताएँ कक क्यों लसफ़ य जानत क े आधार पर भारत में चुिावी ितीजे तय िहीां हो सकते। Answer. जानत क े आधार पर भारत में चुिावी ितीजे तय िहीां हो सकते क्योंकक कोई भी पाटी ककसी एक जानत या समुदाय क े सभी लोगों का वोट हालसल िहीां कर सकती | देश क े ककसी भी एक सांसदीय चुिाव क्षेि में ककसी एक जानत क े लोगों का बहुमत िहीां है Q5. भारत क े ववधानयकाओां में महहलाओां क े प्रनतनिचधत्व की क्स्थनत क्या है? Answer. जब ववधानयकाओां में महहलाओां क े प्रनतनिचधत्व की बात आती है, तो भारत का िांबर दुनिया क े सबसे निचले देशों में से एक है। महहलाओां का प्रनतनिचधत्व हमेशा लोकसभा में 10% से कम और राज्य ववधािसभाओां में 5% रहा है। स्थािीय सरकारी निकायों (पांचायतों और िगर पाललकाओां) में एक नतहाई सीटें महहलाओां क े ललए आरक्षक्षत हैं, ग्रामीण और शहरी स्थािीय निकायों में 10 लाि से अचधक निवायचचत महहला प्रनतनिचध हैं। महहला सांगठिों और काययकतायओां की माँग है कक लोकसभा और राज्य ववधािसभाओां में भी एक नतहाई सीटें महहलाओां क े ललए आरक्षक्षत कर देिी चाहहए | Q6. ककन्हीां दो प्रावधािों का क्जि करें जो भारत को धमयनिरपेक्ष देश बिाते हैं। Answer. भारत को धमयनिरपेक्ष राज्य बिािे वाले दो सांवैधानिक प्रावधाि हैं: · सांववधाि सभी व्यक्क्तयों और समुदायों को ककसी भी धमय को माििे, अभ्यास करिे और प्रचार करिे की स्वतांिता प्रदाि करता है| · सांववधाि धमय क े आधार पर भेदभाव पर रोक लगाता है। Q7. जब हम लैंचगक ववभाजि की बात करते हैं तो हमारा अलभप्राय होता हैं : (क) स्िी और पुरुष क े बीच जैववक अांतर (ि) समाज द्वारा स्िी और पुरुष को दी गई असमाि भूलमकाएँ (ग) बालक और बाललकाओां की सांख्या का अिुपात | (घ) लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में महहलाओां को मतदाि का अचधकार ि लमलिा | Answer. (ि) समाज द्वारा स्िी और पुरुष को दी गई असमाि भूलमकाएँ Q8. भारत में यहाँ औरतों क े ललए आरक्षण की व्यवस्था है : (क) लोकसभा (ि) ववधािसभा (ग) मांत्रिमांडल (घ) पांचायती राज की सांस्थाएँ Answer. (घ) पांचायती राज की सांस्थाएँ Q9. साांप्रदानयक राजिीनत क े अथय सांबांधी निम्िललखित कथिों पर गौर करें | साांप्रदानयक राजिीनत इस धारणा पर आधाररत है कक : (अ) एक धमय दूसरों से श्रेष्ठ है | (ब) ववलभन्ि धमों क े लोग समाि िागररक क े रूप में िुशी-िुशी साथ सकते हैं। (स) एक धमय क े अिुयायी एक समुदाय बिाते हैं। (द) एक धालमयक समूह का प्रभुत्व बाकी सभी धमों पर कायम करिे में शासि की शक्क्त का प्रयोग िहीां
  • 5. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) ककया जा सकता। इिमें से कौि या कौि -कौि सा कथि सही है? (क) अ, ब, स और द (ि) अ, ब और द (ग) अ और स (घ) ब और द Answer. (ग) अ और स Q10. भारतीय सांववधाि क े बारे में इिमें से कौि सा कथि गलत है? (क) यह धमय क े आधार पर भेदभाव की मिाही करता है | (ि) यह एक धमय को राजकीय धमय बताता है | (ग) सभी लोगों को कोई भी धमय माििे की आज़ादी देता है | (घ) ककसी धालमयक समुदाय में सभी िागररकों को बराबरी का अचधकार देता है | Answer. (ि) यह एक धमय को राजकीय धमय बताता है | Q11. ……………पर आधाररत सामाक्जक ववभाजि लसफ़ य भारत में ही है। Answer. जानत पर आधाररत सामाक्जक ववभाजि लसफ़ य भारत में ही है। v/;k; 5 tu la?k’kZ vkSj vkanksyu Q1. दबाव समूह और आांदोलि राजिीनत को ककस तरह प्रभाववत करते हैं? Answer. दबाव समूह और आांदोलि राजिीनत पर कई तरह से असर डालते हैं – · दबाव समूह और आांदोलि अपिे लक्ष्य और गनतववचधयों क े ललए जिता का समथयि और सहािुभूनत हालसल करिे की कोलशश करते हैं| इसक े ललए ये सूचिा अलभयाि चलािा, बैठक आयोक्जत करिा या अज़ी देिे जैसे तरीकों का इस्तेमाल करते हैं | · ऐसे समूह अक्सर हड़ताल का सहारा लेते है ताकक सरकार उिकी माँगो की तरर् र्धयाि देिे क े ललए बार्धय हो | · व्यवसाय समूह पेशेवर लॉत्रबस्ट नियुक्त करते हैं या महँगे ववज्ञापिों का सहारा लेते हैं | Q2. दबाव समूहों और राजिीनतक दलों क े आपसी सांबांधों का स्वरुप क ै सा होता है, वणयि करें| Answer. दवाब समूह या तो राजिीनतक दल द्वारा बिाये जाते हैं या उिका िेतृत्व राजिीनतक दल क े िेता करते हैं | उदाहरण क े ललए, भारत क े अचधकतर मज़दूर सांगठि और छाि सांगठि या तो राजिीनतक दल द्वारा बिाये गए है या उन्हें राजिीनतक दलों का समथयि प्राप्त हैं | अचधकतर दबाव समूहों का राजिीनतक दलों से कोई प्रत्यक्ष सांबांध िहीां होता | आांदोलिकारी समूह और दबाव समूह िए- िए मुद्दे उठाते है और राजिीनतक दल इि मुद्दों को आगे बढ़ािे में मदद करते हैं | Q3. दबाव समूहों की गनतववचधयाँ लोकताांत्रिक सरकार क े कामकाज में क ै से उपयोगी होती हैं? Answer. लोकताांत्रिक सरकार क े कामकाज में दबाव समूह महत्वपूणय होते हैं क्योंकक वे आम लोगों को अपिी राय देिे का अवसर प्रदाि करते हैं। क ु छ मामलों में, सरकार अक्सर अमीर और शक्क्तशाली लोगों क े दबाव में आकर आम िागररकों क े ललए गलत र् ै सले ले लेती है। दबाव समूह सरकार को ऐसी िीनतयाां बिािे क े ललए मजबूर करते हैं जो समाज क े क ु छ अन्य वगों को भी लाभाक्न्वत कर सक े । दबाव समूह आम िागररक की जरूरतों से सरकार को अवगत कराते हैं | Q4. दबाव समूह क्या हैं? क ु छ उदाहरण बताइए | Answer. जब लोग सांगठि बिाकर अपिे हहत और अपिी माँगो क े ललए सरकार क े खिलाफ़ एकजुट होिे का र् ै सला करते है तो ऐसे सांगठि को दबाव समूह कहते हैं | दबाव समूह का निमायण तब होता है जब समाि पेशे, हहत, आकाांक्षा अथवा मत क े लोग समाि उद्देश्य को पािे क े ललए एकजुट होते हैं | ये ववरोध और प्रदशयिों क े मार्धयम से सरकारी िीनतयों को प्रभाववत करिे का प्रयास करते है। मजदूर सांगठि, वकील, डाक्टरों क े निकाय, FEDECOR और BAMCEF दबाव समूहों क े उदाहरण हैं | Q5. दबाव समूह और राजिीनतक दल में क्या अांतर हैं? Answer. दबाव समूह और राजिीनतक दल में निम्िललखित अांतर हैं – · दबाव समूह सीधे राजिीनतक शक्क्त को नियांत्रित या साझा करिे का लक्ष्य िहीां रिते हैं जबकक राजिीनतक दल सरकार पर नियांिण रििा चाहते है | · दबाव-समूह सत्ता में िहीां आिा चाहते जबकक राजिीनतक दल सत्ता हालसल करिा चाहते हैं | · दबाव समूह का निमायण तब होता है जब समाि पेशे, हहत, आकाांक्षा अथवा मत क े लोग समाि उद्देश्य को पािे क े ललए एकजुट होते हैं | राजिीनतक दल क े निमायण क े ललए लोगों की राजिीनतक ववचारधारा समाि होिा चाहहए | Q6. जो सांगठि ववलशष्ट सामाक्जक वगय जैसे मज़दूर, कमयचारी, लशक्षक और वकील आहद क े हहतों को बढ़ावा देिे की गनतववचधयाँ चलाते हैं उन्हें ………….. कहा जाता है। Answer. जो सांगठि ववलशष्ट सामाक्जक वगय जैसे मज़दूर, कमयचारी, लशक्षक और वकील आहद क े हहतों को बढ़ावा देिे की गनतववचधयाँ चलाते हैं उन्हें हहत समूह या दबाव समूह कहा जाता है। Q7. निम्िललखित में ककस कथि से स्पष्ट होता है कक दबाव-समूह और राजिीनतक दल में अांतर होता है – (क) राजिीनतक दल राजिीनतक पक्ष लेते हैं जबकक दबाव-समूह राजिीनतक मसलों की चचांता िहीां करते | (ि) दबाव-समूह क ु छ लोगों तक ही सीलमत होते हैं जबकक राजिीनतक दल का दायरा ज्यादा लोगों तक र् ै ला होता है | (ग) दबाव-समूह सत्ता में िहीां आिा चाहते जबकक राजिीनतक दल सत्ता हालसल करिा चाहते हैं | (घ) दबाव-समूह लोगों की लामबांदी िहीां करते जबकक राजिीनतक दल करते हैं। Answer. (ग) दबाव-समूह सत्ता में िहीां आिा चाहते जबकक राजिीनतक दल सत्ता हालसल करिा चाहते हैं| Q10. दबाव-समूहों और राजिीनतक दलों क े बारे में निम्िललखित कथिों पर ववचार कीक्जए | (क) दबाव-समूह समाज क े ककसी िास तबक े क े हहतों की सांगहठत अलभव्यक्क्त होते हैं। (ि) दबाव-समूह राजिीनतक मुद्दों पर कोई ि कोई पक्ष लेते हैं। (ग) सभी दबाव-समूह राजिीनतक दल होते हैं। अब िीचे हदए गए ववकजपों में से सही ववकजप चुिें – (अ) क, ि और ग (ब) क और ि (स) ि और ग (द) क और ग Answer. (ब) क और ि
  • 6. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) Q11. मेवात हररयाणा का सबसे वपछड़ा इलाका है। यह गुड़गाँव और फ़रीदाबाद क्ज़ले का हहस्सा हुआ करता था। मेवात क े लोगों को लगा कक इस इलाक े को अगर अलग क्ज़ला बिा हदया जाए तो इस इलाक े पर ज़्यादा र्धयाि जाएगा। लेककि, राजिीनतक दल इस बात में कोई रूचच िहीां ले रहे थे। सि ् 1996 में मेवात एजुक े शि एांड सोशल ऑगेिाइजेशि तथा मेवात साक्षरता सलमनत िे अलग क्ज़ला बिािे की माँग उठाई। बाद में सि ् 2000 में मेवात ववकास सभा की स्थापिा हुई | इसिे एक क े बाद एक जि-जागरण अलभयाि चलाए। इससे बार्धय होकर बड़े दलों यािी काांग्रेस और इांड़डयि िेशिल लोकदल को इस मुद्दे को अपिा समथयि देिा पड़ा | उन्होंिे र्रवरी 2005 में होिे वाले ववधािसभा चुिाव से पहले ही कह हदया कक िया क्ज़ला बिा हदया जाएगा | िया क्ज़ला सि ् 2005 की जुलाई में बिा | इस उदाहरण में आपको आांदोलि, राजिीनतक दल और सरकार क े बीच क्या ररश्ता िज़र आता है? क्या आप कोई ऐसा उदाहरण दे सकते हैं जो इससे अलग ररश्ता बताता हो? Answer. मेवात क े उदाहरण से, हम अिुमाि लगा सकते हैं कक आांदोलिों में ऐसे मुद्दे हैं क्जन्हें राजिीनतक दलों द्वारा अि-देिा ककया गया है। राजिीनतक दल तब इि माांगों से प्रभाववत हो सकते हैं जब वे अपिे स्वयां क े घोषणा-पिों को लागू करते हैं। अांत में, सत्ता में आिे वाली पाटी इि माांगों को पूरा करिे वाले कदमों को लागू करती है। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियि (AASU) क े िेतृत्व में छह साल लांबे असम आांदोलि (1979-1985) का उद्देश्य बाांग्लादेश से असम में ववदेलशयों की घुसपैठ क े खिलार् था। इस आांदोलि क े अांत में, राज्य ववधािसभा भांग कर दी गई, सरकार को िाररज कर हदया गया, और िए लसरे से चुिाव हुए। असम गण पररषद, का गठि एएएसयू से हुआ, चुिाव लड़ा और जीता, क्जससे असम सरकार बिी। v/;k; 6 jktuhfrd ny Q1. लोकतांि में राजिीनतक दलों की ववलभन्ि भूलमकाओां की चचाय करें | Answer. लोकतांि में राजिीनतक दलों की ववलभन्ि भूलमका – · लोकताक्न्िक देशों में चुिाव राजिीनतक दल द्वारा िड़े ककये गए उम्मीदवार लड़ते हैं | दल क े िेता ही उम्मीदवार चुिते हैं | · राजिीनतक दल मतदाताओां को ववलभन्ि िीनतयों क े बीच एक को चुििे का ववकजप प्रदाि करते हैं | सरकार प्रायः शासक दल की राय क े अिुरूप ही अपिी िीनतयाँ बिाती हैं | · राजिीनतक दल देश क े कािूि निमायण में निणाययक भूलमका निभाते हैं | · राजिीनतक दल ही लोगों को सरकारी मशीिरी और कजयाणकारी योजिाओां तक पहुांचिे का तरीका बताते हैं | · जिमत निमायण क े ललए दल मुद्दों को उठाकर और उजागर करक े जिता की राय आकार देते हैं | समाज क े लोगों की राय अक्सर दलों द्वारा रिी गयी राय क े आसपास ही बिती हैं | · राजिीनतक दल चुिाव जीतकर सरकार बिाते और उसे चलाते हैं | Q2. राजिीनतक दलों क े सामिे क्या चुिौनतयाँ हैं? Answer. राजिीनतक दलों क े सामिे निम्िललखित चुिौनतयाां है – · पाटी में आांतररक लोकतांि का अभाव - क ु छ िेताओां क े हाथों में सत्ता की सारी ताकत क े कारण होता है। ितीजति, शीषय पर पद िेताओां क े ररश्तेदारों (वांशवादी उत्तराचधकार) या उिक े करीबी लोगों क े ललए आरक्षक्षत हैं। ये िेता काययकतायओां से सूचिाओां का साझा भी िहीां करते | पाहटययों क े पास ि तो सदस्यों की सूची होती है ि नियलमत साांगठनिक बैठक ें होती हैं | · वांशवाद की चुिौती - अचधकाांश दल पारदशी तरीक े से अपिा काम िहीां करते इसललए सामान्य काययकत्ताय िेता बि ही िहीां पाते | ऐसे में जो िेता होते है वो अपिे करीबी लोगों और ररश्तेदारों को ही शीषय पद क े ललए आगे बढ़ाते हैं | · धि और अपराचधयों की बढ़ती घुसपैठ - दुनियाभर में लोकतांि क े समथयक राजिीनत में अमीर लोग और बड़ी क ां पनियों की बढ़ती भूलमका से चचांनतत हैं | पाटीयाँ चुिाव क्जतिे क े ललए ऐसे उमीदवार िड़े करती है क्जिक े पास पैसा हो | कई बार तो पाहटययाँ अपराचधयों का समथयि भी करती है या उिसे मदद भी लेती हैं | · मतदाताओां को एक साथयक ववकजप प्रदाि करिे में ववर्लता - इसका कारण दुनिया क े अचधकाांश हहस्सों में पाहटययों क े बीच मौललक, वैचाररक मतभेदों में चगरावट है। साथयक ववकजप का अथय होता है ववलभन्ि पाहटययों की िीनतयों और काययिमों में अांतर हो | यह अांतर वपछले क ु छ वषों में कम होता गया हैं| Q3. राजिीनतक दल अपिा कामकाज बेहतर ढँग से करें, इसक े ललए उन्हें मज़बूत बिािे क े क ु छ सुझाव दें | Answer. राजिीनतक दल अपिा कामकाज बेहतर ढँग से करें, इसक े ललए उन्हें मज़बूत बिािे क े क ु छ सुझाव इस प्रकार है – · राजिीनतक दल क े आांतररक मामलों को व्यवक्स्थत करिे क े ललए एक कािूि स्थावपत ककया जािा चाहहए, क्जससे उन्हें अचधक पारदशी बिाया जा सक े । सभी दल सांववधाि का पालि करें | · महहलाओां को कम से कम एक नतहाई हटकट हदया जािा चाहहए। दल क े प्रमुि पदों पर भी महहलाओां क े ललए आरक्षण होिा चाहहए | · राज्य को चुिाव अलभयािों क े ललए धि देिा चाहहए, क्जससे अिुचचत प्रनतस्पधाय को समाप्त ककया जा सक े । · राजिीनतक दल पर लोगों द्वारा दबाव बिाया जाये | जब दलों को लगिे लगेगा की सुधार ि करिे से उिकी छवव िराब होगी तो वे इसे लेकर गांभीर होंगे | · सुधार की इच्छा रििे वाले लोगों को िुद राजिीनतक दल में शालमल होिा चाहहए | Q4. राजिीनतक दल का क्या अथय होता हैं? Answer. राजिीनतक दल एक ऐसा सांगठि है जो चुिाव लड़िे और सरकार में राजिीनतक सत्ता हालसल करिे क े उद्देश्य से काम करता है | Q5. ककसी भी राजिीनतक दल क े क्या गुण होते हैं? Answer. राजिीनतक दल समाज क े सामूहहक हहत को र्धयाि में रिकर क ु छ िीनतयाँ और काययिम तय करते हैं | ये लोगों को यह समझािे का प्रयास करते है कक इिकी िीनतयाँ दूसरों से बेहतर है | राजिीनतक दल लोगों का समथयि पाकर चुिाव जीतकर इि िीनतयों को लागू करिे का प्रयास करते हैं | राजिीनतक दल देश क े कािूि निमायण में निणाययक भूलमका निभाते हैं | Q6. चुिाव लड़िे और सरकार में सत्ता सँभालिे क े ललए एकजुट हुए लोगों क े समूह को ……कहते हैं | Answer. चुिाव लड़िे और सरकार में सत्ता सँभालिे क े ललए एकजुट हुए लोगों क े समूह को राजिीनतक दल कहते हैं |
  • 7. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) Q8. इिमें से कौि बहुजि समाज पाटी का सांस्थापक है? (क) काांशीराम (ि) साहू महाराज (ग) बी. आर. आम्बेडकर (घ) ज्योनतबा र् ु ले Answer. (क) काांशीराम Q9. भारतीय जिता पाटी का मुख्य प्रेरक लसद्धाांत क्या है? (अ) बहुजि समाज (ब) िाांनतकारी लोकतांि (स) समग्र मािवतावाद (द) आधुनिकता Answer. (द) आधुनिकता Q10. पाहटययों क े बारे में निम्िललखित कथिों पर गौर करें : (अ) राजिीनतक दलों पर लोगों का ज्यादा भरोसा िहीां है। (ब) दलों में अक्सर बड़े िेताओां क े घोटालों की गूँज सुिाई देती है | (स) सरकार चलािे क े ललए पाहटययों का होिा जरुरी िहीां। इि कथिों में से कौि सही हैं? (क) अ, ब और स (ि) अ और ब (ग) ब और स (घ) अ और स Answer. (ि) अ और ब v/;k; 7 yksdra= ds ifj.kke Q1. लोकतांि ककस तरह उत्तरदायी, क्ज़म्मेवार और वैध सरकार का गठि करता है? Answer. लोकतांि में लोगों को अपिी सरकार का चुिाव करिे का अचधकार होता है, और जो उम्मीदवार चुिा जाता है, उसे लोगों की माांगों को पूरा करिे में सक्षम मािा जाता है। लोकतांि में फ़ ै सले भी क ु छ कायदे-कािूि क े अिुसार ही ललए जाते है और कोई भी िागररक यह सूचिा प्राप्त करिे का अचधकार रिता हैं | लोकतांि िागररकों को उस प्रकिया की जाांच करिे का अचधकार देकर जवाबदेह, उत्तरदायी और वैध सरकार का निमायण करता है क्जसक े द्वारा निणयय ककए जाते हैं। ये निणयय मािदांडों और प्रकियाओां क े अिुसार ककए जाते हैं जो निणयय लोगों को अचधक स्वीकायय बिाते हैं। Q2. लोकतांि ककि क्स्थनतयों में सामाक्जक ववववधता को सँभालता है और उिक े बीच सामांजस्य बैठाता है? Answer. लोकतांि क े वल बहुमत का शासि िहीां है, और बहुमत का शासि क े वल एक धालमयक या सामाक्जक समुदाय का नियम िहीां है। लोकताांत्रिक व्यवस्थाएां कई तरह क े सामाक्जक ववभाजिों को सँभालती हैं | कोई भी समाज अपिे ववलभन्ि समूहों में टकराव पूरी तरह से ित्म िहीां कर सकता लेककि बातचीत से सामांजस्य बैठािे का तरीका निकाल सकते है और यह काम लोकतांि कर सकता है | Q3. निम्िललखित कथिों क े पक्ष या ववपक्ष में तक य दें: · औद्योचगक देश ही लोकताांत्रिक व्यवस्था का भार उठा सकते हैं पर गरीब देशों को आचथयक ववकास करिे क े ललए तािाशाही चाहहए। · लोकतांि अपिे िागररकों क े बीच की असमािता को कम िहीां कर सकता। · ग़रीब देशों की सरकार को अपिे ज़्यादा सांसाधि गरीबी को कम करिे और आहार, कपड़ा, स्वास््य तथा लशक्षा पर लगािे की जगह उद्योगों और बुनियादी आचथयक ढाँचे पर िचय करिे चाहहए। · िागररकों क े बीच आचथयक समािता अमीर और गरीब, दोिों तरह क े लोकताक्न्िक देशों में है | · लोकतांि में सभी को एक ही वोट का अचधकार है| इसका मतलब है कक लोकतांि में ककसी तरह का प्रभुत्व और टकराव िहीां होता। Answer. · औद्योचगक देश ही लोकताांत्रिक व्यवस्था का भार उठा सकते हैं पर गरीब देशों को आचथयक ववकास करिे क े ललए तािाशाही चाहहए। यह कथि गलत है तािाशाही से कोई भी देश अमीर िहीां बि सकता | इसे हम अपिे देश क े उदाहरण से समझ सकते है | 1947 में, भारत को तीसरे ववश्व देशों में शालमल ककया गया था, लेककि अब, यह दुनिया में तेजी से बढ़ती अथयव्यवस्थाओां में से एक है। · लोकतांि ववलभन्ि िागररकों क े बीच की असमािता को कम िहीां कर सकता है। यह कथि गलत है। सरकार और अन्य िीनतयाँ सभी क े ललए बिाई गयी है| लोकतांि सभी िागररकों को समाि अचधकार प्रदाि करता है पर इि नियमों का पालि सख्ती से होिा चाहहए | · गरीब देशों में, लोग स्वास््य और लशक्षा सेवाओां का िचय िहीां उठा सकते हैं। ऐसे में सरकार को उिकी मदद करिी चाहहए ि की अपिे सांसाधि उद्योगों और बुनियादी आचथयक ढाांचों को मजबूत करिे में | · आचथयक समािता दोिों ही तरह क े देशों में िहीां हैं | हर देश में क ु छ हहस्सों में लोग त्रबजक ु ल गरीब है तो क ु छ हहस्सों में लोग अमीर | अमीरी और गरीबी क े बीच की यह दीवार कभी ित्म ि होिे वाली है | · लोकतांि में सभी को एक ही वोट का अचधकार है| इसका मतलब है कक लोकतांि में ककसी तरह का प्रभुत्व और टकराव िहीां होता। यह कथि गलत है क्योंकक टकराव को क े वल एक आदशय क्स्थनत में ही समाप्त ककया जा सकता है। वास्तववक लोकतांिों में, हालाांकक प्रत्येक व्यक्क्त क े पास एक वोट होता है, लेककि लोगों क े बीच ववभाजि होते हैं। ये ववभाजि टकराव का कारण बिते हैं। Q4. िीचे हदए गए ब्यौरों में लोकतांि की चुिौनतयों की पहचाि करें। ये क्स्थनतयाँ ककस तरह िागररकों क े गररमापूणय, सुरक्षक्षत और शाांनतपूणय जीवि क े ललए चुिौती पेश करती हैं | लोकतांि को मज़बूत बिािे क े ललए िीनतगत-सांस्थागत उपाय भी सुझाएँ : · उच्च न्यायालय क े निदेश क े बाद ओड़ड़सा में दललतों और गैर-दललतों क े प्रवेश क े ललए अलग-अलग दरवाज़ा रििे वाले एक मांहदर को एक ही दरवाजे से सबको प्रवेश की अिुमनत देिी पड़ी। · भारत क े ववलभन्ि राज्यों में बड़ी सांख्या में ककसाि आत्महत्या कर रहे हैं। · जम्मू-कश्मीर क े गांड़वारा में मुठभेड़ बताकर जम्मू-कश्मीर पुललस द्वारा तीि िागररकों की हत्या करिे क े आरोप को देिते हुए इस घटिा क े जाँच क े आदेश हदए गए | Answer. पहले कथि में लोकतांि क े ललए चुिौती यह है कक वह अपिे सभी िागररकों को उिकी जानत क े बावजूद समाि अचधकार प्रदाि करे। जानत क े आधार पर लोगों क े साथ भेदभाव होता है तो लोकतांि को क ु छ कठोर नियम बिाकर जानत व्यवस्था को ित्म करिा चाहहए | ककसाि जब कजय में डूब जाता है या अपिी आजीववका क े ललए पयायप्त साधि िहीां जुटा पाता तब वह आत्महत्या का रास्ता चुिता हैं | ऐसे में लोकतांि क े ललए यह एक चुिौती है कक वह ककसाि को मदद उपलब्ध कराए | ककसािों को सक्ब्सडी प्रदाि की जाये जो उन्हें मुिार्ा कमािे और आजीववका का सांतोषजिक स्तर प्रदाि करिे में मदद करेगा। कृ वष क े सांसाधि आसािी से और कम दामों पर उपलब्ध कराये जाये | लोकतांि की चुिौती पुललस पर लोगों क े भरोसे को बिाए रििा है। िेता और बड़े अर्सर अपिे हहत क े ललए अपिी शक्क्तयों का गलत उपयोग करते है और इसका िुकसाि आम जिता को होता हैं|
  • 8. SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) SOCIAL SCIENCE NOTES FOR CLASS 10th Prepared by Bhomaram Rao 8890486927 (M.A., B.Ed. , BSTC) लोकतांि में सभी क े ललए अचधकार बराबर होते है इसललए कािूि का पालि भी सभी क े ललए समाि होिा चाहहए | Q5. लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां क े सांदभय में इिमें से कौि-सा ववचार सही है - लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां िे सर्लतापूवयक · लोगों क े बीच टकराव को समाप्त कर हदया है | · लोगों क े बीच को आचथयक असमािताएँ समाप्त कर दी हैं | · हालशए क े समूहों से क ै सा व्यवहार हो, इस बारे में सारे मतभेद लमटा हदए हैं | · राजिीनतक गैर बराबरी क े ववचार को समाप्त कर हदया है | Answer. लोगों क े बीच टकराव को समाप्त कर हदया है | Q6. लोकतांि क े मूजयाांकि क े ललहाज से इिमें कोई एक चीज़ लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां क े अिुरूप िहीां है। उसे चुिें : (क) स्वतांि और निष्पक्ष चुिाव (ि) व्यक्क्त की गररमा (ग) बहुसांख्यकों का शासि (घ) कािूि से समक्ष समािता Answer. (ग) बहुसांख्यकों का शासि Q7. लोकताांत्रिक व्यवस्था क े राजिीनतक और सामाक्जक असमािताओां क े बारे में ककए गए अर्धययि बताते हैं कक – · लोकतांि और ववकास साथ ही चलते हैं · लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में असमािताएँ बिी रहती हैं | · तािाशाही में असमािताएँ िहीां होतीां | · तािाशाहहयाँ लोकतांि से बेहतर सात्रबत हुई हैं | Answer. लोकताांत्रिक व्यवस्थाओां में असमािताएँ बिी रहती हैं | Q8. िीचे हदए गए अिुच्छेद को पढ़ें: िन्िू एक हदहाड़ी मजदूर है। वह पूवी हदजली की एक झुग्गी बस्ती वेलकम मजदूर कॉलोिी में रहता है। उसका राशि काडय गुम हो गया और जिवरी 2006 में उसिे डुक्प्लक े ट राशि काडय बिािे क े ललए अज़ी दी। अगले तीि महीिों तक उसिे राशि ववभाग क े दफ़्तर क े कई चक्कर लगाए लेककि वहाँ तैिात ककरािी और अचधकारी उसका काम करिे या उसक े अज़ी की क्स्थनत बतािे की कौि कहे उसको देििे तक क े ललए तैयार ि थे | आखिरकार उसिे सूचिा क े अचधकार का उपयोग करते हुए अपिी अज़ी की दैनिक प्रगनत का ब्यौरा देिे का आवेदि ककया | इसक े साथ ही उसिे इस अज़ी पर काम करिे वाले अचधकाररयों क े िाम और काम ि करिे की सूरत में उिक े खिलार् होिे वाली कारयवाई का ब्यौरा भी माँगा। सूचिा क े अचधकार वाला आवेदि देिे क े हफ्ते भर क े अांदर िाद्य ववभाग का एक इांस्पेक्टर उसक े घर आया और उसिे िन्िू को बताया कक तुम्हारा राशि काडय तैयार है और तुम दफ़्तर आकर उसे ले जा सकते हो। अगले हदि जब िन्िू राशि काडय लेिे गया तो उस इलाक े क े िाद्य एवां आपूनतय ववभाग क े सबसे बड़े अचधकारी िे गमयजोशी से उसका स्वागत ककया | इस अचधकारी िे उसे चाय की पेशकश की और कहा कक अब आपका काम हो गया है इसललए सूचिा क े अचधकार वाला अपिा आवेदि आप वापस ले लें | िन्िू का उदाहरण क्या बताता है? िन्िू क े इस आवेदि का अचधकाररयों पर क्या असर हुआ? अपिे माँ-वपताजी से पूनछए कक अपिी समस्याओां क े ललए सरकारी कमयचाररयों क े पास जािे का उिका अिुभव क ै सा रहा | Answer. िन्िू क े उदाहरण से हमें पता चलता है कक भारत में हर िागररक को क ु छ अचधकार प्राप्त है और जरुरत पड़िे पर हम इि अचधकारों का उपयोग कर सकते हैं | जब िन्िू की अज़ी पर अचधकाररयों िे र्धयाि िहीां हदया तो िन्िू िे अपिे सुचिा क े अचधकार का उपयोग ककया और उसकी समस्या का समाधाि भी उसे लमला | िन्िू क े आवेदि से अचधकाररयों पर दबाव पड़ा और उन्हें िन्िू की अज़ी पर काम करिा पड़ा | अचधकाररयों िे िन्िू का डुप्लीक े ट राशि काडय बिाया और उसे अपिा सुचिा क े अचधकार वाला आवेदि वापस लेिे क े ललए कहा | v/;k; 8 yksdra= dh pqukSfr;k¡ Q1. अच्छे लोकतांि की पररभाषा और ववशेषताएँ - Answer. लोकतांि शासि का वह स्वरुप है क्जसमें लोग अपिे शासकों का चुिाव िुद करते हैं | · लोगो द्वारा चुिे गए शासक ही सभी प्रमुि र् ै सले लेते हैं | · चुिाव में लोगों को अपिी पसांद ज़ाहहर करिे और शासकों को बदलिे का ववकजप और अवसर बराबरी से लमलिा चाहहए | · ऐसी सरकार का गठि होिा चाहहए जो सांववधाि क े बुनियादी नियमों और िागररकों क े अचधकार को मािते हुए काम करे | · भेदभाव को समाप्त करिा भी लोकताांत्रिक व्यवस्था का महत्वपूणय काम हैं |