Publicidad

Más contenido relacionado

Publicidad

Urinary problems

  1. BABA HOSPITAL AND SCHOOL OF NURSING COURSE :ANM YEAR. :FIRST SUBJECT :PRIMARY HEALTH CARE SECTION C COMMUNITY HEALTH PROBLEM UNIT. : 6 TUTORIAL TITILE :URINARY PROBLEM. PRESENTED BY : MR.SACHIN CHHARI ASST. PROFESSOR BABA HOSPITAL AND SCHOOL OF NURSING
  2. LEARNING OBJECTIVES • By the end of this presentation Participants will able to…. 1. Urinary problems • Retention of Urine • . Renal colic • Oedema
  3. और बड़ी प्रोस्टेट ग्रंथि होना शामिल हैं।
  4. URINARY PROBLEMS • िूत्र तंत्र के ककस़ी भ़ी भाग, ककडऩी, िूत्राशय या िूत्र िागग िें होने वाला संक्रिण. • िहहलाओं िें िूत्र िागग िें संक्रिण अथिक देखा जाता है. यह आितौर पर िूत्राशय या िूत्रिागग िें होता है, लेककन अथिक गंभ़ीर संक्रिण िें गुदे शामिल होते हैं.
  5. कारण (CAUSES) • िूत्र पि संक्रिण के 80–85% िािलों का कारण ई. कॉली होता है, • यौन संबंध: युवा और यौन सकक्रय िहहलाओं िें, िूत्राशय संक्रिणों का 75–90%, यौन गततववथियों के कारण होता है, • मूत्र कै थेटर: िूत्र कै िेटराइजेशन िूत्र पि संक्रिणों का जोखखि बढा देता है। बैक्टेररयूररया (िूत्र िें बैक्टीररया) का जोखखि 3 से 6 प्रततशत, प्रततहदन के ब़ीच है • अन्य: पररवारों िें िूत्राशय संक्रिण की एक पूवगवृवि उपस्स्ित हो सकत़ी है। अन्य जोखखिों कारकों िेंििुिेह , और बड़ी प्रोस्टेट ग्रंथि होना शामिल हैं।
  6. लक्षण ( SYMPTOMS) • िूत्राशय के संक्रिण के कारण श्रोखण िें ददग, िूत्र िें वृद्थि, िूत्र करने के दौरान ददग, और िूत्र िें खून हो सकता है. गुदे के संक्रिण के कारण प़ीठ ददग, ितली, उल्टी, और बुखार हो सकता है.
  7. िूत्र का अवरोि (RETENTION OF URINE) • िूत्र बंद होने को िूत्र प्रततिारण भ़ी कहते है, िूत्र बंद होना वह सिस्या है, जब िूत्राशय को खाली करने के मलए शरीर की असििगता है, िूत्र बंद होना ककस़ी को भ़ी प्रभाववत कर सकता हैi
  8. मूत्र बंद होना के कारण (CAUSES OF URINARY RETENTION) 1. पुरुषों िें बढत़ी हुई पौरुषग्रस्न्ि (ब़ीप़ीएच) 2. ट्यूिर और कै सर के कारण| 3. िूत्राशय हतनगया 4. कब्ज के कारण 5. गुदाा या िूत्राशय िें पिरी| 6. दुर्गटना के कारण िस्स्तष्क या रीढ की हड्ड़ी िें परेशाऩी|
  9. मूत्र बंद होना के लक्षण (SYMPTOMS OF URINARY RETENTION) 1. पेशाब करने िें असििगता| 2. ददगनाक और पेशाब की तत्काल आवश्यकता| 3. पेट के तनचले हहस्से िें गंभ़ीर ददग और परेशाऩी| 4. पेट के तनचले हहस्से िें सुजन| 5. िकावट 6. पस़ीना आना 7. िूत्राशय िें जलन
  10. मूत्र बंद होना इलाज के प्रकार (URINARY RETENTION TYPE OF TREATMENT) • पौरुष ग्रस्न्ि दवाएं • सजगरी • कै ि़ीटेराइजेशन
  11. वृकीय शुल / गुरदे का ददग ( RENAL COLIC) िूत्ऱीय िागग िें ककस़ी भ़ी प्रकार रुकावट या अवरोि आना है यह प़ीठ के तनचले भाग िें होने वाला गंभ़ीर ददग हैi
  12. कारण (CAUSES) 1 व्रक्क िें पिरी (kideny stone) 2 प्रदाह (edema) 3 िूत्र िागग का संक्रिण ( Urinary tract infection) 4 वृक्षों िें चोट 5 िूत्ऱीय िागग िे रुकावट
  13. थचन्ह एवं लक्षण (SIGN AND SYMPTOMS) • 1 प़ीठ के ऩीचे के भाग िें तेज ददग 2 िूत्र त्याग िें कहठनाई 3 िूत्र िें रक्त आना 4 उस्ल्टयां 5 जलन 6 ज्वर 7 पेशाब नहीं आना
  14. उपचार (TREATMENT) 1. Analgesic drug 2. Antibiotics 3. Diuretic 4. Anti emetic drug 5. Intake of kore water
  15. एडेिा _ सूजन (EDEMA) • एडेिा अपने शरीर के ऊतकों िें तरल पदािग की वजह से ितलब है सूजन। यह आितौर पर टखनों और पैरों िें होत़ी है, लेककन यह पूरे शरीर को शामिल कर सकत़ी हैं।
  16. कारण (CAUSES) 1. बहुत ज्यादा निक खाने 2. हदल से सम्बस्न्ित ब़ीिारी 3.गुरदे की ब़ीिारी 4. गुरदे का सही से काि ना करना 5. िूत्र िें प्रोटीन की िात्रा का अथिक होना
  17. थचन्ह एवं लक्षण ( SIGN AND SYMPTOMS) 1. चेहरे पर, हाि पैर एवं आंखो के चारो ओर सूजन 2. ददग 3. जोडो िें परेशाऩी 4. रक्त संचरण िें कि़ी 5. चलने किरने िें परेशाऩी
  18. उपचार (TREATMENT) 1. निक कि खाएं 2. Diuretic drug 3. Symptomatic treatment
  19. सिुदाय िें ए. एन. एि. की भूमिका ( ROLE OF ANM IN COMMUNITY) 1. िरीज को आराि करने वाले की सलाह देना 2. ददग तनवारक दवाएं देना 3. पाऩी का अथिक िात्रा िें प़ीने की सलाह देना 4. स्वास््य मशक्षा देना 5. निक का का उपयोग कि करने और की सलाह देना 6. जहटलता होने से पर डॉक्टर से सलाह लेना
Publicidad