SlideShare una empresa de Scribd logo
1 de 1
क
ु छ रिश्ते
कभी साथ बैठे तो कहूूँ ददद क्या हैं ! यूूं दूर से पूछोगे तो खैररयत ही कहेंगें !
सुख चैन मेरा काूँच सा था ! न जाने ककतनों को क्यों चुभ गया !
आईना मेरा किर आज रोते नजर आया ! ददल मेँ ददद था ! किर भी चहेरा हूँसता हुआ नजर गया !!
वक्त एतवार और झूठ यह एक ऐसा पररूंदा हैं ! जौ एक वार उड़ जायेँ तो वापस नहीूं आते !
दुननया तो एक ही हैं ! किर भी सबको अलग अलग ही कयों नज़र आती हैं !
ररश्तों ननभाने का हुनर सीख लेना मेरें दोस्तों ! जड़ो मेँ जब जख्म लगते हैं !
तो टहननयाूँ भी सुख जाती हैं !
क
ु छ ररश्ते हैं , इसललये चुप है ! चुप हैं इसीललए क
ु छ ररश्ते हैं !!
मोहब्बत और मौत की पसूंद तो देखखये ! एक को ददल चादहये , दूसरे को धड़कन !
जब जब तुम्हारे अरमान आसमान छ
ु यूंगे ! सावधान तब तब तुम्हारे ही तुम्हारे पूंख काटने जरूर आयूंगें !!
हजारो जवावों से खामोशी अच्छी हैं जनाब ! ना जाने ककतने सवालों की आबरू तो रखती हैं !!
कभी साथ बैठे तो कहूूँ ददद क्या हैं ! यूूं दूर से पूछोगे तो खैररयत ही कहेंगें !!
वीरेंद्र श्रीवास्तव
2/10/2020

Más contenido relacionado

La actualidad más candente

Top 27 shayaris (www.flingyan.in)
Top 27 shayaris (www.flingyan.in)Top 27 shayaris (www.flingyan.in)
Top 27 shayaris (www.flingyan.in)AshutoshSingh1126
 
राज़ ज़िंदगी का
राज़ ज़िंदगी का राज़ ज़िंदगी का
राज़ ज़िंदगी का VirendraShrivastava2
 
तेरी यादोँ की चाँदनी
तेरी यादोँ  की चाँदनी तेरी यादोँ  की चाँदनी
तेरी यादोँ की चाँदनी Bhawesh Chahande
 
Tu hi rab hai hindi gospel song
Tu hi rab hai hindi gospel songTu hi rab hai hindi gospel song
Tu hi rab hai hindi gospel songAnmol Kerketta
 

La actualidad más candente (7)

Top 27 shayaris (www.flingyan.in)
Top 27 shayaris (www.flingyan.in)Top 27 shayaris (www.flingyan.in)
Top 27 shayaris (www.flingyan.in)
 
नारी
नारी नारी
नारी
 
राज़ ज़िंदगी का
राज़ ज़िंदगी का राज़ ज़िंदगी का
राज़ ज़िंदगी का
 
तेरी यादोँ की चाँदनी
तेरी यादोँ  की चाँदनी तेरी यादोँ  की चाँदनी
तेरी यादोँ की चाँदनी
 
भिछुक
भिछुकभिछुक
भिछुक
 
Hindi blog
Hindi blogHindi blog
Hindi blog
 
Tu hi rab hai hindi gospel song
Tu hi rab hai hindi gospel songTu hi rab hai hindi gospel song
Tu hi rab hai hindi gospel song
 

Más de VirendraShrivastava2

चावल के दाने की आत्मकथा.docx
चावल के दाने की आत्मकथा.docxचावल के दाने की आत्मकथा.docx
चावल के दाने की आत्मकथा.docxVirendraShrivastava2
 
पंख हैं उड़ नहीं सकती
पंख हैं उड़ नहीं सकतीपंख हैं उड़ नहीं सकती
पंख हैं उड़ नहीं सकतीVirendraShrivastava2
 
जाने कुयूं अब शर्म से
जाने कुयूं अब शर्म सेजाने कुयूं अब शर्म से
जाने कुयूं अब शर्म सेVirendraShrivastava2
 
बूढ़े माँ बाप की कथा
बूढ़े माँ बाप की कथाबूढ़े माँ बाप की कथा
बूढ़े माँ बाप की कथाVirendraShrivastava2
 
ज़िंदगी के तजुर्वे
ज़िंदगी के तजुर्वेज़िंदगी के तजुर्वे
ज़िंदगी के तजुर्वेVirendraShrivastava2
 
कविता ज़िंदगी
कविता   ज़िंदगी कविता   ज़िंदगी
कविता ज़िंदगी VirendraShrivastava2
 
कविता परिवार बनाएँ
कविता  परिवार बनाएँकविता  परिवार बनाएँ
कविता परिवार बनाएँVirendraShrivastava2
 
भूली बिसरी यादें
 भूली बिसरी यादें   भूली बिसरी यादें
भूली बिसरी यादें VirendraShrivastava2
 
पर्स्नालिटी डेव्लपमेंट ..Personality development
पर्स्नालिटी डेव्लपमेंट  ..Personality developmentपर्स्नालिटी डेव्लपमेंट  ..Personality development
पर्स्नालिटी डेव्लपमेंट ..Personality developmentVirendraShrivastava2
 
कविता ----आने वाला कल
कविता  ----आने वाला कल  कविता  ----आने वाला कल
कविता ----आने वाला कल VirendraShrivastava2
 
....कविता .....अंदाज़
....कविता .....अंदाज़....कविता .....अंदाज़
....कविता .....अंदाज़VirendraShrivastava2
 
मेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम में
मेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम मेंमेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम में
मेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम मेंVirendraShrivastava2
 
फ्रेंड्शिप डे
फ्रेंड्शिप डे फ्रेंड्शिप डे
फ्रेंड्शिप डे VirendraShrivastava2
 
इंसानी दिमाग
इंसानी दिमाग इंसानी दिमाग
इंसानी दिमाग VirendraShrivastava2
 

Más de VirendraShrivastava2 (20)

चावल के दाने की आत्मकथा.docx
चावल के दाने की आत्मकथा.docxचावल के दाने की आत्मकथा.docx
चावल के दाने की आत्मकथा.docx
 
पंख हैं उड़ नहीं सकती
पंख हैं उड़ नहीं सकतीपंख हैं उड़ नहीं सकती
पंख हैं उड़ नहीं सकती
 
जाने कुयूं अब शर्म से
जाने कुयूं अब शर्म सेजाने कुयूं अब शर्म से
जाने कुयूं अब शर्म से
 
बूढ़े माँ बाप की कथा
बूढ़े माँ बाप की कथाबूढ़े माँ बाप की कथा
बूढ़े माँ बाप की कथा
 
ज़िंदगी के तजुर्वे
ज़िंदगी के तजुर्वेज़िंदगी के तजुर्वे
ज़िंदगी के तजुर्वे
 
ज़िंदगी
ज़िंदगी ज़िंदगी
ज़िंदगी
 
कविता ज़िंदगी
कविता   ज़िंदगी कविता   ज़िंदगी
कविता ज़िंदगी
 
कविता परिवार बनाएँ
कविता  परिवार बनाएँकविता  परिवार बनाएँ
कविता परिवार बनाएँ
 
आजादी
आजादीआजादी
आजादी
 
समाज
समाजसमाज
समाज
 
चमत्कार
चमत्कारचमत्कार
चमत्कार
 
दगा
दगादगा
दगा
 
भूली बिसरी यादें
 भूली बिसरी यादें   भूली बिसरी यादें
भूली बिसरी यादें
 
पर्स्नालिटी डेव्लपमेंट ..Personality development
पर्स्नालिटी डेव्लपमेंट  ..Personality developmentपर्स्नालिटी डेव्लपमेंट  ..Personality development
पर्स्नालिटी डेव्लपमेंट ..Personality development
 
कविता ----आने वाला कल
कविता  ----आने वाला कल  कविता  ----आने वाला कल
कविता ----आने वाला कल
 
....कविता .....अंदाज़
....कविता .....अंदाज़....कविता .....अंदाज़
....कविता .....अंदाज़
 
मेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम में
मेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम मेंमेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम में
मेरें बचपन का पहला दशक मेरें रतलाम में
 
फ्रेंड्शिप डे
फ्रेंड्शिप डे फ्रेंड्शिप डे
फ्रेंड्शिप डे
 
कविता .....बचपन
कविता .....बचपनकविता .....बचपन
कविता .....बचपन
 
इंसानी दिमाग
इंसानी दिमाग इंसानी दिमाग
इंसानी दिमाग
 

.....कविता.....कुछ रिश्ते

  • 1. क ु छ रिश्ते कभी साथ बैठे तो कहूूँ ददद क्या हैं ! यूूं दूर से पूछोगे तो खैररयत ही कहेंगें ! सुख चैन मेरा काूँच सा था ! न जाने ककतनों को क्यों चुभ गया ! आईना मेरा किर आज रोते नजर आया ! ददल मेँ ददद था ! किर भी चहेरा हूँसता हुआ नजर गया !! वक्त एतवार और झूठ यह एक ऐसा पररूंदा हैं ! जौ एक वार उड़ जायेँ तो वापस नहीूं आते ! दुननया तो एक ही हैं ! किर भी सबको अलग अलग ही कयों नज़र आती हैं ! ररश्तों ननभाने का हुनर सीख लेना मेरें दोस्तों ! जड़ो मेँ जब जख्म लगते हैं ! तो टहननयाूँ भी सुख जाती हैं ! क ु छ ररश्ते हैं , इसललये चुप है ! चुप हैं इसीललए क ु छ ररश्ते हैं !! मोहब्बत और मौत की पसूंद तो देखखये ! एक को ददल चादहये , दूसरे को धड़कन ! जब जब तुम्हारे अरमान आसमान छ ु यूंगे ! सावधान तब तब तुम्हारे ही तुम्हारे पूंख काटने जरूर आयूंगें !! हजारो जवावों से खामोशी अच्छी हैं जनाब ! ना जाने ककतने सवालों की आबरू तो रखती हैं !! कभी साथ बैठे तो कहूूँ ददद क्या हैं ! यूूं दूर से पूछोगे तो खैररयत ही कहेंगें !! वीरेंद्र श्रीवास्तव 2/10/2020