चमत्कार
अंग्रेज़ो क
े समय कक बात हैं ! एक ट्रेन में टी टी टटककट चेक कर रहा
था !
एक फकीर , बाबा जैसा टिखने में था वह भी उसी ट्रेन में बैठ कर
यात्रा कर रहा था !
टी टी ने जब बाबा से टटककट मांगा तो बाबा बोले ! अरे कभी कोई
बाबा लोग ट्रेन मे टटककट लेकर नहीं बैठते हैं तुम्हें पता नहीं है क्या
?
टी टी ने बाबा को तुरंत ट्रेन कक चैन खींच कर , गाड़ी रुकवा कर
उन्हे उसी घने जंगल क
े बीच में उतार टिया !
बाबा ने अपने आप को इतना ज़्यािा अपमाननत महेसूस ककया , और
ज़ोर से बोले बम बम बोले , काले कमली वाले इसकी गाड़ी एक इंच
भी आगे मत बढ़ने िेना ! ममट्टी उठा कर ज़ोर से हवा में फ
ूं की
,रुक जा म ंम म म ! बम बम बोले !
अब ड्राईवर और गौर्ड ने भरपूर कोम कर क
े िेख मल , गाड़ी एक
इंच भी आगे बढ़ने का नाम नहीं ले रही थी !
गाड़ी क
े सारे मुसाकफर नीचे उतर कर बाबा क
े पास जा कर , टी टी
को माफ करने कक बात बाबा से कहने लगे ! बाबा टी टी को माफ
कर िो !
उसी ट्रेन में तीन चार रेल्वे क
े बड़े ऑकफसर भी फ़र्सटड क्लास में बैठे
हुये थे !
उन्होने ड्राईवर से पूछा , ड्राईवर बोल सर सब ठीक ठाक ही , कफर भी
इंजजन चालू नही हो रहा हैं !
ऑकफसरों ने ड्राईवर से कहााँ या तो अगले र्सटे न से एक और इंजीन
बुलवाओ ! वह बोला सर यह सब उन बाबा क
े कारण हो रहा हैं !
उन ऑकफसरो ने सारी बात सुनी !
उसी बीच उन्होने टी टी से बोला चलो हम सब ममल कर बाबा से
माफी मांगते हें !
टी टी बोला साहब पहले में जाता हूाँ , गलती मैने करी हैं !
टी टी बाबा क
े पैरों में गगर कर गीर् गगराया , बाबा मुझे माफ कर
िीजजये , आज क
े बाि मैं कभी भी बाबा लोगों से टीकीट नहीं मांगुगा
!
बाबा बोले जा तुझे आज मैं माफ करता हूाँ ! बाबा ने अपने गंिे थेले
मे से एक हड्र्ी ननकाली , क
ु छ मंत्र पढे चोर चोर से , कफर सारे
मुसाकफरों को बोले चलो ट्रेन में बैठ जाओ ! अब यह चलेगी !
ड्राईवर को बोला चलो मसटट बजाओ और गाड़ी आगे बढ़ाव ,
गाड़ी ने जैसे ही मसटट िी ,और थोड़ी िेर में , वह अपनी र्सपीर् से
िौड़ने लगी !
बाबा अगले र्सटे न पर उतर कर अपनी झोपड़ी में चले गये !
अब क्या अंग्रेज़ ,क्या गााँव वाले , क्या कर्सबा , क्या तहसील िूर िूर
बाबा क
े इस चमत्कार कक बात ऐसे फ
ै ली जैसे जंगल में आग !
बाबा इस चमत्कार क
े बाि उनकी जज़ंिगी ही पूरी चेंज हो गयी !
झोपड़ी से खूब बड़ा आश्रम बन गया , लाखों करोड़ो का िान आने
लगा , हजारो भक्तो का आना जाना ुरू हो गया ! बड़े बड़े भंर्ारे
चालू हो गये ! गौ ाला खूब बड़ी हो गई ! बाबा कक झोपड़ी क
े साथ
साथ पूरे इलाक
े का रंग रूप ही बिल गाय !
बाबा क
े मन में एक टिन एक सच्ची ज्योनत जली , कक मुझे मरने
से पहले , अपने सालो पुराने ट्रेन वाले चमत्कार क
े बारे जरूर आपने
गााँव वालों और सारे भक्तो को बता िेना चाटहयेँ !
बाबा ने एक टिन सारे भक्तों को बुलाया और कहााँ कक आज मैं तुम
लोगो को उस चमत्कार क
े राज क
े बारे में बताना चाहता हूाँ !
जजससे तुम लोग भववष्य में और कोई बड़ी गलती न कर बैठो !
बाबा ने कहााँ मुझे उस टिन क
े चमत्कार क
े मलये बहुत बड़ी रकम /
राम ट्रेन क
े ड्राईवर और गार्ड को िेना पड़ा था ! ररश्वत क
े तौर पर !
वह उनका एक फरेब था ! सारी जज़ंिगी कक कमाई वह िोनों मेरे से
लेकर गये थे !
Please note against nature, there is no miracle ।
Miracles is not possible against nature ।
स्रष्टी क
े वीरुध कोई भी चमत्कार संभव नहीं है ! जहां अज्ञानता हैं ,
र्र हैं , forestation हैं , nervousness जहां होगी , वहीं चमत्कार
का जन्म होगा !
धन्याबि
वीरेंद्र श्रीवार्सतव
25/09/2020