2. मीडिया की भाषा
जब किसी याांत्रििी प्रणाली िे प्रयोग से सांदेश िो िई गुना बढा ददया जाता है और
वह सांदेश बडी सांख्या में लोगों ति प्रेषित हो जाता है तो उसे मीडिया या जनसांचार
नाम ददया जाता है।
वततमान युग में मीडिया एि व्यापि शब्द है । इसिे अांतगतत समाचार पि ,रेडियो
,टेलीषवजन, किल्म, टेप रेिॉितर, वीडियो,सी.िी. िी बी िी, मोबाइल ,आदद जनसांचार
िे आधुननि माध्यम है।
मीडिया िे दृश्य-श्रव्य माध्यमों में ऐसी भािा िा प्रयोग किया जाता है, जो श्रोता
दशति िे ध्यान िो बरबस आिषितत िरें । भािा ऐसी होना चादहए जो सामान्य
जन िी प्रिृ नत िे ननिट हो, व्यवहार में प्रयुक्त हो ।
3. सरल ,सुबोध तथा स्वाभाषवि हो, जजसे सभी वगत और आयु
िे लोग भली प्रिार समझ ले।
क्योंकि भािा िा उद्देश्य भावों और षवचारों िो
असांख्य श्रोताओां और दशतिों वगत ति पहुांचाना होता है।
मीडिया िी भािा में इस बात िा ध्यान होना चादहए कि उसे
शशक्षित, अशशक्षित, ग्रामीण-शहरी सभी प्रिार िे लोग
आसानी से देख, सुन और समझ सिे ।
क्योंकि सभी िा स्तर एि जैसा नहीां होता ।
4. मीडिया भाषा के प्रकार:-
जनसांचार िो दो भागों में षवभाजजत किया
गया है ।
1: प्प्रिंट मीडिया
2: इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
5. प्प्रिंट मीडिया
षप्रांट मीडिया िे अांतगतत समाचार पि, पत्रििाएां ,पुस्तिें , आ जाते हैं।
मुद्रण प्रणाली िे आषवष्िार िे पूवत किसी षवशेि िृ नत िो हाथ से
शलखिर सुरक्षित रखा जाता था । जजतनी प्रनतयो िी आवश्यिता होती
थी,उतनी बार उसे शलखा जाता था । इस िायत िो िरने िे शलए िािी
समय तथा िािी मेहनत लगता था । िागज िे आषवष्िार िे पूवत
भारत में ग्रांथों िो भोजपिों पर शलखा जाता था। आज मुद्रण ने
इस प्रकिया िो पूणतता बदल ददया । आज वततमान में मुद्रण एि ऐसी
सुषवधा बन गई है ,जजनसे से समाचार पिों िा प्रिाशन आरांभ और
समाचार पि िो षप्रांदटांग प्रेस में छापा गया और पैसे द्वारा पाठिो
िो पहुांचाया जाने लगा । इस प्रिार समाचार पि नगरो एवां गााँवो में
लोगों ति पहुांचने लगा, जजससे लोगों िे षवचार में भी पररवततन आने
लगा। इस प्रिार समाज में जागृनत िै लाने िा िायत षप्रांट मीडिया द्वारा
हो रही है।
6. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया :-
जनसांचार िी वह भािा होती है ,जजसिा सांचालन इलेक्राननि
माध्यम से किया जाता है ,वह इलेक्रॉननि मीडिया िहलाता है।
जैसे :-रेडियो, टी.बी.,इांटरनेट ,िै सेट ,सांचार िी माध्यम होती है ।ये
एि ऐसा माध्यम है जजसिे द्वारा प्रत्येि व्यजक्त िी सूचनाएां
पहुाँचाया जा सिता है। इसमें श्रव्य माध्यम व दृश्य माध्यम िे रूप
में दोनों िा उपयोग में लाया जाता है। जजससे शशक्षित ,अशशक्षित
,बच्चे ,वृद्धों ,आदद सभी िे द्वारा उपयोग किया जा सिता है जो
कि अत्यांत सुषवधाजनि होने िे िारण अधधि उपयोग किया जाता
है। यह इलेक्राननि मीडिया िहलाता है ।
सन1935 िे पूवत िी किल्मों धचि दौडते -भागते कियाएां िरते
ददखाई देते थे ,परांतु भािा या आवाज नहीां थी। लोगों िे आिितण िा
िें द्र बनी और भारत िे जन-जन पर प्रभाव िाला। इस प्रिार श्रव्य
और दृश्य सधचि होने िे िारण इनिा प्रभाव भी अधधि होता है।
7. प्ित्त एििं िाणिज्य की भाषा
षवत्त ,उद्दोग जीवन िे रक्त हैं। एि िमत उद्दोग िी सिलता और उसिा
अजस्तत्व,उसिी िायतिमता और िािी बडी सीमा ति उसे भूतिालीन एवां
वततमान षवत्तीय नीनतयों द्वारा ही ननधातररत होती हैं।
दहन्दी भािा िी दूसरी महत्वपूणत प्रयोजनमूलि"वाणणजययि" हैं।
जजसिे अांतगतत व्यापार (trade) वाणणयय (commerce) व्यवसाय (Business)
पररवहन (Transport) शेयर बाजार (stock Exchange) बीमा (Insurance) बैकिां ग
(Banking) तथा ननयातत आयात (Export-Import आदद िेिों िा समावेश किया जा
सिता है ।
वाणणजययि िा मुख्य आधार भी षविय एवां सांदभत िे अनुसार पररभाषित
शब्दावली तथा भाषिि सांरचना िी षवशशष्टता माना जाता है ।
वाणणयय, बीमा, व्यवसाय तथा बैंि आदद िेिों से सांबांधधत शब्दावली ननजश्चत
है, और इन िेिों में वह ननजश्चत अथत में प्रयुक्त होती है।
इन िेिों में प्रयुक्त भािा िी वाक्य रचना भी, सादहजत्यि वाक्य रचना से
िािी शभन्न रहती है।
8. जैसे-
सोने में उचाल, चााँदी मांदा, तेल िी धार ऊाँ ची, अरहर सुस्त,
िाबुली उछला।
इस प्रिार िे वाक्याांश सादहजत्यि भािा से वाणणजययि िो
अलगाते है । दहांदी भािा िी वाणणजययि िा िेि
िािी षवस्तृत है , साथ में लोिषप्रय भी ।
9. मशीि भाषा
सिंगिक (computer)
मशीिी भाषा यानि मशीि की भाषा।
मशीि शब्द का उपयोग किं प्यूटर के ललए ही ककया जाता है।
मशीि भाषा यािी िह भाषा जजसे किं प्यूटर समझ सकता है। किं प्यूटर का प्रोसेसर
लसर्फ , मशीिी भाषा को ही प्रोसेस कर सकता है ,और कोई भाषा उसे समझ में
िहीिं आती।
मशीिी भाषा में लसर्फ दो ही सिंख्याएिं का उपयोग होता है 0 तथा 1
किं प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीि है इसमें बहुत सारे छोटे-छोटे इलेक्ट्रॉनिक यिंत्र
होते हैं जो एक जविच की तरह काम करते हैं । जविच दो ही अिवथा में रह
सकता है ऑि या ऑर्। ऑि 1 को प्रदलशफत करता है जबकक ऑर् जीरो को
प्रदलशफत करता है। क्ट्योंकक किं प्यूटर के िल शून्य या एक को ही समझ पाता है
इसीललए मशीिी भाषा शून्य या एक से ही बिती है।
10. मशीिी भाषा किं प्यूटर पर निभफर करती है । किं प्यूटर की
सिंरचिा के अिुसार अलग-अलग किं प्यूटर के ललए अलग-
अलग मशीिी भाषा होती है ।
जजस प्रकार मिुष्य को आपस में सिंिाद करिे के ललये या
निदेश देिे के ललये भाषा की जरूरत होती है उसी प्रकार
किं प्यूटर को भी निदेश देिे के ललये एक भाषा की
आिश्यकता होती है अब किं प्यूटर आपकी भाषा में तो
निदेश ले िहीिं सकता है कक "किं प्यूटर महोदय टाइप कर
दो" इसललये किं प्यूटर को निदेश देिे के ललये एक भाषा का
निमाफि ककया गया