3. सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीक: अर्थ और अवधारणा
सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीक से तात्पयथ उन तरीको से है शिनके माध्यम
से सूचनाओं तर्ा शवचारों का आदान प्रदान होता हैं।
आईसीटी तकनीकी उपकरणो और संसाधनों का समुच्चय हैं शिसका
उपयोग सूचनाओ के संचार, रचना व प्रसार, भंडारण और प्रिंधन के
शिए शकया िाता हैं ।
इस तकनीकी में सभी प्रकार की दृश्य श्रव्य सामग्री, िन संपकथ माध्यम,
संचार एवं सम्प्रेषण माध्यम िैसे कम्प्युटर, रेशडयो, टेिीशवज़न,
टेपररकाडथर इत्याशद सम्मिशित हैं।
सवथप्रर्म स्कू िों में सूचना और संचार प्रौद्योशगकी (ICT) को राष्ट्र ीय
मध्यम शिक्षा अशभयान (RMSA) में िाशमि शकया गया ।
5. हाडथवेयर
हाडथवेयर: ये मुख्यतः कम्प्युटर के भाग हैं। िब्द Hardware दो िब्दों से शमि कर
िना है। Hard(हाडथ)+ Ware(वेयर), हाडथ मतिि 'ठोस' और वेयर का अर्थ 'सामान'
होता हैं । अतः कम्प्युटर के वे भाग िो ठोस रूप में हमारे सामने हैं शिन्हे छु या
महसूस कर सकते हैं हाडथवेयर कहिातें हैं िैसे : मौनीटर, सीपीयू, CD, स्कै नर,
रेशडयो, शप्रंटर , प्रॉिेक्टर , हैडफोन, कै मरा
6. सॉफ्टवेयर
सोफ्टवेयर कम्प्युटर में उपम्मथर्त शनदेिों के समूह होते हैं शिनके सहायता से शकसी शविेष कायथ को सम्पन्न करतें हैं।
िैसे म्यूशिक प्लेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेर हैं िो गाने अर्वा अन्य ररकॉडथ की गई आवािों को सुनने के शिए प्रयोग
में आता हैं। इसी प्रकार माइक्रोसॉफ़्ट वडथ एक ऐसा सॉफ्टवेयर हैं शिसका इस्तेमाि मुख्यतः शिखने के शिए शकया
िाता हैं िैसे पेपर िनाना, नोट्स शिखना इत्याशद।
अध्यापन में इस्तेमाि होने वािे कु छ सोफ्टवेयर शनम्नशिम्मखत हैं :-
सोफ्टवेयर शिक्षा में उपयोग
एम एस वडथ िेखन कायों िैसे पेपर िनाना, नोट्स शिखना, नोशटस शिखना, प्रमाणपत्र िनाना, आवेदन
पत्र शिखना इत्याशद
एम एस पावरप्वाइंट इसका प्रयोग presentation (पीपीटी) िनाने में शकया िाता हैं।
म्यूशिक प्लेयर इसकी सहायता से ररकॉडथ की हुई ध्वशनयों को छात्रों को सुनाया िा सकता हैं। यह
शवशिष्ट् क्षमता वािे छात्रों के शिक्षण में अशधक उपयोगी हैं।
मूवी प्लेयर इसका उपयोग छात्रों को शवशडयो के माध्यम से पढ़ने में शकया िाता हैं। इसकी सहायता
से शकसी भी शवषय वस्तु को अशधक रुशचकर िनाकर छात्रों के सामने प्रस्तुत शकया िा
सकता हैं तर्ा शिक्षण अशधगम की प्रशक्रया को अशधक प्रभावी िनाया िा सकता हैं
7. इंटरनेट सेवाएँ
इंटरनेट सेवाएँ वे सेवाए हैं िो हमें इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त होती हैं। ये सेवाए शकसी कं पनी अर्वा संथर्ा द्वारा
हमें प्रदान की िाती हैं। िैसे google एक प्रकार की इंटरनेट सेवा हैं शिसकी सहायता से हम इंटरनेट पर उपिब्ध
शकसी भी िानकारी को ढूंढ सकतें हैं।
इन सेवाओं का उपयोग हम कम्प्युटर , िैपटाप अर्वा मोिाइि की सहायता से कर सकते हैं। कु छ महत्वपूणथ
सेवाए शनम्नशिम्मखत हैं –
YOU TUBE
GOOGLE
WIKIPEDIA
SLIDESHARE
GOOGLE CLASSROOM
8. शिक्षा में ICT के क्षेत्र
अनुसंधान के
क्षेत्र में
िैशक्षक
प्रिासान में
शिक्षण-
अशधगम की
प्रशक्रया में
दू रथर् शिक्षा
मापन एवं
मूल्ांकन में
समवेिी
शिक्षा
9. 1. शिक्षण अशिगम की प्रशिया में :
सम्पूणथ शिक्षा का एकमात्र उद्देश्य व्यम्मि के व्यवहार में थर्ायी पररवतथन है िो की शिक्षण अशधगम की प्रशक्रया द्वारा
िाया िाता हैं । शिक्षण की प्रशक्रया में अशधकांि शिक्षक व्याख्यान शवशध का प्रयोग करनें में सहि महसूस करते है
परंतु यह उतना प्रभावकारी नही हैं। आईसीटी के माध्यम से शिक्षण की प्रशक्रया को अशधक रोचक और आनंदमय
िनाकर इसकी प्रभाविीिता को िढ़ाया िा सकता हैं। आईसीटी के िैशक्षक अनुदेिन में शिक्षार्ी अपने अशधकांि
ज्ञानेम्मियों का प्रयोग करता हैं शिससे शिक्षण अशधक प्रभावी होता हैं।
सार् ही सार् यह शवशिष्ट् क्षमता वािे शिक्षाशर्थयों के अशधगम मे शविेष रूप से िाभकारी हैं ।
आईसीटी शिक्षाशर्थयों को शवशभन्न प्रकार की शनदेिन सामाग्री प्रदान करता शिसे वे अपने सुशवधानुसार चुन सकते हैं।
स्माटथ िोडथ, प्रोिेक्टर इत्याशद इसके िेहतरीन उदाहरण हैं
10. 2. िैशक्षक प्रिासन एवं शियाकलाप मे
िैशक्षक प्रिासन एवं शक्रयाकिाप मे ICT के कु छ महत्वपूणथ उपयोग शनम्नशिम्मखत हैं :
• शिक्षाशर्थयों की उपम्मथर्ती दिथ करने तर्ा अशभवावकों तक सूशचत करने में
• शिक्षको की उपम्मथर्ती दिथ करने में
• िैशक्षक रेकॉडथ सुरशक्षत रखने में
• प्रमाण पत्र िनाने मैं
• परीक्षा पररणाम घोशषत करने में
• अंकपत्र िनाने में
• सूचनाएँ प्रेशषत करने में
11. 3. मापन एवं मूल्ांकन में
ICT का मापन एवं मूल्ांकन में शविेष थर्ान हैं। आईसीटी के द्वारा मापन एवं मूल्ांकन की प्रशक्रया में क्रांशत
आई हैं। प्रश्नपत्रों के शनमाथण से िेकर परीक्षण पररणाम घोशषत करने तक की प्रशक्रया में आईसीटी हर चरण में
उपयोगी शसद्ध हुआ हैं। िैसे:
कम्प्युटर में प्रश्नो का शविाि संग्रह सुरशक्षत रखा िा सकता हैं और आवश्यकता पड़ने पर मात्र एक म्मिक से
प्रश्नो को चयन शकया िा सकता हैं। इससे हमे िार िार प्रश्नों को शिखने की आवश्यकता नही पड़ती।
आईसीटी की सहायता से परीक्षा का संचािन भी अशधक सुगम और सरि हो गया हैं। OMR के माध्यम से
आि िड़ी से िड़ी परीक्षाएं आसानी से सम्पन्न कराई िा रही है।
OMR का मूल्ांकन भी कम्प्युटर के द्वारा िहुत तेज़ गशत से कम समय में संभव हो पता हैं।
कम्प्युटर के द्वारा परीक्षा पररणाम को घर िैठे इंटरनेट पर देखा िा सकता हैं।
कम्प्युटर तर्ा OMR की सहायता से मापन और मूल्ांकन की प्रशक्रया त्रुशटमुि और भेदभाव रशहत हो गई
हैं।
12. 4. अनुसंिान के क्षेत्र में
ICT शनम्न प्रकार से अनुसंिान के क्षेत्र में सहयोगी साशित हुआ हैं :
• अनुसंधान के शवशभन्न क्षेत्रो की िानकारी में
• इंटरनेट के माध्यम से डाटा एकशत्रत करनें में
• डाटा के प्रिंधन में
• अनुसंधान संिंधी प्रयोगों के रेकॉडथ रखने में
• मिीनों िैसे माइक्रोस्कोप आशद के संचािन में
• ररसचथ पेपर शिखने में
• पशत्रकाओं के प्रकािन में
13. 5.समावेिी शिक्षा में :
समावेिी शिक्षा में शवशभन्न क्षमता वािे शिक्षार्ी एक ही कक्षा में होतें हैं और हमें सभी की आवश्यकताओ
का ध्यान रखना होता है। ऐसे में आईसीटी अत्यंत िाभकारी है क्योशक आईसीटी के माध्यम से शिक्षाशर्थयों
को उनकी क्षमता औए आवस्यकता के अनुसार अनुदेिन प्रदान शकया िा सकता हैं। िैसे दृश्य अक्षमता
वािे छात्रो हेतु टेप ररकॉडथर, रेशडयो तर्ा श्रव्य अक्षमता वािे छात्रों हेतु शवशडयो के द्वारा अनुदेिन प्रदान
शकया िा सकता है ।
6. दू रस्थ शिक्षा में:
दू रथर् शिक्षा में ICT अहम भूशमका शनभाता हैं। आि दू रथर् शिक्षा के सभी कायथ िगभग कम्प्युटर तर्ा
इंटरनेट के माध्यम से होतें हैं िो शनम्नशिम्मखत हैं :
1. आवेदन करने में
2. पाठ्य सामाग्री प्राप्त करनें में
3. परीक्षा फॉमथ भरने में
4. प्रवेि पत्र प्राप्त करनें में
5. परीक्षा पररणाम देखने में
14. शिक्षा में सूचना-सम्प्रेषण तकनीक की
आवश्यकता और महत्व
1. यह शवद्याशर्थयों के शिए ध्यान के म्मित करने का उत्तम साधन हैं।
2. यह शवद्याशर्थयों के अशधकतम संवेदी अंगो को उत्तेशित करता हैं शिससे अशधगम प्रभावी और थर्ायी
होता हैं।
3. यह शिक्षण-अशधगम की प्रशक्रया को सरि तर्ा प्रभावी िनाता हैं
4. यह छात्रों के स्तर के अनुसार पाठ्य-सामाग्री को सरि तर्ा रुशचपूणथ िनाने मे उत्तम शसद्ध हुआ हैं।
5. सूचना एवं सम्प्रेषण तकनीकी शसफथ पाठ्य वस्तु के थर्ानांतरण में ही नही अशपतु उसके पश्चात अशधगम
के आकिन मे भी सहायक हैं।
15. 6. टेप ररकॉडथर शविेष क्षमता वािे छात्रों (दृशष्ट्हीन ) को पाठ्य सामाग्री के िानने व समझने में सहायक हैं।
7. शवशडयो तर्ा एशनमेिन के माध्यम से शविेष क्षमता (िशधर) वािे छात्रों को पाठ्य सामाग्री के िानने व समझने में
सहायक हैं।
8. कम्प्युटर के सहायता से हिारों प्रश्नो का संकिन सुरशक्षत रखा िा सकता हैं तर्ा सरिता पूवथक आवश्यकता पड़ने
पर आसानी से उसका उपयोग शकया िा सकता हैं ।
9. ICT के माध्यम से सुदू र िैठे शिक्षक छात्र भी इंटरनेट के द्वारा शिक्षण अशधगम की प्रशक्रया को सम्पन्न कर सकते
हैं।
10. ICT के माध्यम से शकसी भी पाठ्य वस्तु को इंटरनेट पर सुरशक्षत रखा िा सकता हैं तर्ा आवश्यकता अनुसार कहीं
भी और कभी भी प्राप्त शकया िा सकता हैं।