http://spiritualworld.co.in खेती करनी: ग्रीष्म ऋतु के समाप्त होते ही सावन-भादो आ गई| महिता कालू जी ने उचित समय को देखते हुए फसल बोने की सोची| यही उचित समय है जब फसल बोई जाए| यह सोचकर आपने नौकर के साथ बैलों की जोड़ी तैयार करके गुरु जी के साथ गेहूं बोने के लिए खेतों में भेज दिया| गुरु जी ने खुले-खुले सिआड़ निकाल कर सारा बीज बखेर दिया| more on http://spiritualworld.co.in