निदान पक्का होने पर पी.वाइवेक्स की क्लोरोक्वीन संवेदनशील परजीवी के संक्रमण में क्लोरोक्वीन दी जाती है। पी. वाइवेक्स और पी. ओवेल के कुछ मीरोजोइट्स जिन्हे हिप्नोजोइट्स कहते हैं, यकृत में लम्बे समय तक सुषुप्तावस्था में पड़े रहते हैं और कभी भी पुनरसंक्रमण के कारक बन सकते हैं। इससे बचने के लिए 14 दिन तक 0.25 मिलि ग्राम/ किलो प्राइमाक्वीन दी जाती है। G6PD का कमी, छोटे शिशुओं और गर्भवती स्त्रियों को प्राइमाक्वीन नहीं दी जाती है। G6PD का कमी में प्राइमाक्वीन देने से रक्त-क्षय hemolysis हो सकता है। इसलिए यदि प्राइमाक्वीन ले रहे रोगी को गहरे रंग का मूत्र आने लगे, पीलिया हो जाये, पेट में दर्द, उबकाई, वमन हो तो प्राइमाक्वीन तुरन्त बंद कर दें और चिकित्सक से संपर्क करे।