10. वं श उ%&'
• हषBचWरत म; पु#भूितयो िक तुलना चं< से कl है (सोमवं शी)
• इस8लए क
ु छ िवmानों ने पु#भूितयो चं< वं श (pिYय) का माना है।
• पु#भूितयो का मौखरी एवं परवतr गु,ों क
े साथ वैवािहक सtu
भी इसी मत को बल देते है।
• हेनvाँग ने पु#भूितयो को वैw कहा है।
• आयBमंजूxी मूलकy म; पु#भूित राजा आिदzवमBन को
“आिदzनामा वैw” कहा है।
• किनंघम भी पु#भूितयो को वैw मानते है
11. पु7भूित
• बाणभX: “पु#भूित” इस वं श का cथम शासक
• पु#भूित ने थाने]र क
े आसपास का (वतBमान अंबाला) pेY म;
राD िकया होगा।
• बाणभX क
े हषBचWरत म; पु#भूित को “राजा” तथा “भूपाल”
कहा है।
• उपा8ध से सामंत cतीत होते है।
• संभवतः गु, शासकों क
े अधीन
• पु#भूित 8शव का अनुयायी था।
• हषB क
े अ8भलेखों म; पु#भूित का उ|ेख नही
12. नरवम'न
• पु#भूित वं श का राजा।
• नरवमBन का पु#भूित से संबं धो का अभाव
• हषBचWरत: नरवमBन को वं श का cथम सMाट कहता है।
• हषB क
े अ8भलेखों म; भी इसकl पुि} होती है।
• गु,ों का सामंत
13. रा;वध/न !थम
• नरवमBन का पुY
• परवतr गु,ों क
े साथ वैवािहक सtu
• राDवधBन cथम क
े पुY आिदzवमBन का िववाह परवतr
गु,ों कl क~ा महासेनगु,ा से आ था।
• इस िववाह से दोनो वं शो क
े cभाव म; वृ8€ ई होगी।
• गु,ों का सामंत
14. आिद@वम/न
• राDवधBन cथम का पुY ।
• इसका िववाह परवतr गु, क~ा से आ था।
• मधुबन ताMपY एवं सोनीपत मु<ा: cभाकरवधBन क
े माता का
नाम महासेनगु,ा
• संभवतः आिदzवमBन भी गु,ों का सामं त था।
16. !भाकरवध/न कA साCा;वादी उपलFGयाँ
• बाण- क
े अनुसार
1. cतापशील :श>? एवं शौयB का cतीक
2. GणहWरण क
े सरी: Gणों क
े साथ यु€ों म; िवजय
3. गुजBरcजागर: एवं गुजBर pेY का िवजेता
4. लाटपाटवपाट‚र: लाट (गुजरात)
5. 8संधुराजƒर: 8संध pेY का िवजेता
6. मालवल„ीलतापरशु: मालव राजा
• मधुबन एवं बाँसखेड़ा ताMपY:
• cभाकरवधBन कl कlितB चारों समु< तक …ा,
17. वैवािहक सKL
1. परवतr गु, :
• परवतr गु, का दौिहY से राजनीितक गौरव
• िपता आिदzवमBन का िववाह परवतr गु, नरेश महासेन गु,
कl बहन “महासेना गु,ा” से
2. मौखरी:
• cभाकरवधBन ने अपनी पुYी राDxी का िववाह मौखरी राजा
अवं ितवमाB क
े पुY गृहवमाB से िकया।
18. रा;वध/न िMतीय
• cभाकरवधBन का Dे† पुY
• युवराज काल म; ही उ‡र-प89म म; Gणों क
े आJमण का सामना
• Gणों क
े िवˆ€ यु€ म; सहभाग (ईसवी सन ६०४)
• यु€ क
े मŠ ही cभाकरवधBन कl मृzु (ईसवी सन ६०५)
• िपता कl असमय मृzु से िनराश एवं स~ास कl योजना
• मालवराज क
े mारा बहनोई ‹हवमाB (कRोज) कl मृzु कl सूचना
• ‹हवमाB कl मृzु का बदला लेनेवश राजपद का ीकार ”
• राDवधBन बौ€ धमाBनुयायी “परमसौगतसुगतइब”
19. मालवराज क
े िवNO अQभयान
• ‹हवमाB कl मृzु का Jोध
• मालवराज देवगु, क
े िवˆ€ अभीयान कl योजना
• हषBवधBन को थाने]र म; राD कl सुरpाक
े 8लए रखा
• कRोज क
े 8लए cथान
• उसका सेनापित “भं डी” १०००० सै~ क
े साथ क
ूं च
• मालवराज कl पराजय एवं यु€ म; मृzु
• हषBचWरत: गौडराज (शशांक) mारा” शYु भवन म; छलपूवBक िन:शŒ
रहते हzा
• हेनvाँग, मधुबन एवं बांसखेड़ा ताMपट: इसकl पुि} करते है।
• राDवधBन कl मौत संभवतः राजनीितक अनुभव कl कमी क
े कारण
ई थी।
20. हष/ Qशलािद@ / हष/वध/न
1. िपता %भाकरवध+न क- असमय मृ3ु
2. माता यशोमती सती
3. बहनोई ;हवमा+ क- मृ3ु
4. िवधवा बहन रा<=ी
5. <े? @ाता रा<वध+न का वध
•शोक एवं िवपCD का समय
21. हष/वध/न
• बाणभX: वृ€ सेनापित 8संहनाद “राजा िदवं गत हो गए और
गौडराजŽपी सपB ने राDवधBन को डँस 8लया,अब पृी को धारण
करने क
े 8लए शेषनाग क
े समान तुीं रह गए हो।
• शYुओं से बदला लेने कl cित’ा
• शासक बनते समय हषBवधBन कl आयु क
े वल १६ वषB थी।
• शासन काल : ईसवी सन ६०६ से ६४७
22. हष/वध/न एवं कTोज
1. ‹हवमाB क
े प”•ात कRौज म; शू~ता
2. राDxी का –ाता होने क
े नाते राजा का दािय—
3. शूˆवात म; हषB िनˆvािह
4. मंYीगंण क
े परामशB से िनणBय
5. हेनvाँग: कRौज का राजा बनने पूवB बो8धस— कl मूितB से
अनुमित माँगी
6. अतः हषB कRोज का राजा बना
7. बाद म; हषB ने राजधानी थाने]र से कRौज ˜ानांतWरत कl
23. हष/ का िदFUजय एवं रा;Vी कA खोज
• िवशाल सेना क
े साथ हषBवधBन का कRोज कl ओर क
ूँ च
• cा™Dोितष (कामŽप) क
े राजा भाSरवमBन (भाšरवमाB) का
मैYी c[ाव
• महामंYी भं डी से भ;ट
• िवंŠ कl ओर रवाना
• R.S. Tripathi: हषB ने सै~ गंगा-यमुना दोआब म; कही रखा एवं
तः िवंŠ कl ओर गया
• ‹हवमाB क
े 8मY िदवाकर8मY (बौ€ 8भp›) से भ;ट
• राDxी कl खोंज
• राDxी : बौ€ 8भp›णी
24. हष/ का िदFUजय
1. हेनvाँग: हषB ने पूवB से प89म भारत क
े सœूणB राजाओं को
हराया 8जोंने उसकl अधीनता ीकार नही कl।
2. ६ सालों क
े बाद: हषB ने “पं च भारत” को हराया
3. V. Pathak: पंच भारत:उ‡रापथ, द8pणापथ, cाची,
cित8च एवं मŠदेश
4. R.K. Mookherji + R.S.Tripathi: पंच भारत: पंजाब,
कRौज, गौड़, 8म8थला एवं उžल
25. हष/ कA िदFUजय
1. वलभी तथा गुजBर क
े शासक
• वलभ नरेश Ÿुवसेन िmतीय को परा8जत िकया
2. पुलक
े 8शन िmतीय
• चालु नरेश
3. 8संध
• बाण क
े हषBचWरत म; 8संधुराज को हराकर उसकl सœ8‡ ाय‡
करने का उ|ेख है।
4. पूवr भारत (हेनvाँग)
• ओिड़शा एवं कोंगद cदेश हषB जीता था (लगभग ६६३)
5. बाणभX: हषB िहमालय क
े राजाओं से कर वसूलता था।
• Buhler +Fleet + Smith: नेपाल
26. शशांक क
े िवNO िवजय: गौड़ [े
• हष#च%रत म) बाण शशांक क
े िव34 यु4/आ8मण पर मौन है।
• हष# क
े राजा बनने का बाद भी कई साल शशांक गौड़ Gदेश का राजा था।
• शशांक क
े गंजाम अJभलेख (६१९) म) वह महाराजाJधराज क
े Pप म)
शासन कर रहा था।
• Jमदनापुर अJभलेख (६२९) म) शशांक कR उपाJध महाराजाJधराज नही है।
• ईसवी ६१९ से ६२९ क
े मT म) हष# ने शशांक को पराJजत िकया।
• शशांक हष# का सामंत बना
• आय#मंजूWीमूलकX क
े अनुसार “ह” नाम क
े राजा ने पुँड[नगर क
े सोम
राजा को हराया। सोम राजा अपने रा क
े भीतर बं द रहने क
े Jलए िववश
िकया गया।
• S.Chattopadhyaya: हष# एवं भा^रवमा# ने संयु_ Pप से शशांक को
पराJजत िकया
• शशांक क
े मृaु क
े बाद हष# ने खुद को मगध का सbाट घोिषत िकया।
27. पुलक
े Qशन िMतीय से युO
• एहोले अ8भलेख क
े अनुसार “यु€ म; हषB क
े हाथी िगर पड़े और वह
भय से भाग गया”
• हेनvाँग: हषB ने पंचभारत कl सेनाय; एकिYत करक
े , यं सेनाŠp
बनक
े पुलक
े 8शन को जीतने गया।
• एहोले अ8भलेख: पुलक
े 8शन िmतीय ने “सकलउ‡रापथनाथ” को
हराया
• हेनvाँग: हषB ने पुलक
े 8शन िmतीय को ना हराया एवं ना अ8धनसत
बनाया
• इस यु€ प”•ात पुलक
े 8शन ने “परमे]र”कl उपा8ध ली
• नमBदा दोनो राDों कl सीमा बनी
• यु€ संभवतः ईसवी ६३०-६३४ क
े मŠ आ होगा
28. क
ू टनीितक सKL
1. भाSर वमाB: पूवr भारत
1. चीन: चीन क
े राजा ने चीनी राजदूत हषB क
े दरबार म; भेजे
थे। (६४३ ईसवी)
32. हष/ का मू^ांकन
• गुefोतर भारत का Gभावशाली सbाट
• िवgान एवं सािहhaक अJभ3Jच
• रiावली, िGयदJश#का तथा नागानंद इन तीन सं ^
ृ त नाटकों कR रचना
• सं^
ृ त सािहa-क़ोष म) अJभवृJ4
• हर ५ वे वष# Gयाग म) दानोmव (महामोn प%रषद) का आयोजन
• िनयJमत धम#सभा का आयोजन (कoौज)
• Gजावpल सbाट: Gजा कR समृJ4 क
े Jलए सqूण# रा म) घूमता था।
• हष# का काल भारत कR राजनीितक, धम# एवं सं^
ृ ित क
े nेr म) महsपूण#
था
• डॉ॰ राधाक
ु मुद मुखजv: “हष# क
े च%रr म) अशोक तथा समुwगुf दोनों क
े
गुणों का समxय था”।
• हष# Gाचीन भारत क
े Wेyतम सbाटों म) से एक।