1. बचपन
तेरा बचपन ,मेरा बचपन, बचपन तेरा भी ,बचपन मेरा भी !
बचपन हम सबका था , बचपन ससर्फ तेरा मेरा नह ीं था !
एक बचपन शून्य से सशखर बनता हैं ! वारे बचपन !!
बचपन से ब्रमहााँण बनता है , मगर बचपन बचपन ह होता है !
बचपन एक ननराला है , सबसे पहले जीवन में आता है और
पूरे जीवन भर अपनी पहचान बनाये रखता है !
बचपन पूरे जीवन की कीं जी हैं ! वाहा रे बचपन , तेरा बचपन , मेरा पचपन
हम सबका ननराला बचपन !
बचपन ह जीवन की शरुआत है ,और बचपन ह जीवन का अींत है !
वाहा रे बचपन
वीरेंद्र उर्फ कक्क
ू श्रीवास्तव
16/09/2020